यूपीएससी के माध्यम से नियुक्त अधिकारी ‘डकैत’ होते हैं: केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडू

केंद्रीय आदिवासी मामलों और जलशक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने बीते शनिवार को ओडिशा के बालासोर ज़िले के बलियापाल में एक सरकारी स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एक सभा को संबोधित करते हुए ये टिप्पणी की.

केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडू. (फोटो साभार: फेसबुक)

केंद्रीय आदिवासी मामलों और जलशक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने बीते शनिवार को ओडिशा के बालासोर ज़िले के बलियापाल में एक सरकारी स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एक सभा को संबोधित करते हुए ये टिप्पणी की.

केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडू. (फोटो साभार: फेसबुक)

बालासोर (ओडिशा): भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने एक कार्यक्रम के दौरान संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के माध्यम से नियुक्त किए गए अधिकारियों को ‘डकैत’ कहकर संबोधित किया है.

इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, टुडू ने आरोप लगाया है कि एक ‘मुर्गी चोर’ को तो दंडित किया जा सकता है, लेकिन एक अधिकारी, जो खनिज माफिया है, उसे छुआ भी नहीं जा सकता, क्योंकि व्यवस्था उसे बचाती है.

केंद्रीय आदिवासी मामलों और जलशक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने शनिवार (8 अप्रैल) को ओडिशा के बालासोर जिले के बलियापाल में एक सरकारी स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एक सभा को संबोधित करते हुए ये टिप्पणी की.

उनके इस बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, लेकिन समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा इसकी प्रामाणिकता की जांच नहीं की जा सकी है.

टुडू ने जोर देकर कहा, ‘मैं सोचता था कि जिन्हें यूपीएससी के माध्यम से नियुक्त किया जाता है, वे सबसे अधिक जानकार व्यक्ति होते हैं और हमेशा उच्च पदों पर आसीन होते हैं, लेकिन अब मुझे लगता है कि जो लोग वहां से क्वालिफाई हुए हैं, संभवत: डाकू होते हैं. मैं यह नहीं कहता कि 100 फीसदी होते हैं, लेकिन उनमें से कई डकैत हैं.’

ज्ञात हो कि यूपीएससी देश का प्रमुख केंद्रीय भर्ती आयोग है, जो एक स्वतंत्र निकाय के रूप में कार्य करता है और शीर्ष सरकारी अधिकारियों की नियुक्ति करता है.

उन्होंने कहा कि यूपीएससी कार्यालय दिल्ली में उनके आवास के ठीक पीछे है और शुरुआत में वह इसके लिए बहुत सम्मान रखते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है.

अपने भाषण के दौरान उन्होंने यह भी पूछा, ‘अगर ऐसे शिक्षित लोग वहां मौजूद हैं, तो हमारा समाज भ्रष्टाचार ओर अन्याय से क्यों घिरा हुआ है?’

अपने ही सवाल का जवाब देते हुए टुडू बोले, ‘ऐसा हमारी शिक्षा प्रणाली में नैतिकता की कमी और हमारे बीच आध्यात्मिक शिक्षा एवं विचारों के अभाव के कारण है.’

इससे पहले टुडू ने 2021 में भी मयूरभंज में अपने निर्वाचन क्षेत्र में राज्य सरकार के अधिकारियों पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया था.