प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को छत्तीसगढ़ में कई स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें कांग्रेस विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के आवास भी शामिल हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा भारत जोड़ो यात्रा की सफलता और अडानी समूह पर लगे आरोपों से ‘निराश’ है. यह छापा ध्यान भटकाने का प्रयास है.
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को छत्तीसगढ़ में कई स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें कांग्रेस विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के आवास भी शामिल हैं, जिस पर कांग्रेस ने कहा कि यह भाजपा की ‘प्रतिशोध और उत्पीड़न की राजनीति’ का हिस्सा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी ने कोयला लेवी मामले की जांच के तहत 10-12 जगहों पर छापेमारी की. जांच आयकर विभाग की एक शिकायत पर आधारित है, जिसमें दावा किया गया है कि वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों द्वारा छत्तीसगढ़ में परिवहन किए गए कोयले से 25 रुपये प्रति टन की अवैध वसूली की गई थी.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के एक वरिष्ठ सहयोगी को मामले में कथित संलिप्तता के लिए दिसंबर 2022 में गिरफ्तार किया गया था.
यह छापे रायपुर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्ण सत्र से ठीक पहले पड़े हैं. राज्य में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, भिलाई के एक विधायक देवेंद्र यादव, राज्य कांग्रेस के कोषाध्यक्ष राम गोपाल अग्रवाल, रायपुर और भिलाई में गिरीश देवांगन, आरपी सिंह, विनोद तिवारी और सनी अग्रवाल जैसे कांग्रेस नेताओं के परिसरों की एजेंसी द्वारा तलाशी ली गई.
बघेल ने ट्वीट कर कहा कि ईडी ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष, पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष और एक विधायक समेत उनके कई नेताओं के घरों पर छापेमारी की है.
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष, पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष और एक विधायक सहित मेरे कई साथियों के घरों पर आज ईडी ने छापा मारा है।
चार दिनों के बाद रायपुर में कांग्रेस का महाधिवेशन है। तैयारियों में लगे साथियों को इस तरह रोककर हमारे हौसले नहीं तोड़े जा सकते। 1/2
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 20, 2023
उन्होंने कहा, ‘रायपुर में चार दिन बाद कांग्रेस का अधिवेशन है. इस तरह की तैयारियों में लगे हमारे साथियों को रोककर हमारा हौसला नहीं तोड़ा जा सकता.’
बघेल ने दावा किया कि भाजपा भारत जोड़ो यात्रा की सफलता और अडानी समूह पर लगे आरोपों से ‘निराश’ है. यह छापा ध्यान भटकाने का प्रयास है. देश सच जानता है. हम लड़ेंगे और जीतेंगे.
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि रायपुर में कांग्रेस महाधिवेशन के पहले मोदी सरकार द्वारा ईडी का दुरुपयोग कर छत्तीसगढ़ के हमारे कांग्रेस नेताओं पर छापा मारना, भाजपा की कायरता को दर्शाता है.
पिछले 9 सालों में ED ने जो रेड की हैं उसमें 95% विपक्षी नेता हैं, और सबसे ज़्यादा कांग्रेस नेताओं के ख़िलाफ़ है।
रायपुर में कांग्रेस महाधिवेशन के पहले मोदी सरकार द्वारा ED का दुरपयोग कर छत्तीसगढ़ के हमारे कांग्रेस नेताओं पर छापा मारना, भाजपा की कायरता को दर्शाता है।
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— Mallikarjun Kharge (@kharge) February 20, 2023
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘पिछले 9 सालों में ईडी ने जो रेड की हैं उसमें 95% विपक्षी नेता हैं, और सबसे ज़्यादा कांग्रेस नेताओं के ख़िलाफ़ है.’
नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के संचार प्रमुख जयराम रमेश और मीडिया विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने कहा कि ईडी ‘लोकतंत्र को खत्म करने’ और ‘लोकतंत्र को नष्ट करने’ के लिए खड़ा है.
पार्टी ने भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर एजेंसी को गायब करने का आरोप लगाया, यह देखते हुए कि 2004 और 2014 के बीच – जब यूपीए सत्ता में थी – उसके छापे 112 से बढ़कर मोदी सरकार के तहत 3,000 से अधिक हो गए. खेड़ा ने दावा किया कि इन छापों में से 95 फीसदी में विपक्षी नेता निशाने पर थे.
रमेश ने कहा, ‘यह स्पष्ट रूप से प्रतिशोध की राजनीति है, उत्पीड़न की राजनीति है. इसे कांग्रेस के पूर्ण अधिवेशन का पर्दा उठाने वाला माना जा रहा है. हम डरने वाले नहीं हैं. हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है. हम भयभीत नहीं होंगे. मोदी की एफडीआई की नीति – डर, छल और धमकी है… यही उनकी वास्तविक एफडीआई नीति है.’
भाजपा नेता ने कहा- बघेल संसाधनों की ‘लूट’ कर रहे हैं
उधर, भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भूपेश बघेल पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस का पूर्ण अधिवेशन ‘कैश पिक-अप सर्विस’ है.
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, सिंह ने ‘सोनिया गांधी की तिजोरी भरने के लिए छत्तीसगढ़ के संसाधनों को लूटने’ का आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी बघेल की ‘चोरी’ पकड़ी जाती है, तो कांग्रेस रोने लगती है. आखिर कब तक मां छत्तीसगढ़ के संसाधनों को लूटकर 10 जनपथ की तिजोरी भरोगे.
रमन सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘भूपेश बघेल की ‘कैश ऑन डिलीवरी’ सेवा के बाद कांग्रेस अधिवेशन के नाम से ‘कैश पिक-अप’ सेवा चल रही है.’
बघेल ने रमन सिंह से पूछा कि क्या वह केंद्रीय एजेंसियों के प्रवक्ता हैं. उन्होंने रमन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी छापेमारी होती है तो वह केंद्रीय एजेंसियों के प्रवक्ता बन जाते हैं.
उन्होंने कहा, ‘वह (भाजपा) 15 साल में जो नहीं कर सके, कांग्रेस सरकार के चार साल ने किया और दिल जीत लिया.’