यूपी सरकार के सुदृढ़ क़ानून-व्यवस्था के दावों के बीच रेप आरोपी ने पीड़िता के घर, बेटे को आग लगाई

घटना उन्नाव की है. ख़बरों के अनुसार, फरवरी 2022 में सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई नाबालिग दलित लड़की ने एक बेटे को जन्म दिया था. पीड़िता की मां के अनुसार, बलात्कार का मामला वापस लेने से इनकार करने के बाद ज़मानत पर बाहर दो आरोपियों ने बच्चे को ख़त्म करने के उद्देश्य से उनके घर में आग लगा दी.

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(प्रतीकात्मक फोटो साभार: Jared Rodriguez /Truthout)

घटना उन्नाव की है. ख़बरों के अनुसार, फरवरी 2022 में सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई नाबालिग दलित लड़की ने एक बेटे को जन्म दिया था. पीड़िता की मां के अनुसार, बलात्कार का मामला वापस लेने से इनकार करने के बाद ज़मानत पर बाहर दो आरोपियों ने बच्चे को ख़त्म करने के उद्देश्य से उनके घर में आग लगा दी.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: Jared Rodriguez /Truthout)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में सोमवार को पुरुषों के एक समूह ने एक नाबालिग दलित लड़की के घर में आग लगा दी. इनमें से दो ने पिछले साल फरवरी में कथित रूप से इस लड़की से बलात्कार किया था.

आग लगने से में दो बच्चे- 11 वर्षीय नाबालिग का छह महीने का बेटा (बलात्कार के दौरान वह गर्भवती हो गई थीं) और पीड़िता की दो महीने की बहन शामिल थी.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जमानत पर बाहर आए दोनों आरोपी सोमवार शाम को पीड़िता के परिवार के फूस के छप्पर में घुस गए और उनकी मां की पिटाई की. इसके बाद घर में आग लगा दी. बताया गया है कि लड़की ने उनके खिलाफ बलात्कार का मामला वापस लेने से इनकार कर दिया था.

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सुशील श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़िता का बेटा 35 फीसदी और बहन 45 फीसदी झुलसी है. दोनों को इलाज के लिए कानपुर रेफर कर दिया गया है.

पीटीआई के मुताबिक, पीड़िता की मां ने कहा है कि यह आग पीड़िता के बेटे को मारने के लिए लगाई गई थी, क्योंकि वह बलात्कार के परिणामस्वरूप पैदा हुआ था.

खबर के अनुसार, पुलिस ने बताया है कि दलित लड़की के साथ 13 फरवरी 2022 को सामूहिक बलात्कार किया गया था. उसी साल सितंबर में उसने एक बेटे को जन्म दिया. पीड़िता की मां ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी बेटी के नवजात बेटे को खत्म करने के लिए उनके घर में आग लगा दी गई.

पीड़िता के परिवार पर हुआ यह पहला हमला नहीं है. उनके परिवार को लगातार बलात्कार के मामले को वापस लेने को लेकर दबाव का सामना करना पड़ रहा है.

बीते 13 अप्रैल को पीड़िता के पिता पर पीड़िता के ही दादा और चाचा, जो आरोपी के पक्ष में हैं, के साथ चार अन्य लोगों ने कुल्हाड़ी से हमला किया था. उन्होंने हमलावरों की पहचान की थी, लेकिन कथित तौर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. सामने आए एक वीडियो में पीड़िता के पिता कहते नजर आते हैं कि उन्होंने पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन इस पर कार्रवाई नहीं की गई.

पीड़िता के पिता भी फिलहाल जिला अस्पताल में भर्ती हैं.

गौरतलब है कि इसी दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम राज्य की कानून- व्यवस्था को लेकर दावे किए थे. उन्होंने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था पहले से काफी बेहतर है.

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