केदारनाथ मंदिर परिसर में भक्तों के फोटो लेने और वीडियो बनाने पर प्रतिबंध का यह क़दम एक महिला ब्लॉगर द्वारा मंदिर के सामने अपने प्रेमी को प्रपोज़ करने का हालिया वीडियो वायरल होने के बाद उठाया गया है. इसके अलावा मंदिर समिति ने लोगों से ‘सभ्य कपड़े’ पहनने और परिसर में तंबू या शिविर लगाने से बचने को भी कहा है.
नई दिल्ली: केदारनाथ मंदिर परिसर में भक्तों के फोटो लेने और वीडियो बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह कदम एक महिला ब्लॉगर द्वारा मंदिर के सामने अपने प्रेमी को प्रपोज करने का हालिया वीडियो वायरल होने के बाद उठाया गया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने मंदिर परिसर में जगह-जगह बोर्ड लगाए हैं, जिन पर लिखा है, ‘मोबाइल फोन के साथ मंदिर परिसर में प्रवेश न करें; मंदिर के अंदर किसी भी प्रकार की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी सख्त वर्जित है और आप सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में हैं.’
मंदिर समिति ने लोगों से ‘सभ्य कपड़े’ पहनने और मंदिर परिसर में तंबू या शिविर लगाने से परहेज करने को भी कहा है. हिंदी और अंग्रेजी में लिखे बोर्डों पर यह भी लिखा है कि आदेश का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
Uttarakhand: Photography banned inside Kedarnath Dham Temple, violators to face legal consequences
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— ANI Digital (@ani_digital) July 17, 2023
श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजय अजेंद्र ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ‘पिछले दिनों कुछ तीर्थयात्री मंदिर के अंदर अभद्र तरीके से वीडियो और रील बना रहे थे और तस्वीरें भी खींच रहे थे, इसलिए चेतावनी दी गई है. नए नियमों को सख्ती से लागू किया जाएगा. केदारनाथ में बोर्ड भी लगाए गए हैं.’
#WATCH | Uttarakhand | Shri Badrinath-Kedarnath Temple Committee bans photography and videography inside Kedarnath Temple. The Temple committee puts up warning boards at various places on the Kedarnath temple premises, that if anyone is caught taking photos or making videos,… pic.twitter.com/c4AXVbRrtj
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 17, 2023
अजय अजेंद्र ने कहा कि एक धार्मिक स्थान एक निश्चित विश्वास प्रणाली का पालन करता है और भक्तों को उसका सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हालांकि बद्रीनाथ धाम से अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है, लेकिन वहां भी ऐसे बोर्ड लगाए जाएंगे.