बीते 6 मई को किंग चार्ल्स तृतीय और उनकी पत्नी कैमिला को ब्रिटेन और राष्ट्रमंडल के राजा और रानी के रूप में ताज पहनाया गया. इस दौरान लंदन में राजशाही का विरोध कर रहे 52 लोगों को गिरफ़्तार किया गया. मानवाधिकार समूहों ने प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी को लेकर चिंता जताई है.
नई दिल्ली: ब्रिटेन की राजधानी लंदन की पुलिस ने बीते शनिवार (6 मई) को किंग चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक के दौरान राजशाही विरोधी कई प्रदर्शनकारियों सहित 52 लोगों को गिरफ्तार किया था. समाचार वेबसाइट बीबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.
चार्ल्स तृतीय और उनकी पत्नी कैमिला को शनिवार को यूनाइटेड किंगडम और राष्ट्रमंडल के राजा और रानी के रूप में ताज पहनाया गया. चार्ल्स तृतीय को बीते साल 8 सितंबर को उनकी मां एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद नया महाराज चुना गया था.
समाचार वेबसाइट स्क्रॉल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को मानवाधिकार समूहों ने प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी को लेकर चिंता जताई है. हालांकि, शहर की मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा कि उसके अधिकारियों ने कानून के तहत काम किया है.
Despite police repression, protests against the monarchy are taking place in London: pic.twitter.com/elVwajvwTE
— Popitics (@Popitics1) May 6, 2023
कमांडर कैरेन फिंडले ने कहा कि जब ‘विरोध आपराधिक हो जाता है और गंभीर व्यवधान पैदा कर सकता है’ तो अधिकारियों का कर्तव्य है कि वे हस्तक्षेप करें.
उन्होंने कहा, ‘यह संदर्भ पर निर्भर करता है. राज्याभिषेक पीढ़ी में एक बार होने वाली घटना है और हमारे आकलन में यह एक महत्वपूर्ण विचार है.’
गिरफ्तार किए गए लोगों में राजशाही विरोधी समूह ‘रिपब्लिक’ के प्रमुख ग्राहम स्मिथ भी थे.
शनिवार देर रात स्मिथ ने कहा कि उन्हें पुलिस थाने से रिहा कर दिया गया. उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘मैं अब रिहा हो गया हूं. अभी भी अपने साथियों (के रिहा होने) का इंतजार कर रहा हूं. कोई गलती मत करना. ब्रिटेन में अब शांतिपूर्ण विरोध का अधिकार नहीं है. मुझे कई बार कहा गया है कि सम्राट हमारी स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हैं. अब उसके नाम पर हमारी आजादी पर हमला हो रहा है.’
I’m now out of the police station. Still waiting for my colleagues.
Make no mistake. There is no longer a right to peaceful protest in the UK.
I have been told many times the monarch is there to defend our freedoms. Now our freedoms are under attack in his name.
— Graham Smith 🇺🇦 🏳️🌈 (@GrahamSmith_) May 6, 2023
सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों में प्रदर्शनकारियों को ‘राजशाही खत्म करो’ और ‘नॉट माई किंग’ जैसे बैनर लिए हुए देखा जा सकता है.
राजशाही विरोधी प्रदर्शनकारियों की गिरफ़्तारी पर टिप्पणी करते हुए यूनाइटेड किंगडम की ह्यूमन राइट्स वॉच की प्रमुख यासमीन अहमद ने कहा, ‘ये ऐसे दृश्य हैं, जिन्हें आप रूस में देखने की उम्मीद करेंगे न कि ब्रिटेन में.’
Just a mile away from London’s Westminster Abbey where King Charles III was crowned, thousands of his subjects protested against the monarchy — and at least seven people were detained by police. Protesters shouted “Not My King” and were met with monarchists trying to drown them… pic.twitter.com/UUwyCCkZ3V
— The Washington Post (@washingtonpost) May 6, 2023
बीबीसी के अनुसार, जलवायु समूह जस्ट स्टॉप ऑयल ने कहा कि 13 प्रदर्शनकारियों को लंदन के मॉल में और पांच अन्य को डाउनिंग स्ट्रीट से गिरफ्तार किया गया. समूह के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रदर्शनकारी केवल झंडे और टी-शर्ट प्रदर्शित करना चाहते थे.