जम्मू कश्मीर के शोपियां में आतंकियों ने बिहार के तीन मज़दूरों को गोली मारी

अधिकारियों ने बताया कि तीनों घायल मजदूर बिहार के सुपौल ज़िले के रहने वाले हैं. उन्हें श्रीनगर रिफर किया गया है. उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. इस साल जम्मू कश्मीर में बाहर के श्रमिकों पर किया गया यह पहला हमला है और अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों पर तीसरा हमला है.

(प्रतीकात्मक फोटो: एएनआई)

अधिकारियों ने बताया कि तीनों घायल मजदूर बिहार के सुपौल ज़िले के रहने वाले हैं. उन्हें श्रीनगर रिफर किया गया है. उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. इस साल जम्मू कश्मीर में बाहर के श्रमिकों पर किया गया यह पहला हमला है और अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों पर तीसरा हमला है.

(प्रतीकात्मक फोटो: एएनआई)

नई दिल्ली: संदिग्ध आतंकवादियों ने गुरुवार (13 जुलाई) शाम दक्षिण कश्मीर के शोपियां में तीन गैर-स्थानीय मजदूरों को गोली मार दी और घायल कर दिया. इस साल घाटी में जम्मू कश्मीर के बाहर के श्रमिकों पर किया गया यह पहला हमला है.

तीनों घायल मजदूर बिहार के रहने वाले हैं और निर्माण कार्यों में लगे हुए थे. उन्हें अस्पताल ले जाया गया और सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम ने हमलावरों को पकड़ने की कोशिश करने के लिए क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि तीनों बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले हैं और उनकी पहचान अनमोल कुमार, पिंटू कुमार ठाकुर और हीरालाल यादव के रूप में हुई है.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि हमला शोपियां के गगरान गांव में हुआ. उन्होंने कहा कि इसमें दो आतंकवादियों के शामिल होने का संदेह है.

रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआती इलाज के बाद शोपियां के जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने घायलों को आगे के इलाज के लिए श्रीनगर रेफर कर दिया. अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि पीड़ितों की हालत स्थिर है.

अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि पिंटू (24 वर्ष) को पेट के दाहिने हिस्से में गोली लगी है और अनमोल को पेट और दाहिने हाथ में गोली लगी है. घायल तीसरे व्यक्ति हीरालाल को दाहिने पैर और दाहिने हाथ पर चोट लगी.

इस साल केंद्र शासित प्रदेश के बाहर के श्रमिकों पर यह पहला हमला है और अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों पर इस साल का तीसरा हमला है.

रिपोर्ट के अनुसार, बीते 26 फरवरी को संदिग्ध आतंकवादियों ने पुलवामा जिले के अचेन गांव में एक व्यक्ति को उसके घर के बाहर गोली मार दी थी. उनकी पहचान संजय कुमार शर्मा के रूप में हुई थी. शर्मा गांव के एक बैंक में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते थे.

बीते 29 मई को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में संदिग्ध आतंकवादियों ने दीपक कुमार नामक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी. जम्मू के उधमपुर के रहने वाले कुमार एक निजी मनोरंजन पार्क में काम करते थे.

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने आतंकवादियों द्वारा निहत्थे मजदूरों पर किए गए हमले की निंदा की.

ठाकुर ने कहा, ‘किराने का सामान खरीदने गए तीन गैर-स्थानीय मजदूरों पर भीषण हमले में शामिल आतंकवादियों की हताशा, अमानवीयता और घटियापन को दर्शाता है. पुलिस से इस जघन्य कृत्य में शामिल लोगों का पता लगाने और उन्हें कड़ी सजा देने का आग्रह है. तीनों घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.’

नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले की निंदा की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.

उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण! मैं इस हमले की घोर निंदा करता हूं. मुझे आशा है कि घायल पूरी तरह और शीघ्र स्वस्थ हो जाएंगे.’