रामनवमी का त्योहार के बाद बिहार और पश्चिम बंगाल कुछ शहरों में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं. बीते 1 अप्रैल की रात बिहार शरीफ़ शहर में दो समूहों के बीच हुई गोलीबारी में एक 16 वर्षीय लड़के की मौत हो गई. इन घटनाओं के चलते तनाव व्याप्त है.
नई दिल्ली: रामनवमी का त्योहार शुरू होने बाद बिहार और पश्चिम बंगाल में बीते 31 मार्च से तनाव व्याप्त है. इसकी वजह विभिन्न शहरों में सांप्रदायिक झड़पें हैं.
मीडिया के आईं खबरों में कहा गया है कि बीते 1 अप्रैल को बिहार में हुई हिंसा के दौरान एक 16 वर्षीय लड़के की मौत हो गई थी.
बिहार
बीते रविवार (2 अप्रैल) को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सासाराम (रोहतास जिले में) और बिहार शरीफ (नालंदा जिले में) की स्थिति पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की, जहां रामनवमी की रैलियों के बाद सांप्रदायिक तनाव देखा गया था.
खबरों के अनुसार, बीते शनिवार (1 अप्रैल) की रात बिहार शरीफ शहर में दो समूहों के बीच हुई गोलीबारी में एक 16 वर्षीय लड़के की मौत हो गई. इंडियन एक्सप्रेस ने खबर दी है कि लड़का सब्जी खरीदने निकला था जब गोलीबारी की चपेट में आ गया.
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश ने लड़के के परिवार के लिए 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि बिहार शरीफ में हुई फायरिंग की चपेट में आकर घायल हुए दो अन्य लोगों की पहचान मोहम्मद शकील (66 वर्ष) और मोहम्मद ताज (32 वर्ष) के रूप में हुई है.
सासाराम और बिहार शरीफ दोनों ही जगहों पर रविवार को भी तनाव बना रहा.
टाइम्स ऑफ इंडिया ने भी बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के रामपुर बखरी गांव में झड़प और सांप्रदायिक तनाव की सूचना दी है.
पश्चिम बंगाल
बीते रविवार पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिशरा में रामनवमी की दो रैलियों को रोके जाने के बाद फिर से झड़पें हुईं. भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया है कि कथित हमले में उसके विधायक बिमान घोष (पुरसुराह निर्वाचन क्षेत्र के) घायल हो गए.
भाजपा उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने दो रैलियों में से एक का वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें वे शामिल थे. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आम लोगों की सुरक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया.
Stone pelting from Masjid towards #RamNavami rally at Rishra, Hooghly today. pic.twitter.com/HByHpER7cW
— Dilip Ghosh (@DilipGhoshBJP) April 2, 2023
समाचार एजेंसी पीटीआई ने चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा है, ‘जिस जुलूस पर हमला हुआ उसमें मेदिनीपुर के सांसद दिलीप घोष और पुरसुराह के विधायक बिमान घोष मौजूद थे. यह पारंपरिक रास्ते से जा रही थी, जब एक समूह ने इस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. हमने स्थिति से निपटने के लिए तत्काल कदम उठाए.’
रिशरा व श्रीरामपुर के वार्डों में धारा 144 लागू की गई है.
भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने एक दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है. टीएमसी प्रवक्ता जॉयप्रकाश मजूमदार ने सवाल उठाया कि भाजपा ‘दो दिन बाद’ रामनवमी की रैलियां क्यों निकाल रही है.
ताजा परेशानी हावड़ा और पड़ोसी कोलकाता में हिंसा बढ़ने के बाद आई है, जहां रामनवमी रैलियों के दौरान और बाद में बड़े पैमाने पर आगजनी और पथराव के बाद 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
मालूम हो कि बीते वर्षों की तरह ही इस वर्ष भी रामनवमी के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में गुरुवार (30 मार्च) को हिंसा और झड़प की घटनाएं देखी गईं.
पुलिस ने बताया है कि देश भर में रामनवमी के जुलूसों के दौरान हिंसा और झड़प की घटनाओं में कम से कम 22 लोग घायल हो गए और 54 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
बीते 28 मार्च की रात महाराष्ट्र के जलगांव जिले के पालधी में एक मस्जिद के सामने डीजे के साथ एक धार्मिक जुलूस निकाले जाने के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी.
पुलिस ने बताया था कि इस संबंध में दो एफआईआर दर्ज की गई है, इसमें हिंदू समुदाय के 9 और मुस्लिम समुदाय से 63 लोगों को नामजद किया गया है. वहीं, 56 लोग गिरफ्तार किए गए थे.
इस घटना के बाद अज्ञात लोगों द्वारा एक प्रतिमा को तोड़े जाने के बाद जलगांव जिले के ही अतरवाल गांव में दो समूहों के बीच झड़प हो गई थी. इस संबंध में पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया था.
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