ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में तमिलनाडु के मंत्री को हिरासत में लिया, विपक्ष ने कार्रवाई की निंदा की

ईडी ने मंगलवार को तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिल बालाजी के घर और परिसरों में तलाशी शुरू करने के बाद बुधवार तड़के उन्हें हिरासत में ले लिया. यह मामला 2011 से 2016 के बीच राज्य के परिवहन विभाग में कथित रूप से नौकरी के लिए कैश के घोटाले से जुड़ा है. तब बालाजी अन्नाद्रमुक सरकार में परिवहन मंत्री थे.

तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिल बालाजी. (फोटो साभार: ट्विटर/@V_Senthilbalaji)

ईडी ने मंगलवार को तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिल बालाजी के घर और परिसरों में तलाशी शुरू करने के बाद बुधवार तड़के उन्हें हिरासत में ले लिया. यह मामला 2011 से 2016 के बीच राज्य के परिवहन विभाग में कथित रूप से नौकरी के लिए कैश के घोटाले से जुड़ा है. तब बालाजी अन्नाद्रमुक सरकार में परिवहन मंत्री थे.

तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिल बालाजी. (फोटो साभार: ट्विटर/@V_Senthilbalaji)

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिल बालाजी के घर और परिसरों में तलाशी शुरू करने के बाद बुधवार (14 जून) तड़के उन्हें हिरासत में ले लिया.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, बालाजी की गिरफ्तारी 18 घंटे की पूछताछ के बाद हुई और चेन्नई और करूर में मंत्री और उनके परिवार से जुड़े दर्जनों स्थानों पर तलाशी ली गई.

यह मामला 2011 और 2016 के बीच राज्य के परिवहन विभाग में कथित रूप से नौकरी के लिए नकद घोटाले से संबंधित है, जब बालाजी अन्नाद्रमुक सरकार में परिवहन मंत्री थे. वह अब द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के सदस्य हैं. चेन्नई पुलिस ने राज्य विधानसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर 2021 में उनके और 46 अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी.

इस साल मई में सुप्रीम कोर्ट ने मद्रास उच्च न्यायालय के 2022 के एक आदेश को पलटते हुए ईडी को इस मामले की जांच करने की अनुमति दी थी. इसके तुरंत बाद आयकर विभाग ने बालाजी के घर और उनके कुछ समर्थकों के घरों और कार्यालयों पर आठ दिनों तक छापेमारी की थी.

गिरफ्तारी के तुरंत बाद बालाजी ने कथित तौर पर सीने में दर्द की शिकायत की और उन्हें अस्पताल ले जाया गया.

एनडीटीवी के रिपोर्ट के मुताबिक, चेन्नई के ओमांदुरार सरकारी अस्पताल के बाहर उनके समर्थक एकजुटता व्यक्त करने के लिए एकत्र हुए थे.

डीएमके के आरएस भारती ने कथित तौर पर कहा कि इस कार्रवाई का समय संदिग्ध है, क्योंकि यह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चेन्नई की योजनाबद्ध यात्रा के बाद की गई है. उन्होंने कहा, ‘यह अमित शाह की यात्रा के बाद हो रहा है. उनका एक छिपा हुआ मकसद है.’

डीएमके सांसद और वकील एनआर एलंगो ने कहा कि बालाजी को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है और ईडी ने उनकी गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.

उन्होंने कहा, ‘अगर ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया है तो कोई स्पष्टता नहीं है. गिरफ्तारी के दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया गया है.’

उन्होंने कहा, ‘मैंने उन्हें (बालाजी को) देखा था जब उन्हें आईसीयू में स्थानांतरित किया गया. डॉक्टर उनके स्वास्थ्य की स्थिति का आकलन कर रहे हैं. यह एक प्रक्रिया है जब कोई व्यक्ति कहता है कि उसके साथ मारपीट की गई है तो डॉक्टर को सभी चोटों को नोट करने की जरूरत है और रिपोर्ट देखने के बाद पता चलेगा. आधिकारिक तौर पर हमें (ईडी द्वारा) सूचित नहीं किया गया है कि उन्हें गिरफ्तार किया गया है.’

इसी बीच, तमिलनाडु गवर्नमेंट मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल चेन्नई ने कहा कि राज्य मंत्री सेंथिल बालाजी की कोरोनरी एंजियोग्राम हुई. उन्हें जल्द से जल्द बाईपास सर्जरी की सलाह दी जाती है.

