पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राज्य में पंजाब संगठित अपराध नियंत्रण कानून जैसे कड़े कानून की वकालत की.
चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने दावा किया है कि पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी (आईएसआई) के समर्थन से खालिस्तानी तत्वों को फिर से खड़ा करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
अमरिंदर सिंह ने ऐसी ताकतों पर रोक के लिए पंजाब संगठित अपराध नियंत्रण कानून (पकोका) जैसे कड़े कानून की वकालत की.
पंजाब सरकार ने इस महीने पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार करके आरएसएस नेता जगदीश गगनेजा की हत्या सहित लक्षित हत्या के मामलों को सुलझााने का दावा किया था.
पंजाब सरकार ने यह भी दावा किया है कि आईएसआई सांप्रदायिक गड़गड़ी फैलाने और राज्य को अस्थिर करने का एक बड़ा षड्यंत्र रच रही है.
अमरिंदर ने समाचार एजेंसी पीटीआई से एक साक्षात्कार में कहा, ‘निश्चित तौर पर पंजाब और हमारे देश को अस्थिर करने प्रयास किये जा रहे हैं, अधिकतर विदेशी धरती से. इसके संकेत बहुत समय पहले उभरने शुरू हो गए थे. कई सुरागों में यह बात सामने आई कि कट्टरपंथी ताकतें आपराधिक गिरोहों के साथ मिलकर राज्य की शांति और सौहार्द को नष्ट करने पर तुले हुई हैं. हाल की गिरफ्तारियों से यह साबित हुआ है.’
उन्होंने दावा किया कि आईएसआई के तत्व सांप्रदायिक अशांति उत्पन्न करने के लिए न केवल पाकिस्तानी धरती बल्कि अन्य देशों से काम कर रहे हैं जिसमें ब्रिटेन, कनाडा और इटली शामिल हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के प्रयास किए जा रहे हैं, सिंह ने कहा- खालिस्तानी तत्वों को फिर से खड़ा करने के लिए प्रयास स्पष्ट रूप से किए जा रहे हैं जिसे आईएसआई का भी समर्थन है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की गुप्तचर एजेंसी सहित सुरक्षा एजेंसियां ऐसे प्रयासों से मुकाबले के लिए केंद्रीय एजेंसियों के साथ नज़दीकी समन्वय में काम कर रही हैं.
उन्होंने कहा, ‘ज़मीन पर उपायों के अलावा युवाओं को कट्टर बनाने के प्रयासों को विफल करने के लिए सोशल मीडिया पर भी नज़दीक नज़र रखी जा रही है.’
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सरकार आने के बाद कई आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘मैं पंजाब के लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि हम राज्य को फिर से वैसी तबाही से घिरने नहीं देंगे जिसका सामना उसे 1980 के दशक के शुरुआत में आतंकवाद के चरम पर रहने के समय करना पड़ा था.’
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) जैसे संगठन पकोका का विरोध कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि इसका दुरुपयोग किया जा सकता है.
उन्होंने कहा, ‘आईएसआई द्वारा विभिन्न कट्टरपंथी ताकतों और आपराधिक गिरोहों के ज़रिये राज्य में सांप्रदायिक अशांति उत्पन्न करने के जो प्रयास किए जा रहे हैं उसके मद्देनज़र पंजाब के लिए पकोका या उसी तर्ज पर किसी विशेष कानून बनाना ज़रूरी हो गया है.’
उन्होंने कहा, यद्यपि साथ ही कुछ अन्य राज्यों के अनुभव को देखते हुए हमें ऐसे कानून के दुरुपयोग की चिंताओं को लेकर सचेत हैं.