डब्ल्यूएचओ ने अफ्रीकी देश कैमरून में बेचे जाने वाले एक कफ सीरप ‘नेचरकोल्ड सीरप’ को लेकर यह चेतावनी जारी की है. विश्लेषण से पता चला है कि इसमें डायएथिलीन ग्लाइकॉल नामक तत्व निर्धारित मात्रा से पाया गया है, जो मनुष्यों के लिए ज़हरीला साबित हो सकता है.
नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बीते बुधवार (19 जुलाई) को मध्य अफ्रीकी देश कैमरून (Cameroon) में बेचे जाने वाले दूषित (Contaminated) कफ सीरप के एक बैच के संबंध में एक चेतावनी जारी की, जिसमें कहा गया कि इसमें अस्वीकार्य मात्रा में दूषित रसायन मौजूद हैं.
अफ्रीका क्षेत्र के डब्ल्यूएचओ के अनुसार, नेचरकोल्ड सीरप (Naturcold Syrup) में बताए गए सक्रिय तत्वों को पैरासिटामोल (Paracetamol), फिनाइलफ्रीन हाइड्रोक्लोराइड (Phenylephrine Hydrochloride) और क्लोरफेनिरामीन मैलेट (Chlorpheniramine Maleate) के रूप में सूचीबद्ध किया गया है – एक ऐसा कॉम्बिनेशन जिसका उपयोग सामान्य सर्दी, फ्लू और एलर्जिक राइनाइटिस (Rhinitis) से जुड़े लक्षणों से राहत देने के लिए किया जाता है.
पिछले महीने कैमरून से नमूने उपलब्ध कराए जाने के बाद डब्ल्यूएचओ-अनुबंधित प्रयोगशाला में इस कफ सीरप का विश्लेषण किया गया था.
विश्लेषण से पता जला था कि इस सीरप में 28.6 प्रतिशत डायएथिलीन ग्लाइकॉल (Diethylene Glycol) पाया गया, जबकि स्वीकार्य सीमा 0.10 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए. डायएथिलीन ग्लाइकॉल का उपयोग आम तौर पर एक विलायक (Solvent) के रूप में किया जाता है, लेकिन इसे अधिक महंगी सामग्री के सस्ते विकल्प के रूप में दवा में अवैध रूप से डाला जा सकता है.
दूषित कफ सीरप बच्चों के लिए खतरनाक
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, डायएथिलीन ग्लाइकॉल मनुष्यों के लिए जहरीला है और घातक साबित हो सकता है. अलर्ट में उत्पाद को असुरक्षित घोषित किया गया है, खासकर बच्चों के लिए, क्योंकि इसके परिणामस्वरूप गंभीर तबीयत खराब या मृत्यु हो सकती है.
अन्य दुष्प्रभावों में पेट में दर्द, उल्टी, दस्त, पेशाब करने में असमर्थता, सिरदर्द, परिवर्तित मानसिक स्थिति और गुर्दे की परेशानी हो सकती है, जिससे मृत्यु भी हो सकती है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, उत्पाद पैकेजिंग में फ्रैकेन इंटरनेशनल (इंग्लैंड) को निर्माता के रूप में सूचीबद्ध किया गया है, लेकिन यूनाइटेड किंगडम के राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण ने पुष्टि की है कि वहां ऐसी कोई कंपनी मौजूद नहीं है.
डब्ल्यूएचओ ने कहा, ‘उत्पाद का निर्माण कहा किया जा रहा है कि इसकी जानकारी के लिए अभी भी पूछताछ चल रही है.’ उन्होंने कहा कि उत्पाद को अन्य देशों में भी अनुमति मिली हुई हो सकती है.
मालूम हो कि साल 2022 में गाम्बिया, उज्बेकिस्तान और इंडोनेशिया में दूषित कफ सीरप से 300 से अधिक बच्चों की मौत हो गई थी.