द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
जम्मू के पीर पंजाल क्षेत्र में हुए हालिया आतंकवादी हमलों का ज़िक्र करते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने अपने मासिक न्यूज़लेटर में कहा है कि सूबे की मुख्यधारा की राजनीति को खत्म करने साथ कश्मीर के प्रति भारत सरकार का कठोर रवैया कट्टरता के लिए उपजाऊ जमीन तैयार कर रहा है, जहां आजादी की भावना पहले से कहीं अधिक मजबूत हुई है. इसमें यह भी कहा गया है कि जी-20 को मुश्किल से ही किसी संकट का सामना करना होगा, लेकिन इसके बहाने भारत सरकार कश्मीरियों को परेशान करने और डरा रही है. वे कहते हैं कि जम्मू कश्मीर में सब सामान्य है, फिर भी गिरफ्तारी, छापों, निगरानी और उत्पीड़न में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है. इस कार्यक्रम से पहले सैकड़ों कश्मीरी लड़कों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें से ज्यादातर दक्षिण कश्मीर से हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने विश्व हिंदू परिषद की युवा शाखा बजरंग दल को ‘गुंडों की जमात’ करार दिया. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सिंह ने कहा कि वह सनातन धर्म में विश्वास करते हैं जो सद्भाव और सभी के कल्याण का उपदेश देता है, लेकिन हिंदुत्व के साथ ऐसा नहीं है. हिंदुत्व का मतलब, जो सहमत नहीं हैं उन्हें डंडों से मारो, उनके घरों को तोड़ो, बेईमानी से धन ले लो. उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह दर्दनाक है कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बजरंग दल की तुलना बजरंग बली से कर रहे हैं. यह देवता का अपमान करने के समान है. इसके लिए उन्हें माफ़ी मांगनी चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा से एक महीने पहले अमेरिकी विदेश विभाग ने एक रिपोर्ट में भारत में अल्पसंख्यकों पर हमलों का उल्लेख किया है. वॉशिंगटन में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन द्वारा विदेश विभाग द्वारा संकलित 2022 अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट जारी की गई. विभाग ने कहा कि कहा कि अमेरिकी होलोकास्ट संग्रहालय भारत को ‘सामूहिक नरसंहार की संभावना रखने वाले’ देश के रूप में देखता है. ब्लिंकन के आधिकारिक भाषण में भारत का कोई जिक्र नहीं था, लेकिन पत्रकारों से बातचीत में भारत के अल्पसंख्यकों की स्थिति पर असामान्य तौर पर कड़ी टिप्पणियां की गई थीं. विदेश विभाग के एक अनाम वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘ रिपोर्ट में हम जो रेखांकित कर रहे हैं, वह ईसाई, मुस्लिम, सिख, हिंदू दलित और आदिवासी समुदायों समेत धार्मिक समुदायों के खिलाफ निरंतर निशाना बनाकर किए जाने वाले हमले; मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार के खुले आह्वान; लिंचिंग और हिंसा, पूजा स्थलों पर हमले, घरों को तोड़ना और कुछ मामलों में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमलों में शामिल लोगों की सजा माफी, उन पर रहम दिखाना शामिल है. साथ ही हम सरकारी स्तर पर धार्मिक पहनावे पर लगातार प्रतिबंध देख रहे हैं.’
भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करने वाली खिलाड़ियों ने सरकार द्वारा इस मामले की जांच के लिए गठित निगरानी समिति की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, समिति के सामने गवाही देने वाली पहलवानों ने कहा है कि समिति की कार्यवाही निष्पक्ष नहीं थी. उनके अनुसार, समिति के एक सदस्य ने एक शिकायतकर्ता से कहा कि ‘सिंह पिता समान हैं और उन्होंने जो किया वो निर्दोष भावना से किया होगा, जिसे महिलाओं ने ग़लत समझ लिया.’ ये खिलाड़ी इस बात से भी नाराज़ थीं कि समिति ने उनसे यौन उत्पीड़न के ऑडियो, वीडियो प्रमाण मांगे. शिकायतकर्ता महिला ने इस अख़बार से कहा कि उनकी गवाही के दौरान समिति ने कई बार वीडियो रिकॉर्डिंग को बंद किया था.
अमेरिका की प्रतिष्ठित वेबसाइट डिफेंस न्यूज़ के लिए 1991 से काम करने वाले पत्रकार और वेबसाइट के दिल्ली ब्यूरो प्रमुख विवेक रघुवंशी को सीबीआई ने आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया है. न्यूज़18 के अनुसार, सीबीआई ने संवाददाताओं को बताया है कि रघुवंशी ‘कथित तौर पर पैसों के लिए रक्षा परियोजनाओं, रक्षा खरीद और भविष्य की योजनाओं के रणनीतिक विवरण विदेशों को बेच रहे थे.’ रघुवंशी या उनके वकील की तरफ से इस मामले पर अभी कोई बयान नहीं आया है.
विवादित फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ को लेकर जम्मू के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में हुई एक झड़प में कई छात्र घायल हो गए. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, कुछ छात्रों ने फिल्म के दृश्यों को एक वॉट्सऐप ‘स्टडी ग्रुप’ में भेजा था. समूह के अन्य लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वे इससे सहमत नहीं हैं. कुछ लोगों ने यह भी कहा कि ग्रुप केवल अध्ययन सामग्री साझा करने के लिए है. इस तरह की विवादास्पद चीजों को इसमें नहीं भेजना चाहिए. यह चैट जल्द ही हॉस्टल के दो समूहों के बीच झड़प में तब्दील हो गई, जिसमें पांच छात्र घायल हो गए. पुलिस के अनुसार, इसमें कुछ बाहरी लोग भी शामिल थे.
पंजाब की एक अदालत ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बजरंग दल के खिलाफ कथित रूप से मानहानिकारक बयान देने के मामले में नोटिस भेजा है. बार एंड बेंच के मुताबिक, 100 करोड़ रुपये का यह दीवानी मुकदमा हिंदू सुरक्षा परिषद नामक संगठन के अध्यक्ष हितेश भारद्वाज ने दायर किया था, जिसमें कहा गया था कि कर्नाटक चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा जारी घोषणापत्र ने बजरंग दल को बदनाम किया था.