बिहार के नालंदा ज़िले के मुख्यालय बिहार शरीफ़ में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा के मामले में बजरंग दल के ज़िला संयोजक कुंदन कुमार को गिरफ़्तार किया गया है. बीते 31 मार्च को यहां हुई हिंसा के दौरान एक युवक की मौत हो गई थी.
नई दिल्ली: बिहार के नालंदा जिले के मुख्यालय बिहार शरीफ में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने शनिवार (8 अप्रैल) को बजरंग दल के जिला संयोजक कुंदन कुमार को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने कहा कि उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि प्रशासन ने उसकी संपत्तियों को कुर्क करना शुरू कर दिया. कुमार को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
कुंदन नालंदा जिले के बजरंग दल प्रमुख हैं. उन पर बिना उचित अनुमति के बिहार शरीफ में रामनवमी जुलूस के नाम पर भारी भीड़ जमा करने का आरोप है. यह भीड़ नियंत्रण से बाहर हो गई और हिंसा शुरू हो गई थी.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने शनिवार को नौ आरोपियों के खिलाफ अदालत की अनुमति के साथ संपत्ति कुर्की की प्रक्रिया शुरू की.
उन्होंने कहा, ‘उनमें से आठ, जिनमें कुंदन भी शामिल हैं, ने पुलिस के दबाव में आत्मसमर्पण कर दिया है.’
31 मार्च को रामनवमी के जुलूस के दौरान बिहार शरीफ शहर में हिंसा हुई, जिसके परिणामस्वरूप एक युवक की मौत हो गई थी. इस दौरान कई संपत्तियों में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई थी. हिंसा के दौरान लूटपाट की भी खबर है.
बिहार शरीफ के अलावा राज्य के रोहतास जिले में भी ऐसी ही हिंसा देखी गई. कुल मिलाकर बिहार पुलिस ने 130 लोगों को गिरफ्तार कर सात एफआईआर दर्ज की गई है.
इस बीच, कुंदन कुमार ने आरोप लगाया कि उन्हें फंसाया जा रहा है और उन्होंने हिंसा के लिए प्रशासन को दोषी ठहराया.
उन्होंने कहा, ‘मैंने आत्मसमर्पण किया है, क्योंकि मेरे परिवार की संपत्ति कुर्क की जा रही थी. हिंसा की घटनाएं प्रशासन द्वारा की गई अपर्याप्त व्यवस्था के कारण हुई.’
कुंदन ने स्थानीय मीडिया को बताया कि वास्तव में वह हिंसा के दिन बिहार शरीफ के ‘बिहार’ थाने के प्रभारी अधिकारी के साथ थे.
उन्होंने कहा कि उनके पास अपने तीन ड्रोन कैमरों से शूट की गईं तस्वीरें और वीडियो हैं, ताकि यह साबित हो सके कि घटनाएं कैसे सामने आईं. उन्होंने यह भी दावा किया कि जुलूस निकालने के लिए उन्होंने पुलिस से पूर्व अनुमति ली थी.
उन्होंने कहा, ‘इस पूरे प्रकरण में एक साजिश की बू आ रही है. बजरंग दल के कार्यकर्ता होने का दावा करने वाले कई लोग थे, जिन्हें मैंने पहले कभी नहीं देखा था.’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई ने नीतीश कुमार सरकार पर लोगों को झूठे तरीके से फंसाने का आरोप लगाते हुए कुंदन का बचाव किया.
राज्य भाजपा प्रमुख सम्राट चौधरी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि बिहार सरकार मजाक कर रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के गृह मंत्री हैं और यह घटना (हिंसा) प्रशासनिक गैर-जिम्मेदारी की वजह से हुई. नीतीश किसी को भी फंसा सकते हैं, यह उनकी पुरानी आदत है.’
इस बीच, मुख्यमंत्री ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि प्रशासन हिंसा करने वालों को सजा दिलाने के लिए अपना काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार उन लोगों को कुछ राहत देगी, जिनकी संपत्तियों को हिंसा के दौरान नुकसान पहुंचा है.
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