महाराष्ट्र की भाजपा सांसद प्रीतम मुंडे ने कहा कि जब कोई महिला इतनी गंभीर शिकायत करती है तो इसे बिना किसी संदेह के सच माना जाना चाहिए. भले ही मैं इस सरकार का हिस्सा हूं, लेकिन हमें यह स्वीकार करना होगा कि जिस तरह से हमें पहलवानों के साथ संवाद करना चाहिए था, वैसा नहीं हुआ.
नई दिल्ली: हरियाणा के भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह के बाद अब महाराष्ट्र की भाजपा सांसद प्रीतम मुंडे ने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर एक महीने से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को अपना समर्थन दिया है.
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रीतम मुंडे ने कहा कि जब कोई महिला इतनी गंभीर शिकायत करती है तो इसे बिना किसी संदेह के सच माना जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘यह कोई भी सरकार या कोई भी पार्टी हो सकती है. मेरा मानना है कि अगर इस स्तर के आंदोलन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, तो यह उचित नहीं है. इसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए, इस पर आवश्यक ध्यान दिया जाना चाहिए.’
प्रीतम मुंडे ने कहा, ‘भले ही मैं इस सरकार का हिस्सा हूं, लेकिन हमें यह स्वीकार करना होगा कि जिस तरह से हमें पहलवानों के साथ संवाद करना चाहिए था, वैसा नहीं हुआ.’
रिपोर्ट के अनुसार, प्रीतम मुंडे से पहले हरियाणा के भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह ने विरोध को ‘हृदयविदारक’ कहा था, क्योंकि बीते 30 मई को ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट अपने पदकों को गंगा नदी में फेंकने के लिए अपने समर्थकों के साथ हरिद्वार के हर की पौड़ी गए थे. लेकिन किसान संघ के नेता नरेश टिकैत ने उन्हें रोक दिया था.
बृजेंद्र सिंह ने ट्वीट कर कहा था, ‘मैं अपने पहलवानों के दर्द और लाचारी को महसूस करता हूं, जो उन्हें अपने जीवन भर की कड़ी मेहनत – ओलंपिक, राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों के पदक – पवित्र गंगा में फेंकने के कगार पर ले जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं. यह पूरी तरह से दिल दहला देने वाली घटना है.’
जहां प्रीतम मुंडे पहलवानों के विरोध पर पार्टी के रुख से अलग हैं, वहीं उनकी बहन पंकजा मुंडे ने कहा कि वह भाजपा की हैं, लेकिन भाजपा उनकी नहीं है.
पंकजा और प्रीतम पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की बेटियां हैं, जिनकी 2014 में एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. प्रीतम मुंडे को केंद्र में मंत्रालय नहीं मिला, वहीं पंकजा को एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस कैबिनेट में नजरअंदाज कर दिया गया, जिससे मुंडे परिवार और भाजपा के बीच दरार की अटकलें शुरू हो गई थीं.
उल्लेखनीय है कि साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और संगीता फोगाट सहित ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेता पहलवान एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर एक महीने से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.