दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर झूठ फैलाने और कथित शराब घोटाले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को फंसाने के लिए ईडी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. जेल में बंद सिसोदिया को बीते मार्च महीने में इस मामले में गिरफ़्तार किया था.
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार (7 जुलाई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर झूठ फैलाने और कथित शराब घोटाले में उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को फंसाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी यह टिप्पणी ईडी द्वारा यह कहने के कुछ घंटों बाद आई है कि उसने दिल्ली शराब नीति मामले में सिसोदिया और अन्य की 52.24 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है. मुख्यमंत्री ने आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि सिसोदिया की जब्त की गई संपत्ति का मूल्य केवल 80 लाख रुपये है.
केजरीवाल ने जांच एजेंसी पर टीवी चैनलों पर झूठी खबर चलाने का आरोप लगाया कि मनीष सिसोदिया की 52 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली गई है.
केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, कि प्रधानमंत्री जी, जब आपको मनीष सिसोदिया के खिलाफ कुछ नहीं मिला तो आपने ईडी के जरिये उन्हें बदनाम करना चालू कर दिया?
उन्होंने कहा, ‘आपकी ईडी शाम से टीवी चैनलों पर झूठी खबरें चलवा रही है कि मनीष सिसोदिया की 52 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई. ईडी ने असल में जो संपत्ति जब्त की है, उसके कागजात ये रहे (ट्वीट के साथ संलग्न तस्वीरें). टोटल 80 लाख की संपत्ति जब्त की है, वो भी 2018 के पहले की जब शराब नीति बनी ही नहीं थी. पूरी संपत्ति एक नंबर की है.’
प्रधान मंत्री जी, जब आपको मनीष सिसोदिया के ख़िलाफ़ कुछ नहीं मिला तो आपने ED के ज़रिये मनीष को बदनाम करना चालू कर दिया?
आपकी ED शाम से टीवी चैनलों पर झूठी खबरें चलवा रही है कि मनीष सिसोदिया की 52 करोड़ की संपत्ति ज़ब्त की गयी। ED ने असल में जो संपत्ति ज़ब्त की है, उसके काग़ज़ात… https://t.co/zabjAPfwH3
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 7, 2023
आगे कहा, ‘लोगों ने कभी सोचा नहीं था कि एक दिन ऐसा आएगा, जब भारत जैसे महान देश को ऐसा प्रधानमंत्री मिलेगा, जो इस तरह खुलेआम झूठ बोलकर अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को खत्म करने की कोशिश करेगा. असली भ्रष्टाचारी कौन हैं, ये आप भी जानते हैं. हिम्मत है तो उन्हें पकड़ कर दिखाइए.’
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, आप नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा, ‘भाजपा मनीष सिसोदिया को बदनाम करने के लिए झूठ का एक नया पुलिंदा लेकर आई है. ईडी के अपने दस्तावेजों के अनुसार, मनीष सिसोदिया के पास केवल 81 लाख रुपये की संपत्ति है, जिसमें 11.50 लाख रुपये उनके बैंक खाते में, 2005 में पांच लाख रुपये में खरीदा गया एक फ्लैट और 2018 में 65 लाख रुपये में खरीदा एक अन्य फ्लैट शामिल है.
न्यायिक हिरासत में चल रहे सिसोदिया को बीते मार्च महीने में दिल्ली शराब नीति मामले में एजेंसी ने गिरफ्तार किया था. ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आरोप लगाया है कि शराब व्यापार के लिए लाइसेंस देने वाली आबकारी नीति 2021-22 ने गुटबंदी को सक्षम बनाया और कुछ डीलरों का पक्ष लिया, जिन्होंने कथित तौर पर इस प्रक्रिया के लिए रिश्वत दी थी.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बीते 4 मई को सिसोदिया के खिलाफ दायर अपने आरोप पत्र में ईडी ने आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने करीबी सहयोगी दिनेश अरोड़ा के माध्यम से व्यवसायी अमित अरोड़ा से 2.2 करोड़ की रिश्वत प्राप्त की थी. हालांकि इस आरोप से सिसोदिया ने इनकार किया है.
एजेंसी के यह कहने के बाद कि उसने मामले में आपत्तिजनक साक्ष्य बरामद कर लिए हैं, बीते 26 फरवरी को सीबीआई ने सिसोदिया को गिरफ्तार किया था. 7 दिन सीबीआई हिरासत में बिताने के बाद सिसोदिया को दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत ने तिहाड़ जेल भेज दिया, जहां से 9 मार्च को नौ घंटे की लंबी पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था. सिसोदिया और आप ने जांच को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज किया था.