यूपी: दलित परिवारों का आरोप- भाजपा नेता द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है, घर छोड़ने को मजबूर हैं

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के देवराला गांव का मामला. गांव के चार दलित परिवारों ने अपने घरों के बाहर भाजपा नेता द्वारा प्र​ताड़ित किए जाने के संबंध में पोस्टर चिपकाए हैं. आरोप है कि कुछ दिन पहले उनके परिवार के दो सदस्यों पर भाजपा नेता और उनके समर्थकों ने मामूली विवाद के बाद हमला किया था.

बुलंदशहर के देवराला गांव में दलित परिवारों के घर के बाहर लगा पोस्टर. (फोटो साभार: ट्विटर वीडियोग्रैब)

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के देवराला गांव का मामला. गांव के चार दलित परिवारों ने अपने घरों के बाहर भाजपा नेता द्वारा प्र​ताड़ित किए जाने के संबंध में पोस्टर चिपकाए हैं. आरोप है कि कुछ दिन पहले उनके परिवार के दो सदस्यों पर भाजपा नेता और उनके समर्थकों ने मामूली विवाद के बाद हमला किया था.

बुलंदशहर के देवराला गांव में दलित परिवारों के घर के बाहर लगा पोस्टर. (फोटो साभार: ट्विटर वीडियोग्रैब)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के देवराला गांव में चार दलित परिवारों के करीब 18-20 सदस्यों ने अपने घरों के बाहर हाथ से लिखे पोस्टर चिपकाए हैं, जिसमें दावा किया गया है कि अरनिया ब्लॉक के एक भाजपा प्रमुख और उनके समर्थकों द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कारण उन्हें गांव छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.

परिवारों का दावा है कि पुलिस ने कई बार उनके द्वारा लगाए गए इन पोस्टरों को हटा दिया है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दलित परिवारों ने बताया कि बीते 14 मई को उनके रिश्तेदार मोटरसाइकिल मैकेनिक अच्छन कुमार (27) और सचिन गौतम (25) घर आ रहे थे, जब उन पर भाजपा पदाधिकारी सुरेंद्र सिंह सहित लगभग 10 लोगों ने ‘हमला’ कर दिया था.

अच्छन के पिता विजेंद्र ने कहा कि हमले की योजना बनाई गई थी. उनके अनुसार, उसी सुबह जब मेरा पोता पड़ोस में स्थित सुरेंद्र के घर के बाहर खेल रहा था, जो उनके पिता ने बच्चे का थप्पड़ मार दिया था.

विजेंद्र ने कहा, ‘हमने बच्चे को थप्पड़ मारने पर आपत्ति जताई. इसके बाद शाम को हमें हमले के बारे में पता चला. अच्छन और सचिन को ईंटों और डंडों से निशाना बनाया गया. उन्हें सिर में चोटें आई थीं.’

परिवार ने कहा कि पुलिस ने शुरू में उनकी शिकायत दर्ज नहीं की. थाने के बाहर 30-40 लोगों के विरोध के बाद पुलिस द्वारा सुरेंद्र और आठ अन्य के खिलाफ आईपीसी की हत्या, दंगा और आपराधिक धमकी की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

शिकारपुर थाने के इंस्पेक्टर (अपराध) कामेश कुमार ने रविवार को बताया, ‘इस संबंध में देवराला निवासी भूरा सिंह, बबलू कुमार और गौतम कुमार नामक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जांच जारी है और जल्द ही और गिरफ्तारियां की जाएंगी.’

विजेंद्र ने कहा, ‘हम डर के साये में जी रहे हैं और अब अपना घर खाली करके कहीं और जाने के लिए मजबूर हैं. हमने अपने परिवार के चार घरों के बाहर पोस्टर चिपकाए हैं.’

रिपोर्ट में कहा गया कि इस संबंध में भाजपा नेता और ब्लॉक प्रमुख किसी टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हो सके थे.

उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने घटना को लेकर एक ट्वीट में कहा, ‘अरनिया से भाजपा ब्लॉक प्रमुख सुरेंद्र सिंह व उसके गुंडों के अत्याचार से पीड़ित परिवार गांव देवराला से अपना घर छोड़कर पलायन करने पर मजबूर हैं.’

पार्टी ने एक वीडियो ट्वीट में कहा, ‘बुलंदशहर के गांव देवराला में लोगों ने यह बोर्ड अपने घरों के बाहर लगाए हैं. बाबा जी, यह बोर्ड देखिए! और भेजिए अपनी पुलिस उस गुंडे के दरवाजे पर, जिसकी वजह से लोग अपने पैतृक घरों को छोड़कर पलायन करने पर मजबूर हैं. अन्यथा यह स्वीकार कर लीजिए कि आपकी सरकार ने अपने माफियाओं को चिह्नित करके संरक्षित किया है.’