गुजरात चुनाव राउंड अप: शरद बोले, राहुल की बदली छवि से पीएम डरे. पाटीदार अनामत आंदोलन समिति का भाजपा पर आरोप, हार्दिक को बदनाम करने के लिए 40 करोड़ का सौदा, 52 और सेक्स क्लिप तैयार, भाजपा का इनकार.
नई दिल्ली/अहमदाबाद: भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए 70 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी जिसमें मुख्यमंत्री विजय रूपाणी राजकोट पश्चिम से उम्मीदवार बनाए गए हैं जबकि मेहसाणा से उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल को टिकट दिया गया है.
भाजपा की इस सूची में ज्यादातर पुराने नेताओं के नाम हैं. पटेलों की नाराजगी की खबरों के बीच पार्टी ने सबसे बड़ा दांव पटेल समुदाय पर ही लगाते हुए समुदाय के 17 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है.
विजयभाई रूपाणी राजकोट पश्चिम विधानसभा सीट से, नितिन पटेल मेहसाणा सीट से और जीतूभाई वाघाणी भावनगर पश्चिम सीट से उम्मीदवार बनाए गए हैं. सूची में कांग्रेस छोड़कर आए पांच उम्मीदवार भी शामिल हैं.
भाजपा ने अंजान विधानसभा सीट से वासणभाई अहीर को, वाव से शंकरभाई चौधरी को, धराद से परबतभाई पटेल को और दीयोदर सीट से केशाजी चौहाण को उम्मीदवार बनाया है.
बुधवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप दिया गया था. बैठक में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत अनेक वरिष्ठ नेता तथा गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी आदि शामिल हुए थे. उस दिन हालांकि सूची जारी नहीं की गई थी.
उल्लेखनीय है कि गुजरात विधानसभा की 182 सीटों के लिए 9 दिसंबर और 14 दिसंबर को दो चरणों में मतदान होना है.
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवारों की सूची में हिम्मतनगर से राजेंद्र कुमार रणजीतसिंह चावड़ा, जेतपुर से जयेशभाई रदाडिया, जामनगर ग्रामीण से राघवजीभाई पटेल को, जामनगर उत्तर से धर्मेंद्रसिंह मेरूभा जाडेजा, द्वारका से पबुभा विरसभा माणेक, जूनागढ़ से महेंद्रभाई मशरू, सोमनाथ से जशभाई भाणाभाई बारड, अमरेली से बावकुभाई उधाड़, भावनगर ग्रामीण से परषोत्तमभाई ओघवजीभाई सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है.
भाजपा की ओर से जारी सूची में भावनगर पूर्व से विभाईवरीबेन दवे, गोधरा से सीके राउलजी, जेतपुर से जयंतिभाई राठवा, बड़ोदरा सिटी से मनीषाबेन वकील, सूरत पश्चिम सीट से पूर्णेशभाई ईरलाल मोदी, बारदोली से ईरभाई रमणभाई परमार, डांग से विजयभाई पटेल, वलसाड से भरतभाई पटेल को टिकट दिया है.
राहुल गांधी की बदली छवि से प्रधानमंत्री डरे हुए हैं: शरद पवार
राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की बदली हुई छवि से डर गए हैं और इसलिए भाजपा गांधी परिवार को बदनाम करने के लिए बोफोर्स जैसे पुराने मुद्दे उठा रही है.
उन्होंने दावा किया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार और गुजरात सरकार गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिल रही जबर्दस्त प्रतिक्रिया से घबरा गई है.
पूर्वी महाराष्ट्र के चंद्रपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत में पवार ने आरोप लगाया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राहुल गांधी की बदली हुई छवि से डरे हुए हैं और इसलिए गांधी परिवार को बदनाम करने के लिए भाजपा बोफोर्स जैसे पुराने मुद्दे को उठा रही है.
हार्दिक के फर्जी सेक्स क्लिप के लिए सीएम और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पर आरोप
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) ने गुरुवार को आरोप लगाया कि उसके नेता हार्दिक पटेल के फर्जी सेक्स क्लिप के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जिम्मेदार हैं. हालांकि सत्तारूढ़ पार्टी ने इस आरोप को खारिज किया है.
