फिल्म जगत को अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह का बहिष्कार करना चाहिए: शबाना आज़मी

फिल्म जगत को अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह का बहिष्कार करना चाहिए: शबाना आज़मी

पद्मावती विवाद पर स्मृति ईरानी की चुप्पी की आलोचना करते हुए आज़मी ने कहा कि भारतीय फिल्म उद्योग की बदौलत ही अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह का आयोजन संभव हो सका है.

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पद्मावती विवाद पर स्मृति ईरानी की चुप्पी की आलोचना करते हुए आज़मी ने कहा कि भारतीय फिल्म उद्योग की बदौलत ही अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह का आयोजन संभव हो सका है.

Shabana PTi IFFI

मुंबई: मशहूर अभिनेत्री शबाना आजमी ने कहा कि फिल्मकार संजय लीला भंसाली और उनकी फिल्म पद्मावती की स्टार दीपिका पादुकोण के खिलाफ धमकी के विरोध में फिल्म जगत को अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह (आईएफएफआई) का बहिष्कार करना चाहिए.

स्थिति को सांस्कृतिक विनाश की संज्ञा देते हुये शबाना आजमी ने इस मुद्दे पर चुप्पी को लेकर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी की आलोचना की.

उन्होंने ट्वीट किया कि स्मृति ईरानी आईएफएफआई की तैयारी कर रही हैं और भारतीय फिल्म उद्योग के कारण ही यह महोत्सव इस मुकाम तक पहुंचा है लेकिन पद्मावती पर वह चुप हैं.

कई ट्वीट्स की श्रृंखला में उन्होंने इस स्थिति की तुलना सदर हाशमी की हत्या के बाद हुए अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह के आयोजन से भी की है.

आज़मी ने लिखा, ‘ यह कुछ ऐसा ही है जब 1989 में सफदर हाशमी की हत्या के बाद कांग्रेस और एचकेएल भगत दिल्ली में आईएफएफआई कार्यक्रम का आयोजन कर रहे थे. सांस्कृतिक विनाश.’

अभिनेत्री ने इस मुद्दे पर कई ट्वीट किये और फिल्म जगत से जुड़े लोगों से फिल्म के समर्थन में आगे आने का आह्वान किया.

ज्ञात हो कि आईएफएफआई के 48 वें संस्करण का आयोजन 20-28 नवंबर के बीच गोवा में किया जाएगा.