द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
मणिपुर में सौ दिनों से अधिक समय से जारी हिंसा के बीच राज्य के दस आदिवासी विधायकों ने 21 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में शामिल होने से इनकार कर दिया है. इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, इन विधायकों ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए कहा कि विधानसभा मेईतेई बहुल क्षेत्र इंफाल में है. इन 10 विधायकों में से सात सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के हैं. इन्हीं 10 विधायकों ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें अनुरोध किया गया था कि पांच पहाड़ी जिलों के लिए अलग मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक या इसके समकक्ष पद बनाए जाएं.
बिहार के अररिया में दैनिक जागरण के एक पत्रकार की हत्या करने की घटना सामने आई है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, घटना ज़िले के रानीगंज थाना क्षेत्र के प्रेमनगर गांव में सुबह साढ़े पांच बजे के करीब हुई. पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में घटना का कारण मृतक विमल कुमार यादव (35) का अपने पड़ोसी के साथ पुरानी रंज़िश बताई जा रही है. चार वर्ष पहले विमल के छोटे भाई कुमार शशिभूषण की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में फिलहाल कोर्ट में सुनवाई चल रही है और विमल मामले के इकलौते गवाह थे.
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद ने इसके अध्यक्ष बिबेक देबरॉय के नए संविधान लाने के बारे में लिखे गए आलेख से खुद को अलग कर लिया है. हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, परिषद ने कहा है कि देबरॉय का नए संविधान का आग्रह करने वाला कॉलम उनकी निजी क्षमता में लिखा गया था और इसका परिषद या सरकार से कोई लेना-देना नहीं है. देबरॉय ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रकाशित इस आलेख में देश के संविधान को ‘औपनिवेशिक विरासत’ बताते हुए कहा था कि इसमें कुछ संशोधन करने से भारत की वर्तमान जरूरतें पूरी नहीं होंगी.
भारतीय दवाओं की गुणवत्ता पर वैश्विक स्तर पर लगातार उठ रहे सवालों के बीच उज़्बेकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारतीय कंपनी ने देश में कफ सीरप बेचने के लिए 33,000 डॉलर की रिश्वत दी थी. रॉयटर्स के मुताबिक, बुधवार (16 अगस्त) को कोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ. वहां की सरकार ने भारतीय कफ सीरप के चलते देश में 65 बच्चों की जान जाने का आरोप भी लगाया है. अब अदालत में अभियोजकों ने कहा कि के वितरकों ने अनिवार्य परीक्षण से बचने के लिए स्थानीय अधिकारियों को 33,000 डॉलर की रिश्वत दी थी. जिस कफ सीरप पर सवाल उठा है, उसका नाम ‘डॉक-1 मैक्स’ है, जो नोएडा स्थित कंपनी मैरियन बायोटेक द्वारा निर्मित है.
लद्दाख में भाजपा ने इसके एक वरिष्ठ नेता को उनके बेटे के अपनी मर्ज़ी से एक बौद्ध महिला के साथ घर छोड़कर चले जाने के चलते पार्टी से निष्काषित कर दिया है. द वायर में प्रकाशित उमर मक़बूल की रिपोर्ट बताती है कि भाजपा ने अपने लद्दाख उपाध्यक्ष शेख नजीर अहमद (74) को यह कहते हुए पार्टी से बाहर किया कि उनके बेटे मंज़ूर अहमद द्वारा उठाया गया ये कदम लद्दाख के सभी धार्मिक समुदायों द्वारा अस्वीकार्य है, क्योंकि ‘यह इस क्षेत्र के लोगों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव और एकता को खतरे में डालता है.’ उधर नजीर अहमद का कहना है कि उनके बेटे के किए की सज़ा उन्हें दी जा रही है. उन्होंने कहा, ‘वे मुझे पद से हटा सकते थे लेकिन पार्टी से निष्काषित नहीं करना चाहिए था.’
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक निर्देश में कहा है कि प्रशासनिक अधिकारी ‘नेगेटिव’ ख़बरों की जांच करें और इनके ग़लत पाए जाने पर मीडिया से जवाब मांगे. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव द्वारा जारी पत्र में मंडलायुक्तों और ज़िलाधिकारियों से कहा गया है कि वे उनके क्षेत्रों में अख़बारों में छपने वाली ‘नकारात्मक ख़बरों’ की जांच करें. अगर पता चले कि यह ग़लत तथ्यों पर आधारित है या तोड़-मरोड़कर पेश की गई है तो मीडिया समूह/अख़बार प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगें. निर्देश में यह भी कहा गया है कि ऐसी सामग्री का विवरण ऑनलाइन एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) पर भी अपलोड करें.
असम में बीते एक महीने में चोरी के संदेह में चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या के मामले सामने आए हैं. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, बीते 17 अगस्त को असम के दरांग और तामुलपुर ज़िलों में चोरी के संदह में दो लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. मृतकों की पहचान 45 वर्षीय मजीबुल हक़ और 27 वर्षीय बिनोद ब्रह्मा के रूप में हुई. इससे पहले बीते 12 अगस्त और 24 जुलाई को होजई और मोरीगांव ज़िलों में भी ऐसी घटनाएं हुई थीं.