विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता और ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट ने बीते 18 जनवरी को आरोप लगाया था कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह कई वर्षों से महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न कर रहे हैं, जिसके बाद मामले की जांच के लिए निगरानी समिति का गठन किया गया था.
नई दिल्ली: विनेश फोगाट ने आरोप लगाया है कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली निगरानी समिति के एक सदस्य मीडिया को संवेदनशील जानकारी लीक कर रहे हैं.
इस संबंध में उन्होंने 26 फरवरी को किए एक ट्वीट में उक्त सदस्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए खेल एवं युवा कल्याण मंत्री अनुराग ठाकुर को भी पोस्ट में टैग किया है.
Requirement of action against a member of oversight committee for leaking sensitive information to the press. @ianuragthakur pic.twitter.com/cUPDDUXhaf
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) February 26, 2023
पोस्ट में फोगाट ने लिखा है, ‘मुझे हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट पढ़कर पता चला है कि निगरानी समिति का एक खिलाड़ी सदस्य कथित तौर पर यौन शोषण की शिकायत की सामग्री को लीक कर रहा है.’
उन्होंने आगे लिखा, ‘यह खिलाड़ी होने के नाते यह देखना बेहद ही दिल दुखाने वाला है कि निगरानी समिति के सदस्य एक साथी खिलाड़ी ने इतना लापरवाह व्यवहार किया है. ऐसे व्यवहार से महिलाओं के प्रति उनका रवैया प्रकट होता है.’
उन्होंने लिखा, ‘यह और भी ज्यादा निंदनीय है कि यह खिलाड़ी भारतीय कुश्ती महासंघ के उच्च पदस्थ पदाधिकारियों के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की जांच कर रही दोनों समितियों का सदस्य है. इससे समिति की कार्यवाहियों पर संदेह उत्पन्न होता है. मैं निराश महसूस कर रही हूं.
वे कार्रवाई की मांग करते हुई लिखती हैं, ‘मैं आग्रह करती हूं कि अपने पद का इस तरह इस्तेमाल करने के लिए उक्त सदस्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और उन्हें तत्काल समिति से हटाया जाना चाहिए.’
वे लिखती हैं, ‘चिंता केवल इस जांच की कार्यवाही तक ही सीमित नहीं है, क्योंकि मुझे यकीन है कि पूर्व अध्यक्ष (भारतीय कुश्ती महासंघ) इस सदस्य से सहयोग प्राप्त कर रहे हैं. यह सदस्य पहले ही दिन से महिलाओं के हितों के खिलाफ काम कर रहा है. समिति की कार्यवाही के दौरान इस खिलाड़ी द्वारा दिखाई गई सहानुभूति में कमी और असंवेदनशीलता चौंकाने वाली थी.’
अंत में वे कार्रवाई की मांग करते हुए लिखती हैं, ‘मैं अनुरोध करती हूं कि इस मामले की जांच की जाए और सभी आवश्यक कार्रवाई तुरंत की जाएं.’
मालूम हो कि यह आरोप देश के कुछ शीर्ष पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन दुर्व्यवहार और उत्पीड़न के आरोप लगाए जाने की घटना के परिदृश्य में सामने आए हैं. इस मामले में विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया सहित कुछ प्रमुख पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष के खिलाफ बीते जनवरी माह में दिल्ली स्थित जंतर मंतर पर धरना भी दिया था.
विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता और ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट ने एक चौंकाने वाले खुलासे में बीते 18 जनवरी को आरोप लगाया था कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह कई वर्षों से महिला पहलवानों का यौन शोषण कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि कुश्ती महासंघ के पसंदीदा कोच महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करते हैं और उन्हें परेशान करते हैं. उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह पर लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने और टोक्यो ओलंपिक 2020 में उनकी हार के बाद उन्हें ‘खोटा सिक्का’ कहने का भी आरोप लगाया था.
विनेश ने दावा किया था कि उन्हें कुश्ती महासंघ अध्यक्ष के इशारे पर उनके करीबी अधिकारियों से जान से मारने की धमकी मिली थी, क्योंकि उन्होंने टोक्यो ओलंपिक खेलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उनका ध्यान इन मुद्दों की ओर आकर्षित करने की हिम्मत दिखाई थी.
इसके बाद सरकार ने आरोपों की जांच के लिए एक निगरानी समिति गठित करने का फैसला करने के साथ बृज भूषण शरण सिंह को कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारियों से अलग करने का आश्वासन देने के बाद पहलवानों ने अपना धरना खत्म किया था.
खेल मंत्रालय ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एक समिति गठित कर दी थी और साथ ही भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने भी एक समिति का गठन किया. इन दोनों समितियों की अध्यक्षता ओलिंपियन मुक्केबाज और राज्यसभा की पूर्व सांसद मैरी कॉम कर रही हैं.