मध्य प्रदेश: पीएम आवास योजना के तहत बने 7 दलित परिवारों के घर तोड़े गए

मध्य प्रदेश के सागर ज़िले में बीते 21 जून को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने दलित परिवारों के सात घरों को ध्वस्त कर दिया गया. कांग्रेस नेता दि​ग्विजय सिंह ने कहा कि जब प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बन रहे थे, तब प्रशासन क्यों सो रहा था.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

मध्य प्रदेश के सागर ज़िले में बीते 21 जून को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने दलित परिवारों के सात घरों को ध्वस्त कर दिया गया. कांग्रेस नेता दि​ग्विजय सिंह ने कहा कि जब प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बन रहे थे, तब प्रशासन क्यों सो रहा था.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के सागर जिले में दलित परिवारों के सात घरों को ध्वस्त कर दिया गया, जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह परिवारों के लिए मुआवजे की मांग करते हुए घटनास्थल पर धरने पर बैठ गए.

कांग्रेस नेता ने सरकार पर इस तथ्य पर सोए रहने का आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के घर, दावे के मुताबिक वन भूमि पर बनाए गए थे.

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जिले के अधिकारियों ने कहा है कि तोड़फोड़ बुधवार (21 जून) दोपहर को हुई. पीएम आवास योजना के तहत बनाए गए घर कथित तौर पर वन भूमि पर थे और एक साल पहले नोटिस दिया गया था. यहां नई निर्माण गतिविधि देखे जाने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया.

जिला कलेक्टर (सागर) दीपक आर्य ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘सात घरों को ध्वस्त कर दिया गया, क्योंकि वे वन भूमि पर बने थे. हम पिछले एक साल से नोटिस दे रहे हैं. ये घर पीएम आवास योजना के तहत बनाए गए थे. हम मामले की जांच करेंगे.’

जिला कलेक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन छह परिवारों को पट्टा (भूमि दस्तावेज) देकर पुनर्वास करेगा.

इस घटनाक्रम पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘शासकीय योजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना में बने मकान बनते रहे, तब प्रशासन क्यों सोता रहा? क्या भाजपा के नेताओं के मकान शासकीय भूमि पर नहीं बने? उन पर बुलडोजर क्यों नहीं चला? यह गरीब अनुसूचित जाति के साथ घोर अन्याय है और हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.’

बीते 22 जून को उन्होंने अन्य ट्वीट में कहा कि कल (21 जून) ग्राम रैपुरा विधानसभा सुर्खी जिला सागर के अनुसूचित जाति के 13 और तीन बैरागी परिवारों के मकान तोड़े गए. केवल एक अनपढ़ बूढ़ी महिला से अंगूठा लगवा लिया और किसी भी व्यक्ति को नोटिस तामील नहीं हुआ.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सिंह सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार अन्यायी और अत्याचारी है.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘सागर जिले के सुरखी में जिस तरह से शिवराज सरकार ने दलित समुदाय के लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाया है, उससे स्पष्ट है कि यह सरकार निरंकुश होने के साथ ही अन्यायी, अत्याचारी और अमानुषिक हो गई है. कांग्रेस पार्टी इस संकट की घड़ी में पीड़ित परिवारों साथ हैं और उन्हें हर कीमत पर न्याय दिलाकर रहेगी.’