भाजपा ने इन आरोपों को बेबुनियाद करार दिया और वीडियो क्लिपों के फैलने के लिए पीएएएस के भीतर विवाद का जिम्मेदार ठहराया.
पीएएएस संयोजक दिनेश बमभानिया ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया, हमें पता चला है कि भाजपा समर्थक सूरत का एक बिल्डर और एक अन्य व्यक्ति इन फर्जी क्लिपों के पीछे हैं. उन्होंने भाजपा को बचाने के लिए चुनावों से पहले हार्दिक की छवि खराब करने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी के इशारे पर यह किया.
40 करोड़ का सौदा हुआ
दिनेश बमभानिया ने आरोप लगाया कि यह 40 करोड़ रुपये के सौदे के तहत किया गया. हार्दिक के करीबी सहयोगी बमभानिया ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर सूरत के दो लोगों द्वारा भारत से बाहर ऐसी 52 और फर्जी वीडियो तैयार किए गए हैं.
कहा जा रहा है कि कथित रूप से हार्दिक की कम से कम तीन अंतरंग वीडियो फैलाई जा रही हैं. पहली क्लिप आने के बाद हार्दिक ने भाजपा पर निशाना साधा था.
बमभानिया ने आरोप लगाया, चूंकि भाजपा हार्दिक की बढ़ती लोकप्रियता से चिंतित है, उन्होंने पार्टी को और नुकसान को रोकने के लिए चुनावों से पहले उन्हें सलाखों के पीछे डालने की साजिश रची है.
उन्होंने कहा, हमारे सूत्रों ने हमें बताया है कि ऐसी 52 फर्जी क्लिप और हैं जिसमें से 22 क्लिप हार्दिक तथा बाकी की क्लिप अन्य पीएएएस नेताओं की हैं.
उन्होंने कहा कि पीएएएस वकीलों से सलाह करके आगामी दिनों में कानूनी कार्रवाई शुरू करेगी और भाजपा की संलिप्तता को साबित करने के लिए सबूत सार्वजनिक करेंगे.
सीटों के बंटवारे पर शरद गुट और कांग्रेस में टकराव
गुजरात विधानसभा चुनाव में टिकटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और जदयू के बागी शरद यादव गुट में आम राय कायम नहीं हो पा रही है. शरद गुट ने कांग्रेस आलाकमान से गुजरात में आदिवासी बहुल सात सीटों की मांग की है जबकि कांग्रेस उन्हें सिर्फ एक सीट देने के लिए तैयार है.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक शरद गुट द्वारा जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए छोटूभाई बसावा की सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के साथ दो दौर की बातचीत बेनतीजा रही.
समझा जाता है कि ना तो बसावा सात से कम सीट लेने पर तैयार हैं और ना ही कांग्रेस एक से ज्यादा सीट देने को राजी है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने सिर्फ बसावा के लिए एक सीट देने पर सहमति जताई है. जबकि बसावा अपने बेटे महेश भाई बसावा सहित पांच अन्य सीटों की मांग पर अड़े हुए हैं.
शरद गुट का दावा है कि दक्षिणी गुजरात की आदिवासी बहुल 20 सीटों पर बसावा का खासा असर है. बसावा खुद इस इलाके से विधायक हैं और स्थानीय समीकरणों के हवाले से शरद गुट इस इलाके की सात सीटों पर अपना दावा जता रहा है.
कांग्रेस के इस बर्ताव से खुद शरद यादव खिन्न बताए जाते हैं. यादव के करीबी सूत्रों ने बताया कि उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व को इस बात के लिए आगाह भी किया है कि इस तरह के बर्ताव से गुजरात में भी भाजपा के खिलाफ विपक्ष की एकजुटता प्रभावित होगी और उत्तर प्रदेश की तरह गुजरात में भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
यादव ने कांग्रेस आलाकमान से कहा है कि गुजरात में हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवानी और अल्पेश ठाकोर भाजपा के खिलाफ माहौल तो बना सकते हैं लेकिन मतदाताओं के वोट नहीं ला पाएंगे. इसके मद्देनजर उन्होंने कांग्रेस को नसीहत दी है कि स्थानीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए पार्टी हाईकमान को सहयोगी दलों के साथ उदारता दिखानी चाहिए.
कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची आनी बाकी
कांग्रेस नेतृत्व द्वारा गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में विचार विमर्श कर संभावित उम्मीदवारों को अंतिम मंजूरी दिए जाने की संभावना है.
यह विचार विमर्श शुक्रवार 17 नवंबर की शाम पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में किए जाने की संभावना है. पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की प्रमुख कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं तथा पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा कुछ शीर्ष महासचिव इसके सचिव हैं.
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने राज्य के पहले चरण में 89 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में कुछ उम्मीदवारों के नाम पर पिछले हफ्ते सप्ताह हुई बैठक में चर्चा कर ली थी किंतु किसी नाम की घोषणा नहीं की गई.
सूत्रों ने कहा कि 182 सीटों के लिए सभी उम्मीदवारों के बारे में बैठक में चर्चा होगी लेकिन हो सकता है पार्टी शुक्रवार को ही सभी नामों की घोषणा न करे.
गुजरात में दूसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 14 नवंबर से ही शुरू हो गई तथा पर्चा दाखिल करने की अंतिम तारीख 21 नवंबर है. दूसरे चरण के लिए नामांकन भरने की प्रक्रिया 20 नवंबर से शुरू होगी.
कांग्रेस ने आयोग को लिखा पत्र, भाजपा पड़ोसी राज्यों से ला सकती है शराब
गुजरात कांग्रेस ने गुरुवार को चुनाव आयोग से पड़ोसी भाजपा शासित राज्यों की सीमाओं पर पर्यवेक्षकों को तैनात करने का अनुरोध किया ताकि विधानसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ पार्टी के इशारे पर शराब लाने के संभावित प्रयासों को रोका जा सके.
मुख्य चुनाव आयुक्त एके जोती को लिखे पत्र में गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख भरत सिंह सोलंकी ने आयोग से सीमावर्ती क्षेत्रों को सील करने का अनुरोध किया.
सोलंकी ने कहा, हमें अपने सूत्रों से बहुत परेशान करने वाला घटनाक्रम पता चला है कि भाजपा राज्य में महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे पड़ोसी भाजपा शासित राज्यों से बड़ी मात्रा में शराब लाने की योजना बना रही है.
हार्दिक पटेल के पूर्व सहयोगी भाजपा में शामिल
पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल के पूर्व करीबी सहयोगी चिराग पटेल ने गुरुवार को गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल की उपस्थिति में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा में शामिल हो गए. हार्दिक पटेल के साथ-साथ चिराग पटेल भी राजद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे हैं.
भाजपा में शामिल होने के बाद चिराग ने हार्दिक पर निजी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पाटीदार आरक्षण आंदोलन को हथियाने का आरोप लगाया.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, पाटीदार समुदाय को आरक्षण दिलाने के लिए शुरू हुआ आंदोलन अब एक व्यक्ति के निजी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने का माध्यम बन गया है. यह धन और सत्ता हासिल करने का एक जरिया बन गया है. मैं मानता हूं कि आंदोलन गलत दिशा में जा रहा है.
गुजरात चुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारेगी लोजपा
लोक जनशक्ति पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि वह गुजरात चुनाव में अपना कोई प्रत्याशी नहीं उतारेगी और चुनाव में उसने अपने सहयोगी दल भाजपा को समर्थन करने की घोषणा की है.
गौरतलब है कि पार्टी प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने भाजपा के पक्ष में राज्य में सघन प्रचार किया है. पारंपरिक तौर पर लोजपा राज्य के कुछ सीटों पर चुनाव लड़ती रही है.
अगले महीने दो चरण में होने वाले चुनाव के लिए भाजपा ने दलित मतदाताओं को आकर्षित करने के प्रयास के तहत अपने प्रचार अभियान में राम विलास पासवान को भी उतारा है.
लोजपा के संसदीय बोर्ड के प्रमुख चिराग पासवान ने एक बयान में कहा, मेरी पार्टी भाजपा को पूर्ण समर्थन देगी और कोई प्रत्याशी नहीं उतारेगी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)