पाकिस्तान: क़ायद-ए-आज़म यूनिवर्सिटी ने होली मनाने पर छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद ​स्थित क़ायद-ए-आज़म यूनिवर्सिटी के छात्रों को बिना पूर्व अ​नुमति के होली मनाने के चलते बीते 12 जुलाई को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. यूनिवर्सिटी द्वारा जारी नोटिस में चेतावनी दी गई है कि छात्रों पर जुर्माना, निलं​बन, निष्कासन समेत कई तरह के दंड लगाए जा सकते हैं.

इस्लामाबाद स्थित क़ायद-ए-आज़म यूनिवर्सिटी के छात्रों ने बीते 12 जून को कैंपस में होली का त्योहार मनाया था. (फोटो साभार: ट्विटर/@ProgStudentsFed)

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद ​स्थित क़ायद-ए-आज़म यूनिवर्सिटी के छात्रों को बिना पूर्व अ​नुमति के होली मनाने के चलते बीते 12 जुलाई को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. यूनिवर्सिटी द्वारा जारी नोटिस में चेतावनी दी गई है कि छात्रों पर जुर्माना, निलं​बन, निष्कासन समेत कई तरह के दंड लगाए जा सकते हैं.

इस्लामाबाद स्थित क़ायद ए आजम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने बीते 12 जून को कैंपस में होली का त्योहार मनाया था. (फोटो साभार: ट्विटर/@ProgStudentsFed)

नई दिल्ली: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद स्थित क़ायद-ए-आज़म यूनिवर्सिटी ने पूर्व अनुमति के बिना हिंदू त्योहार होली मनाने के लिए छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. पाकिस्तान के अख़बार डॉन में 14 जुलाई को प्रकाशित रिपोर्ट में यह जानकारी मिली है.

यह खबर पाकिस्तान के शिक्षा मंत्री राणा तनवीर हुसैन द्वारा उच्च शिक्षा आयोग (एचईसी) से एक विश्वविद्यालय में होली मनाने पर आपत्ति जताने वाली अधिसूचना वापस लेने के लिए कहने के एक महीने बाद आई है.

यह अधिसूचना बीते 20 जून को उच्च शिक्षा आयोग की कार्यकारी निदेशक शाइस्ता सोहेल द्वारा कुलपतियों और संस्थानों के प्रमुखों को जारी की गई थी.

रिपोर्ट के अनुसार, क़ायद-ए-आज़म यूनिवर्सिटी के छात्रों को बीते 12 जुलाई को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था.

इसमें कहा गया है कि 12 जून को दोपहर 3 बजे से रात 8 बजे तक छात्रों को यूनिवर्सिटी या इसकी कार्यक्रम प्रबंधन समिति की पूर्व अनुमति और अनुमोदन के बिना त्योहार मनाने, आयोजन करने और इसमें शामिल होने की सूचना मिली थी.

नोटिस के अनुसार, ‘यूनिवर्सिटी के सुरक्षा कर्मचारियों की सलाह/निर्देशों के बावजूद आपने तेज संगीत बजाना बंद करने इनकार कर दिया और जबरदस्ती इस समारोह को जारी रखा, जिससे दूसरों के लिए अप्रिय/असुविधाजनक माहौल पैदा हो गया.’

यूनिवर्सिटी ने छात्रों को अपने ऊपर लगे आरोपों पर लिखित जवाब के साथ 18 जुलाई को दोपहर 12:30 बजे अनुशासन समिति के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि समिति के समक्ष उपस्थित होने में विफलता का अर्थ यह माना जाएगा कि उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है और उपलब्ध साक्ष्यों के अनुसार निर्णय लिया जाएगा.

नोटिस में चेतावनी दी गई है कि छात्रों पर कई तरह के दंड लगाए जा सकते हैं, जिसमें जुर्माना, छात्रावास आवास रद्द करना, वित्तीय लाभ और रियायतें रद्द करना, निलंबन, एक निश्चित अवधि के लिए प्रवेश पर प्रतिबंध, परीक्षा परिणाम रद्द करना, निष्कासन शामिल है.

इस रिपोर्ट को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें