भाजपा शासित राज्यों में किसानों पर पुलिस बर्बरता की घटनाएं बढ़ रही हैं: संयुक्त किसान मोर्चा

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में सूरजमुखी के बीजों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदने के सरकार के फैसले का विरोध कर रहे किसानों पर बीते मंगलवार को पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था. संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन इस घटना की निंदा की है.

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था. किसानों ने बुधवार को भी क्षेत्र में अपना प्रदर्शन जारी रखा था. (फोटो साभार: वीडियो स्क्रीनग्रैब)

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में सूरजमुखी के बीजों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदने के सरकार के फैसले का विरोध कर रहे किसानों पर बीते मंगलवार को पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था. संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन इस घटना की निंदा की है.

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था. किसानों ने बुधवार को भी क्षेत्र में अपना प्रदर्शन जारी रखा था. (फोटो साभार: वीडियो स्क्रीनग्रैब)

नई दिल्ली: हरियाणा में सूरजमुखी के बीजों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर नहीं खरीदने के सरकार के फैसले के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल करने की संयुक्त किसान मोर्चा ने निंदा की है.

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का नेतृत्व करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बीते बुधवार को आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों में किसानों के खिलाफ पुलिस की बर्बरता और दमन की घटनाएं बढ़ रही हैं.

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना पर भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने नाराजगी जताई और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को किसान विरोधी करार दिया है.

रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारी किसानों ने दावा किया है कि राज्य सरकार एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज नहीं खरीद रही है. उन्हें 6,400 रुपये एमएसपी की जगह पर लगभग 4,000 रुपये प्रति क्विंटल पर अपनी उपज निजी खरीदारों को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. उन्होंने सरकार से 6,400 रुपये प्रति क्विंटल के एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज की खरीदने की मांग की थी.

मांगें पूरी नहीं होने पर किसानों ने बीते मंगलवार (6 जून) को कुरुक्षेत्र में दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया था. इसके बाद पुलिस ने सड़क खाली कराने के लिए प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया था.

कुरुक्षेत्र में आंदोलनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस के लाठीचार्ज के जवाब में किसानों ने हरियाणा में सोनीपत, गोहाना और रोहतक सहित कई अन्य शहरों में सड़कों और राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया था.

किसानों के इस प्रदर्शन का नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने किया था.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में सूरजमुखी के बीज के न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रहा.

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय परिषद ने बुधवार को नई दिल्ली में बैठक की और किसानों और ग्रामीण भारत से जुड़े कई मुद्दों पर विचार-विमर्श किया.

मोर्चा ने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों, खासकर हरियाणा और उत्तर प्रदेश में किसानों के खिलाफ ‘पुलिस की बर्बरता और दमन’ की घटनाएं बढ़ रही हैं.

मोर्चा ने कुरुक्षेत्र में पुलिस कार्रवाई और किसानों की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की है. संगठन की ओर से कहा गया कि किसान सूरजमुखी के बीज के लिए एमएसपी की मांग कर रहे थे, लेकिन इस मुद्दे को हल करने के बजाय उनके खिलाफ कार्रवाई की गई.

किसान समूह ने यह भी कहा कि उसने भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध के घटनाक्रम पर ध्यान दिया है.

बयान में कहा गया है कि संयुक्त किसान मोर्चा प्रदर्शनकारियों पहलवानों को समर्थन देना जारी रखेगा और मांग करता है कि सिंह को तुरंत गिरफ्तार किया जाए.

किसानों पर लाठीचार्ज पर कांग्रेस ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है.

कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ‘मोदी जी ने कहा था कि एमएसपी कानून लाएंगे, तो यह कहां है? न तो एमएसपी कानून है और न ही किसान को एमएसपी मिल रहा है. जब किसान विरोध करते हैं तो उन पर केवल लाठीचार्ज होता है? क्या सरकार और पुलिस केवल किसानों को पीटने और उनका अपमान करने का काम कर रही है?’

मंगलवार को पुलिस द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज किए जाने पर उन्होंने ट्वीट कर कहा था, ‘खट्टर सरकार बन गई ‘लट्ट की सरकार’. कुरुक्षेत्र में किसानों पर लाठीचार्ज भाजपा-जजपा सरकार के कफन में कील का काम करेगा. सूरजमुखी की फसल का एमएसपी 6,400 रुपये है, लेकिन किसान फसल को 4,000 रुपये में बेचने को मजबूर है. न्याय मांगने पर लाठियां मिलती हैं. यह जुल्म अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में निर्मम लाठीचार्ज ने किसानों के प्रति खट्टर सरकार की नफरत को उजागर कर दिया है.’

कांग्रेस की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी आगामी संसद सत्र में किसानों के लिए एमएसपी का आश्वासन देगी.

उन्होंने कहा, ‘हम संसद के आगामी सत्र में इस मुद्दे को उठाएंगे. ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा अब ‘मरे किसान, पिटे किसान, जय धनवान’ हो गया है.’