पद्मावती विवाद पर स्मृति ईरानी की चुप्पी की आलोचना करते हुए आज़मी ने कहा कि भारतीय फिल्म उद्योग की बदौलत ही अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह का आयोजन संभव हो सका है.
मुंबई: मशहूर अभिनेत्री शबाना आजमी ने कहा कि फिल्मकार संजय लीला भंसाली और उनकी फिल्म पद्मावती की स्टार दीपिका पादुकोण के खिलाफ धमकी के विरोध में फिल्म जगत को अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह (आईएफएफआई) का बहिष्कार करना चाहिए.
स्थिति को सांस्कृतिक विनाश की संज्ञा देते हुये शबाना आजमी ने इस मुद्दे पर चुप्पी को लेकर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी की आलोचना की.
The entire film industry should boycott IFFI in protest against the threats to @deepikapadukone SLB and #Padmavati https://t.co/VckVB5yRJp
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) November 18, 2017
उन्होंने ट्वीट किया कि स्मृति ईरानी आईएफएफआई की तैयारी कर रही हैं और भारतीय फिल्म उद्योग के कारण ही यह महोत्सव इस मुकाम तक पहुंचा है लेकिन पद्मावती पर वह चुप हैं.
Smriti Irani is preparing IFFI dats possible only bcoz the Indian Film Industry brings such acclaim to it but keeps quiet about Padmavati!
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) November 18, 2017
#Padmavatis application to CBFC has been sent back bcoz of incomplete formalities! Really? Or to keep fires stoked for electoral gains?
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) November 17, 2017
कई ट्वीट्स की श्रृंखला में उन्होंने इस स्थिति की तुलना सदर हाशमी की हत्या के बाद हुए अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह के आयोजन से भी की है.
आज़मी ने लिखा, ‘ यह कुछ ऐसा ही है जब 1989 में सफदर हाशमी की हत्या के बाद कांग्रेस और एचकेएल भगत दिल्ली में आईएफएफआई कार्यक्रम का आयोजन कर रहे थे. सांस्कृतिक विनाश.’
This is exactly like HKL Bhagat and Congress celebrating IFFI in Delhi after the murder of Safdar Hashmi in 1989.Cultural Annihilation
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) November 18, 2017
अभिनेत्री ने इस मुद्दे पर कई ट्वीट किये और फिल्म जगत से जुड़े लोगों से फिल्म के समर्थन में आगे आने का आह्वान किया.
ज्ञात हो कि आईएफएफआई के 48 वें संस्करण का आयोजन 20-28 नवंबर के बीच गोवा में किया जाएगा.