राम मंदिर के नाम पर विहिप ने वसूले 1400 करोड़ रुपये: निर्मोही अखाड़ा

निर्मोही अखाड़े के महंत सीताराम दास ने आरोप लगाया है कि वसूले गए पैसों से चुनाव जीता गया और नेताओं ने राम मंदिर के नाम पर वोट और नोट दोनों कमाए.

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(फोटो: पीटीआई)

निर्मोही अखाड़े के महंत सीताराम दास ने आरोप लगाया है कि वसूले गए पैसों से चुनाव जीता गया और नेताओं ने राम मंदिर के नाम पर वोट और नोट दोनों कमाए.

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अयोध्या में राम मंदिर को लेकर चल रहे विवाद के बीच निर्मोही अखाड़ा ने विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) पर निशाना साधा है. अखाड़े के महंत सीताराम दास ने विहिप पर आरोप लगाया है कि राम मंदिर के निर्माण के नाम पर संगठन ने 1400 करोड़ रुपये वसूले.

नेटवर्क 18 की खबर के अनुसार निर्मोही अखाड़ा का कहना है कि राम मंदिर निर्माण के नाम पर उन्होंने कभी भी कोई पैसा या मदद नहीं ली है जबकि विहिप ने मंदिर निर्माण के लिए जनता से पैसे जुटाए और खुद की इमारत बनाई.

सीताराम ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘राम मंदिर मामले में हम लोग मुख्य पक्ष हैं, लेकिन नेताओं ने इस मुद्दे पर कब्ज़ा कर लिया है. उन्हीं जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल से सरकार भी बनाई और राम मंदिर के नाम पर नेताओं ने वोट और नोट दोनों कमाए. एक रुपये भी राम मंदिर के लिए खर्च नहीं किया गया है.’

विहिप के नेता विनोद बंसल ने सीताराम के आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा कि ये आरोप गलत हैं और संगठन ने स्थापना के साल 1964 से लेकर अब तक सभी पैसों का हिसाब दिया है.