पुलिस हिरासत के दौरान इलाहाबाद में हमलावारों द्वारा मार दिए गए गैंगस्टर-राजनेता अतीक़ अहमद के वकील विजय मिश्रा को 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह वकील उमेश पाल की हत्या के मामले में गिरफ़्तार किया गया है. पुलिस ने दावा किया कि अतीक़ के बेटों मोहम्मद उमर और मोहम्मद अली की भी इसमें भूमिका थी.
नई दिल्ली: मारे गए गैंगस्टर-राजनेता अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा को 2005 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह वकील उमेश पाल की हत्या के मामले में रविवार (30 जुलाई) को गिरफ्तार किया गया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने दावा किया कि अतीक के बेटों मोहम्मद उमर (24 वर्ष) और मोहम्मद अली (22 वर्ष) की 48 वर्षीय उमेश की हत्या में भूमिका थी, जिन्हें इस साल 24 फरवरी को अपने दो पुलिस अंगरक्षकों के साथ इलाहाबाद के धूमनगंज इलाके में गोली मार दी गई थी.
अतीक के बेटे – उमर और अली दोनों अलग-अलग मामलों में जेल में बंद हैं.
इलाहाबाद पुलिस ने कहा कि विजय मिश्रा, जिन्हें लखनऊ के एक होटल के बाहर से गिरफ्तार किया गया है, वह अतीक के छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ के साथ नियमित संपर्क में थे, जो उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी था, जब वह बरेली जेल में बंद था.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘जब उमेश की हत्या की साजिश रची जा रही थी, तब विजय मिश्रा ने जेल में इस्तेमाल किए जा रहे अपने सेलफोन पर अशरफ से कई बार बात की थी.’
इलाहाबाद के रहने वाले विजय मिश्रा उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी पूर्व सांसद अतीक और उनके परिवार के सदस्यों का अदालत में प्रतिनिधित्व कर रहे थे.
इलाहाबाद के पुलिस उपायुक्त दीपक भुकर ने कहा, ‘मिश्रा लंबे समय से फरार थे. हमने एक गुप्त सूचना के आधार पर उन्हें लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया.’
इसके अलावा, इलाहाबाद पुलिस ने लगभग दो महीने पहले एक स्थानीय व्यवसायी मोहम्मद सईद को कथित तौर पर धमकी देने और अतीक और उसके सहयोगियों के नाम पर उससे 3 करोड़ रुपये की उगाही करने की कोशिश करने के लिए विजय मिश्रा पर मामला दर्ज किया था. इस सिलसिले में इलाहाबाद के अतरसुइया थाने में मामला दर्ज कराया गया था.
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘जांच के दौरान हमने पाया कि उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी- गुड्डू मुस्लिम, गुलाम हसन और सदाकत खान ने बरेली जेल में अशरफ से मिलने के बाद और पहले नैनी सेंट्रल जेल में अली से मुलाकात की थी. यही वह समय था जब हत्या की साजिश रची जा रही थी. अतीक के दूसरे बेटे असद अहमद ने इसी सिलसिले में लखनऊ जेल में उमर से मुलाकात की.’
उन्होंने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड में अली और उमर के वारंट सुरक्षित करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
सदाकत खान को मई में गिरफ्तार किया गया था, जबकि गुड्डू मुस्लिम फरार है.
मालूम हो कि बीते 13 अप्रैल को अतीक अहमद के बेटे असद अहमद समेत दो लोगों को उत्तर प्रदेश पुलिस ने झांसी में हुए एक एनकाउंटर के दौरान मार गिराया था. दो दिन बाद अतीक और अशरफ की इलाहाबाद के एक सरकारी अस्पताल के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई, जहां उन्हें मेडिकल जांच के लिए लाया गया था. दोनों उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस कस्टडी रिमांड पर थे.
अतीक के बेटे असद अहमद और गुलाम, उमेश पाल की हत्या में वांछित थे, जिनकी 24 फरवरी को उनके इलाहाबाद स्थित घर के बाहर दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पेशे से वकील उमेश पाल 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के गवाह थे. अतीक अहमद विधायक की हत्या का आरोपी था.
अतीक के पांच बेटों में सबसे बड़े उमर ने 2018 में एक व्यवसायी के अपहरण के मामले में पिछले साल अक्टूबर में लखनऊ की एक अदालत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था. अतीक के दूसरे बेटे अली ने पिछले साल जुलाई में एक व्यापारी पर हमले के मामले में आत्मसमर्पण कर दिया था.
अतीक, अशरफ और असद के अलावा उमेश पाल हत्याकांड के तीन अन्य आरोपियों अरबाज, विजय चौधरी उर्फ उस्मान और गुलाम हसन की मौत हो चुकी है.