जननायक जनता पार्टी के नेता और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आरोप लगाया है कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने प्रशासन को इस बात का सटीक विवरण नहीं दिया कि कितने लोग शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन को सही ढंग से सूचित किया गया होता, तो सांप्रदायिक हिंसा से बचा जा सकता था.
नई दिल्ली: जननायक जनता पार्टी के नेता और भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आरोप लगाया है कि विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने प्रशासन को इस बात का सटीक विवरण नहीं दिया कि कितने लोग शामिल होंगे.
‘शोभा यात्रा’ सोमवार (31 जुलाई) को नूंह जिले से होकर गुजरी थी.
रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, अगर प्रशासन को सही ढंग से सूचित किया गया होता, तो उसके बाद होने वाली सांप्रदायिक हिंसा से बचा जा सकता था.
उपमुख्यमंत्री ने दोनों संगठनों का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा कि यात्रा के आयोजकों को स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए थी.
चौटाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘जो कल की यात्रा के आयोजक थे उन्होंने भीड़ का अनुमान और उचित ब्योरा जिला प्रशासन को नहीं दिया. कहीं न कहीं उसकी कमी के कारण यह दुर्घटना कल घटी है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मेवात के लोग आजादी से पहले और बाद में भी भारत के विचार के साथ मजबूती से खड़े रहे हैं. मेवात के लोगों ने भारत की आज़ादी के लिए लड़ाई लड़ी. सोमवार को नूंह में जो हुआ वह हरियाणा के इतिहास में अभूतपूर्व है और इस घटना के पीछे के लोगों की पहचान की जानी चाहिए और कानून के अनुसार दंडित किया जाना चाहिए.’ उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया.
कथित तौर पर हिंसा भड़काने वाले कट्टरपंथी हिंदू दक्षिणपंथी सोशल मीडिया और गोरक्षक मोनू मानेसर के बारे में पूछे जाने पर चौटाला ने कहा, ‘अपराधियों को उनकी राजनीतिक संबद्धता के बावजूद बख्शा नहीं जाएगा. स्थिति ख़राब करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे किसी राजनीतिक दल से हों या किसी सामाजिक संगठन से.’
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए चौटाला ने मानेसर जैसे लोगों पर सवाल उठाया, जो गोरक्षक होने का दावा करते हैं, उन्होंने कहा, ‘बहुत स्पष्ट रूप से जो लोग कहते हैं कि वे गोरक्षक हैं या जो कुछ भी वे खुद को कहते हैं, उनमें से अधिकांश ऐसा नहीं करते हैं, जिनके घरों में गायें हैं. यह एक गंभीर चिंता का विषय है और हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत है कि ऐसे आंदोलनों का नेता कौन बनता है. हां, आपने जिस व्यक्ति का नाम लिया है, उसे पुलिस ने चिह्नित कर लिया है, उसने कल आग में घी डालने का काम किया है और हम उसके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे.’
चौटाला ने यह भी कहा कि इस तरह की यात्रा का चौथा वर्ष होने के बावजूद इस बार इंतजाम सही नहीं था. उन्होंने यह भी बताया कि एक प्रमुख वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अनुपस्थित थे.
उन्होंने कहा, ‘कल एक घटना हुई थी और मुझे लगता है कि प्रबंधन अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर नहीं था. एसपी (पुलिस अधीक्षक, नूंह) पारिवारिक स्थिति के कारण छुट्टी पर थे और प्रभार पड़ोसी जिले के एसपी को दिया गया था जो स्थिति का बेहतर तरीके से आकलन नहीं कर सके.’
उल्लेखनीय है कि हरियाणा में सोमवार (31 जुलाई) को नूंह में हिंदू दक्षिणपंथी समूहों द्वारा निकाली गई ‘शोभा यात्रा’ के दौरान हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है. हिंसा अन्य इलाकों में भी फैल गई और 1 अगस्त को हिंसा के दौरान गुड़गांव के बादशाहपुर में कम से कम 14 दुकानें जला दी गईं, अधिकांश मुसलमानों की थीं.
इसी बीच, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ’20 अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है ताकि राज्य में कोई गैरकानूनी गतिविधि न हो. छह लोगों की मौत की खबर है, जिनमें से दो पुलिसकर्मी और चार नागरिक हैं. 116 लोग गिरफ्तार कर लिया गया है. 90 अन्य को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ के बाद कार्रवाई की जाएगी. जो भी इसमें शामिल है उसे बख्शा नहीं जाएगा और कार्रवाई की जाएगी…नूंह में भारतीय रिजर्व बटालियन भी तैनात की जाएगी.’