पंजाब के मोहाली ज़िले के डेरा बस्सी का मामला. मृतकों में एक नेपाल का नागरिक है. घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. पुलिस ने मीट प्लांट के प्रबंधन के ख़िलाफ़ ग़ैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है. डेरा बस्सी में हुई एक अन्य घटना में सीवर की सफाई के दौरान एक मज़दूर की दम घुटने से मौत हो गई है.
डेरा बस्सी: पंजाब में मोहाली जिले के डेरा बस्सी में शुक्रवार दोपहर एक फेडरल मीट प्लांट में ग्रीस टैंक की सफाई के दौरान चार मजदूरों की मौत हो गई.
एनडीटीवी के मुताबिक, घटना उस वक्त हुई जब चारों मजदूर एक के बाद एक ग्रीस टैंक में घुसे हुए थे और टंकी की सफाई के दौरान जहरीले गैस की चपेट आ गए.
टैंक में घुसे एक अन्य की जान स्थानीय लोगों ने उसे बचा लिया है.
उन्होंने कहा, ‘टैंक में समय के साथ जमा होने वाली ग्रीस को साफ करने के लिए एक मजदूर टैंक में घुसा. जब वह मजदूर नहीं लौटा तो दूसरा अंदर गया, लेकिन वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया और बाहर नहीं निकला.’
उन्होंने आगे कहा, ‘इसके बाद दो और मजदूर टैंक में घुस गए. कोई बाहर नहीं निकला, इसके बाद मैं टैंक में घुसा और जहरीली गैस के कारण बेहोश हो गया.’
उन्होंने कहा, ‘बाद में मुझे बचा लिया गया, लेकिन बाकी चार मजदूरों ने जहरीली गैस के कारण दम तोड़ दिया.’
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, मृतकों की पहचान बेहरा गांव निवासी 25 वर्षीय प्लंबिंग ठेकेदार माणक सिंह, नेपाल के मूल निवासी 35 वर्षीय जनक थापा, बिहार के रहने वाले 25 वर्षीय गिरधर पांडेय और 35 वर्षीय कुर्बान के रूप में हुई है. माणक प्लांट के स्थायी कर्मचारी थे.
उपायुक्त आशिका जैन ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं, जबकि पुलिस ने मीट फैक्ट्री के प्रबंधन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की कार्यवाही शुरू कर दी है, जो फेडरल एग्रो इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित है.
पुलिस ने फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 (गैर-इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है. डेरा बस्सी के एएसपी दर्पण अहलूवालिया ने कहा, ‘यह भी जांच की जा रही है कि क्या मृतक टैंक की सफाई के लिए प्रशिक्षित थे या सिर्फ निगरानी में काम कर रहे थे.’
सीवर की सफाई के दौरान दम घुटने से एक व्यक्ति की मौत
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, शुक्रवार को डेरा बस्सी में इसी तरह की एक अन्य घटना में सरपंच के निर्देश पर जोहल कलां गांव में सीवर लाइन की सफाई के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई.
सूत्रों ने कहा कि सीवर लाइन को समय से पहले उनकी गैस निकालने के लिए नहीं खोला गया और दो श्रमिकों को इसमें प्रवेश करने के लिए मजबूर किया गया.
मैनहोल में घुसते ही रवि कुमार की दम घुटने से मौत हो गई और दूसरा मजदूर गुरजीत बेहोश होकर गिर पड़ा. उन्हें इलाज के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल सेक्टर 32, चंडीगढ़ ले जाया गया.