हाल ही में अमूल ब्रांड की मालिक गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड का 11 सदस्यीय डेलिगेशन न्यूजीलैंड में एक स्टडी टूर पर गया था. अब एक स्थानीय महिला ने दो सदस्यों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
वडोदरा: गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ), जो अमूल ब्रांड का मालिक है, ने सोमवार को एक न्यूजीलैंड की एक महिला के उन आरोपों का खंडन किया, जिसमें उसने कंपनी के प्रतिनिधिमंडल के दो सदस्यों पर न्यूजीलैंड में एक व्यावसायिक कार्यक्रम में उसे ‘अनुचित तरीके से छूने’ का आरोप लगाया था.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, न्यूजीलैंड पुलिस देश के दक्षिण द्वीप क्षेत्र के कैंटरबरी में वेमाकरिरी क्षेत्र के एक फार्म में काम करने वाली महिला द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद कथित घटना की जांच कर रही है.
वहीं, जीसीएमएमएफ ने सोमवार को एक आधिकारिक विज्ञाप्ति में कहा, ‘उक्त शिकायत का अनुचित प्रचार दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने की प्रक्रिया को पटरी से उतारने का एक निंदनीय प्रयास है.’
जीसीएमएमएफ ने अपने बयान में आरोपों का खंडन करते हुए कहा, ’17 अप्रैल को इस कार्यक्रम में अमूल प्रतिनिधिमंडल द्वारा एक महिला को परेशान करने की घटना की खबर गलत है. ऐसा उक्त कार्यक्रम में उपस्थित (न्यूजीलैंड) सरकार के माननीय मंत्री और अन्य वरिष्ठ सदस्यों के बयानों में भी देखा जा सकता है. प्रतिनिधिमंडल के किसी भी सदस्य द्वारा किसी भी गलत काम का कोई सबूत नहीं मिला है.’
प्राप्त शिकायत को मिले ‘अनुचित प्रचार’ की निंदा करते हुए जीसीएमएमएफ ने दूसरी तरफ न्यूजीलैंड के मंत्री और सरकारी अधिकारियों को ‘उनके समर्थन के लिए’ धन्यवाद दिया है.
जीसीएमएमएफ के अनुसार, जिस कार्यक्रम में कथित कदाचार हुआ, वह 17 अप्रैल को वेमाकरिरी में न्यूजीलैंड के कृषि मंत्री डेमियन ओ’कॉनर और कृषि अवर सचिव जो लक्सटन की उपस्थिति में आयोजित किया गया था.
महासंघ ने कहा, ‘जीसीएमएमएफ के नौ बोर्ड सदस्य न्यूजीलैंड सरकार और मीडिया के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौजूद थे.’ साथ ही कहा कि बोर्ड के दो सदस्य – बनास यूनियन के अध्यक्ष शंकर चौधरी और मेहसाणा यूनियन के अध्यक्ष अशोक चौधरी – 18 अप्रैल को न्यूजीलैंड पहुंचे थे.
सोमवार को न्यूजीलैंड के साउथ आइलैंड पुलिस विभाग के एक प्रवक्ता ने इंडियन एक्सप्रेस को ईमेल पर बताया कि शिकायत की जांच पर ‘साझा करने के लिए और कोई अपडेट नहीं है.’ 22 अप्रैल को शिकायत की पुष्टि करने के बाद न्यूजीलैंड पुलिस के प्रवक्ता ने कहा था, ‘पुलिस मामले में शामिल पक्षों के साथ इस मामले को सुलझाने के लिए काम कर रही है.’
इस बीच, एक स्टडी टूर पर न्यूजीलैंड गया 11 सदस्यीय जीसीएमएमएफ प्रतिनिधिमंडल 23 अप्रैल को नियोजित कार्यक्रम के अनुसार वापस लौट आया. इस दौरान उसने कई डेयरी फार्मों और संस्थानों का दौरा किया. इस यात्रा का समन्वय न्यूजीलैंड के प्राथमिक उद्योग मंत्रालय और भारत में न्यूजीलैंड के दूतावास द्वारा किया गया था.