डब्ल्यूएफआई प्रदर्शन: समर्थन देने आए किसानों ने कहा- बृजभूषण को गिरफ़्तार करें, बेटियों को न्याय दें

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शनरत पहलवानों को समर्थन देने संयुक्त किसान मोर्चा, भाकियू, खाप पंचायतों के नेताओं समेत सैकड़ों लोग जंतर-मंतर पहुंचे थे. पहलवानों को परामर्श देने के लिए गठित 31 सदस्यीय समिति ने बृजभूषण की गिरफ़्तारी के लिए 21 मई की समयसीमा देते हुए कहा है कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो प्रदर्शनकारी 'अहम फैसला' लेंगे.

रविवार को हुए कैंडल मार्च में बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और संगीता फोगाट. (फोटो साभार: ट्विटर/@SakshiMalik)

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शनरत पहलवानों को समर्थन देने संयुक्त किसान मोर्चा, भाकियू, खाप पंचायतों के नेताओं समेत सैकड़ों लोग जंतर-मंतर पहुंचे थे. पहलवानों को परामर्श देने के लिए गठित 31 सदस्यीय समिति ने बृजभूषण की गिरफ़्तारी के लिए 21 मई की समयसीमा देते हुए कहा है कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो प्रदर्शनकारी ‘अहम फैसला’ लेंगे.

रविवार को हुए कैंडल मार्च में बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और संगीता फोगाट. (फोटो साभार: ट्विटर/@SakshiMalik)

नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर प्रदर्शन कर रहे पदक विजेता पहलवानों को समर्थन देने के लिए रविवार को किसान यूनियन, खाप पंचायतों के नेता, डीटीसी कर्मचारी यूनियन समेत सैकड़ों लोग जंतर-मंतर पर पहुंचे.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, संयुक्त किसान मोर्चा, भारतीय किसान यूनियन और अन्य खापों ने बैठक के बाद केंद्र सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि वे बृजभूषण को गिरफ्तार करें वरना वे जंतर-मंतर के साथ पूरे शहर में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे.

एनडीटीवी के अनुसार, प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को परामर्श देने के लिए गठित 31 सदस्यीय समिति ने बृजभूषण को गिरफ्तार करने के लिए 21 मई तक की समयसीमा दी है. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो प्रदर्शनकारी ‘अहम फैसला’ लेंगे.

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत, ‘खाप महम 24′ के प्रमुख मेहर सिंह और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के बलदेव सिंह सिरसा पहलवानों के साथ मंच पर नजर आए और मीडिया को संबोधित किया.

यहां टिकैत ने कहा, ‘आज की बैठक में खाप पंचायत और एसकेएम के कई नेता शामिल हुए. हमने तय किया कि हर खाप से सदस्य रोज धरनास्थल आएंगे. वे दिन में यहीं रुकेंगे और शाम तक लौट आएंगे. पहलवानों की समिति धरना प्रदर्शन करेगी और हम पहलवानों को बाहर से समर्थन देंगे. हमने 21 मई के लिए बैठक निर्धारित की है. अगर सरकार कोई प्रस्ताव नहीं देती है, तो हम अपनी अगली रणनीति तैयार करेंगे.’

उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर कोई आपात स्थिति आती है, पहलवान अगर किसी समस्या का सामना करते है तो पूरा देश उनके साथ खड़ा है.

इस दौरान प्रदर्शन कर रहीं पहलवान विनेश फोगाट ने भी ऐसा संकेत दिया कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं, तब उनका विरोध और बढ़ सकता है. उन्होंने कहा, ‘अगर 21 मई तक सरकार का कोई प्रस्ताव नहीं आया तो हम एक बड़ा फैसला ले सकते हैं. किसी ने भी हमारे विरोध को ‘हाईजैक’ नहीं किया है. सिर्फ अन्याय के खिलाफ हमारी लड़ाई में लोग हमारे साथ हैं. ये लोग हमारा सम्मान करते हैं और हमारी गरिमा की परवाह करते हैं.’

रविवार को धरनास्थल पर समर्थन करने पहुंचे लोगों के साथ विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और संगीता फोगाट.(फोटो साभार: ट्विटर/@Phogat_Vinesh)

उन्होंने जोड़ा, ‘सभी महिलाएं हमारी इस लड़ाई से जुड़ सकती हैं. समर्थकों ने हमें हिम्मत दी है. हम लड़ने को तैयार हैं.’

गौरतलब है कि बीते 21 अप्रैल को 7 महिला पहलवानों ने दिल्ली पुलिस में बृजभूषण के खिलाफ शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस द्वारा मामला दर्ज न किए जाने पर पहलवान जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए थे और अपनी एफआईआर दर्ज कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था.

शीर्ष अदालत ने भी आरोपों को गंभीर माना था और दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था, जिसके बाद पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थीं, जिनमें एक नाबालिग पहलवान की शिकायत पर पॉक्सो के तहत दर्ज किया गया मामला भी है.

पहलवान अभी भी धरने पर बैठे हैं क्योंकि बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

उधर, रविवार को ही बृजभूषण शरण सिंह ने एक वीडियो जारी कर कहा कि मेरे ऊपर एक भी गुनाह साबित हो जाएगा तो मैं फांसी पर लटक जाऊंगा.