राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव आयोग को सौंपी गई चुनाव व्यय की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2022 में हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव अभियान पर भाजपा ने 49.68 करोड़ रुपये ख़र्च किए, वहीं कांग्रेस का कुल व्यय 27.01 करोड़ रुपये का रहा.
नई दिल्ली: राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव आयोग को सौंपी गई चुनाव व्यय की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने दिसंबर 2022 में हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव अभियान पर कांग्रेस द्वारा खर्च की गई राशि का लगभग दोगुना खर्च किया था.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, जहां भाजपा ने 49,68,71,533 रुपये का व्यय घोषित किया, वहीं कांग्रेस की व्यय रिपोर्ट बताती है कि पार्टी ने इस चुनाव के अभियान पर 27,01,78,819 रुपये खर्चे थे.
चुनाव आयोग द्वारा सोमवार को प्रकाशित व्यय रिपोर्ट के अनुसार, हिमाचल चुनावों के साथ हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 103.62 करोड़ रुपये खर्च किए थे. हालांकि, इन चुनावों में भाजपा द्वारा खर्च की गई राशि के बारे में जानकारी नहीं दी गई है.
कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव में 68 में से 40 सीट पर जीत हासिल की थीं. भाजपा को 25 सीटें मिली थीं.
ज्ञात हो कि चुनाव आयोग उम्मीदवारों पर खर्च की सीमा निर्धारित करता है, लेकिन किसी पार्टी द्वारा प्रचार पर खर्च की जाने वाली राशि को विनियमित नहीं किया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने ‘सामान्य पार्टी प्रचार’ पर 26.65 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसे स्टार प्रचारकों की यात्रा पर व्यय हुए 15.19 करोड़ रुपये शामिल थे; विज्ञापनों पर 8.50 करोड़ रुपये और जनसभाओं, रैलियों आदि पर 1.49 करोड़ रुपये खर्चे गए.
दोनों दलों के लिए खर्च का अधिकांश हिस्सा उनके उम्मीदवारों या राज्य इकाई को भुगतान था- कांग्रेस के कुल 27.01 करोड़ रुपये में से 14.80 करोड़ रुपये उम्मीदवारों के खाते में गए. बाकी 12.21 करोड़ रुपये कांग्रेस सामान्य पार्टी प्रचार पर खर्चे गए थे. पार्टी ने इसके स्टार प्रचारकों- राजीव शुक्ला, आनंद शर्मा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस की जीत के बाद मुख्यमंत्री बने सुखविंदर सिंह सुक्खू की यात्राओं पर 5.28 करोड़ रुपये खर्च किए.
वहीं, भाजपा के 49.68 रुपये के कुल खर्च में से 28 करोड़ रुपये पार्टी की राज्य इकाई को दिए गए.