घटना सुल्तानपुर ज़िले के एक स्वास्थ्य उपकेंद्र की है. सोशल मीडिया पर आए वीडियो के अनुसार, यूट्यूबर ललित यादव परिसर में पड़ी गंदगी दिखाते हुए एक एएनएम से बात करने जाते हैं, लेकिन महिला नाराज़ होकर उन्हें ईंट और चप्पल से मारती हैं. बाद में महिला की शिकायत पर यादव को गिरफ़्तार कर लिया गया.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर ज़िले के एक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली दिखाने पर एक स्वास्थ्यकर्मी ने एक यूट्यूबर से मारपीट की.
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, घटना क्षेत्र के सराय गोकुल में बने स्वास्थ्य उपकेंद्र में हुई, जहां बीते बुधवार को अपना यूट्यूब चलाने वाले ललित यादव पहुंचे थे.
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में ललित इस सरकारी केंद्र की दुर्दशा दिखाते हुए बताते हैं कि यह छह महीने बाद खुला है, बाहर गंदगी है. ऐसा कहते हुए वे एक कमरे तक जाते हैं जहां एक महिला स्वास्थ्यकर्मी (एएनएम) से सवाल करते हैं. इस पर वे गुस्सा हो जाती हैं और बाहर आकर ईंट, चप्पल और डंडे से ललित को मारती हैं.
अख़बार के अनुसार, घटना का वीडियो वायरल होने के बाद एएनएम जनकलली ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करवाई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि ललित अवैध असलहा लेकर पहुंचे थे और उनसे बदतमीजी की. उन्होंने यह भी दावा किया है कि ललित ने वहां रखी टीकाकरण की वैक्सीन फेंक दीं, रजिस्टर के पन्ने फाड़ दिए और दस हज़ार रुपये की रंगदारी भी मांगी.
द क्विंट के मुताबिक, पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत मामले में आईपीसी की धारा 384 (रंगदारी), 354 (महिला पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग करना), 353 (लोकसेवक पर हमला या आपराधिक बलप्रयोग), 504 (जानबूझकर अपमान करने के लिए उकसाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया और ललित यादव को गिरफ्तार कर लिया.
इस बीच, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने ट्वीट कर कहा कि इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. उन्होंने लिखा, ‘सुल्तानपुर में एएनएम सेंटर में पत्रकार के साथ महिला स्वास्थ्यकर्मी द्वारा अभद्र व्यवहार किए जाने व चप्पल व लाठी से पीटने संबंधी प्रकरण का संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा दिए गए आदेश के क्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी, सुल्तानपुर द्वारा प्रकरण की जांच हेतु एसीएमओ की अध्यक्षता में एक समिति गठित कर दी गई है. जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर मांगी गई है. दोषी स्वास्थ्यकर्मी के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी.’
उधर, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है.
भाजपा के शासनकाल में, उप्र के सरकारी अस्पताल की दुर्दशा का हाल उजागर करनेवाले एक मीडियाकर्मी को स्वास्थ्यकर्मी द्वारा पीटे जाने की घटना को आपराधिक मामले की तरह देखा जाए। अगर हर ज़िले में एक भी ऐसा दुस्साहसी पत्रकार हो जाए तो उप्र की सच्चाई सबको पता चल जाए।… pic.twitter.com/zHwIQttgDT
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 7, 2023
उन्होंने लिखा, ‘भाजपा के शासनकाल में प्रदेश के सरकारी अस्पताल की दुर्दशा का हाल उजागर करने वाले एक मीडियाकर्मी को स्वास्थ्यकर्मी द्वारा पीटे जाने की घटना को आपराधिक मामले की तरह देखा जाए. अगर हर ज़िले में एक भी ऐसा दुस्साहसी पत्रकार हो जाए तो उप्र की सच्चाई सबको पता चल जाए.’