उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि गांधी जी की हत्या हुई, वह अलग मुद्दा है. लेकिन जहां तक मैंने गोडसे को समझा और पढ़ा है, वह भी देशभक्त थे. हम गांधी जी की हत्या से सहमत नहीं हैं.
नई दिल्ली: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का माखौल उड़ाते हुए कहा कि वह ‘केवल’ गांधी सरनेम ही साझा करते हैं.
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा, ‘गांधी जी की हत्या हुई, वह अलग मुद्दा है, लेकिन जहां तक मैंने गोडसे को समझा और पढ़ा है, वह भी देशभक्त थे. हम गांधी जी की हत्या से सहमत नहीं हैं.’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए रावत ने कहा कि केवल गांधी सरनेम होने से उनकी विचारधारा गांधीवादी नहीं हो जाती.
उन्होंने कहा कि जनेऊ पहनने का दिखावा करने से राहुल गांधी की पहचान नहीं बदल जाती. राहुल गांधी पर महात्मा गांधी के नाम को भुनाने का आरोप लगाते हुए रावत ने दावा किया, ‘वह सिर्फ बातें करते हैं.’
रावत ने अमेरिका में राहुल गांधी द्वारा की गई टिप्पणी का उल्लेख किया और कहा कि उनके प्रयासों से पार्टी को मदद नहीं मिलेगी, ‘जो जल्द ही अतीत की बात बनने जा रही है’.
रावत ने कहा, ‘राहुल गांधी अपनी पार्टी की बिगड़ती हालत को देखकर हताशा में बोल रहे हैं. वह मानसिक तनाव में बोल रहे है. जनता मानसिक तनाव से गुजर रहे व्यक्ति को स्वीकार नहीं करेगी.’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की बुधवार को आम आदमी पार्टी प्रमुख से मुलाकात पर रावत ने कहा, ‘इस देश में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बड़ा नौटंकीबाज नेता कोई नहीं है. अखिलेश यादव केजरीवाल से नाटकीयता सीखना चाहते हैं.’
उन्होंने अखिलेश पर मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उत्तर प्रदेश को ‘गुंडा राज’ में झोंकने का आरोप लगाया.
रावत ने आरोप लगाया कि सपा ने गैंगस्टरों की भर्ती की और माफिया को ‘सम्मानजनक’ बना दिया. उन्होंने कहा कि लोग फिर से सपा को नकार देंगे.