तमिलनाडु के कानून मंत्री एस. रघुपति ने भी कहा कि गिरफ्तारी की प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया. वे उन द्रमुक नेताओं में से एक थे, जो अस्पताल गए थे, लेकिन कथित तौर पर उन्हें बालाजी से मिलने की अनुमति नहीं दी गई.

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा विपक्ष को चुप कराने और संघवाद पर हमला करने का यह एक और प्रयास है.

डीएमके मंत्री से अस्पताल में मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा, ‘रात दो बजे तक वे उन पर दबाव बनाते रहे और फिर उन्हें अस्पताल ले गए. अब वह आईसीयू में भर्ती हैं. उनके यह कहने के बाद भी कि वह जांच में सहयोग करेंगे, उन्होंने उन्हें प्रताड़ित क्यों किया? जिन लोगों ने इन अधिकारियों को भेजा, उनके गलत इरादे हम साफ देख सकते हैं. उन्होंने अमानवीय तरीके से काम किया. भाजपा की इस तरह की धमकी से डीएमके नहीं डरेगी. लोग उन्हें 2024 में सबक सिखाएंगे.’

आलोचना में उतरा विपक्ष 

इस बीच, विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए ईडी और केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए विभिन्न विपक्षी दलों के नेता सामने आए हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बालाजी को गिरफ्तार के ईडी के कदम को सरकार द्वारा उत्पीड़न और प्रतिशोध की राजनीति करार दिया.

खड़गे ने ईडी की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा, ‘ये उत्पीड़न और डराने-धमकाने की मोदी सरकार की बेशर्म कोशिशें हैं. राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ जांच एजेंसियों का इस तरह का घोर दुरुपयोग मोदी सरकार की पहचान रही है.’

विपक्षी दल कुछ समय से आरोप लगाते रहे हैं कि नरेंद्र मोदी सरकार किसी भी विपक्षी आवाज को दबाने के लिए ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो जैसी केंद्रीय एजेंसियों का ‘दुरुपयोग’ कर रही है.

वहीं, आम आदमी पार्टी ने भी मंत्री की गिरफ्तार की कड़ी निंदा करते हुए इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया.

आप ने कहा, ‘हम प्रवर्तन निदेशालय द्वारा तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी की देर रात गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हैं. जिस तरह से उनकी स्वास्थ्य स्थिति के बावजूद उन्हें गिरफ्तार किया गया वह अमानवीय है और ईडी के काम करने के तरीकों के बारे में गंभीर चिंता पैदा करता है.’

सीपीआई (एम) ने के नेता सीताराम येचुरी ने कहा, ‘चेन्नई में राज्य सचिवालय में तमिलनाडु मंत्री वी. सेंथिल बालाजी के कार्यालय पर ईडी के छापे की कड़ी निंदा करता हूं.मोदी सरकार ने विपक्षी नेताओं को निशाना बनाते हुए ईडी को हथियार बना लिया है.’

वहीं, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैं डीएमके के खिलाफ भाजपा द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध की निंदा करती हूं. केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग जारी है. तमिलनाडु में मद्यनिषेध और उत्पाद शुल्क मंत्री के राज्य सचिवालय और उनके आधिकारिक आवास पर ईडी के छापे अस्वीकार्य हैं. यह भाजपा की घिनौनी हरकत है.’

द न्यूज मिनट के अनुसार, यह पहली बार है कि ईडी जैसी केंद्रीय जांच एजेंसी किसी मंत्री की तलाशी लेने के लिए तमिलनाडु सचिवालय के फोर्ट सेंट जॉर्ज में दाखिल हुई है.

इसी बीच, मंत्री की पत्नी ने ईडी द्वारा बालाजी की गिरफ्तारी के खिलाफ मद्रास उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की.

बार एंड बेंच के मुताबिक, तमिलनाडु के मंत्री बालाजी की पत्नी एस. मेगाला ने ईडी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मंत्री की गिरफ्तारी के खिलाफ बुधवार को मद्रास उच्च न्यायालय के समक्ष बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की.

जस्टिस एम. सुंदर और जस्टिस आर. शक्तिवेल की पीठ के समक्ष इस मामले का उल्लेख वरिष्ठ अधिवक्ता एनआर एलांगो ने किया, जिन्होंने कहा कि गिरफ्तारी बिना किसी नोटिस या समन के हुई है.