द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर के एक स्कूल में मुस्लिम छात्र को साथी छात्रों द्वारा थप्पड़ मारने की घटना से संबंधित मामले वीडियो साझा करने के लिए में यूपी पुलिस ने ऑल्ट न्यूज़ के पत्रकार ज़ुबैर के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया है. रिपोर्ट के अनुसार, जिस गांव में घटना हुई थी, वहां के निवासी विष्णुदत्त की शिकायत पर 28 अगस्त की सुबह मंसूरपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. ज़ुबैर पर पीड़ित छात्र की पहचान ज़ाहिर करने का आरोप है. ज़ुबैर ने इसे ‘बदले की राजनीति’ बताते हुए कहा है कि उन्होंने एनसीपीसीआर के कहने के बाद उक्त वीडियो हटा दिया था और ये बात अपनी टाइमलाइन पर भी बता दी. हालांकि ‘मुझसे पहले और बाद में कई अन्य टीवी चैनलों और एंकरों ने यही वीडियो चलाया है.’
एडिटर्स गिल्ड ने कर्नाटक सरकार से पूछा है कि यह इसकी प्रस्तावित फैक्ट-चेक इकाई की शक्ति का दायरा बताए. रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक के आईटी मंत्री प्रियंक खड़गे के अनुसार, ‘प्रस्तावित फैक्ट-चेक यूनिट द्वारा फर्जी के रूप में टैग किए गए पोस्ट और रिपोर्ट को हटा दिया जाएगा और यदि जरूरी हुआ, तो सरकार आईपीसी के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत दंडात्मक उपाय भी कर सकती है.’ ज्ञात हो कि गिल्ड ने पहले ही आईटी नियम 2023 में संशोधन को चुनौती देते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है, जो केंद्र को ‘फैक्ट-चेक इकाई’ बनाने और यह तय करने (साथ ही उसे हटाने) का अधिकार देता है कि कोई पोस्ट फ़र्ज़ी है या नहीं. अब गिल्ड ने कहा है कि ऐसे किसी भी निगरानी रखने वाले निकाय को प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए, जिसमें पहले से सूचना देना, अपील करने का अधिकार और न्यायिक निरीक्षण शामिल हों.
राजस्थान के कोटा में एक दिन में दो कोचिंग छात्रों द्वारा आत्महत्या करने की खबर सामने आई है. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, दो अलग-अलग घटनाओं में नीट की तैयारी कर रहे दो अभ्यर्थियों ने रविवार (27 अगस्त) को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. इसके साथ ही इस साल देश भर में कोचिंग हब के रूप में जाने जाने वाले शहर में मरने वाले छात्रों की संख्या 23 हो गई है. इस साल हुईं कुल 23 में से छह मौतें अकेले अगस्त में हुईं, जिसके बाद प्रशासन ने रविवार को जल्दबाजी में एक आदेश जारी कर कोचिंग संस्थानों को दो महीने के लिए कोई भी टेस्ट लेने से रोक दिया है.
महाराष्ट्र में चोरी के संदेह में चार दलित युवकों को पेड़ से उल्टा लटकाकर पीटने का मामला सामने आया है. द हिंदू के मुताबिक, घटना अहमदनगर ज़िले की है, जहां श्रीरामपुर तालुका के हरेगांव गांव में एक बकरी और कुछ कबूतर चुराने के संदेह में छह लोगों ने चार दलित युवकों को कथित तौर पर एक पेड़ से उल्टा लटकाकर लाठियों से पीटा था. टना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसके बाद 26 अगस्त को पुलिस ने हमले के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जबकि पांच अन्य फरार हैं. वहीं, राज्य के जालना ज़िले में हुई एक अन्य घटना में वाहन चोरी के संदेह में दलित व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर देने का मामला सामने आया है.
मणिपुर में सौ दिन से अधिक समय से हिंसा से जूझ रहे राज्य में विधानसभा सत्र से शुरू होने से पहले ताज़ा हिंसा की घटनाएं देखी गई हैं. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, बीते रविवार को इंफाल पश्चिम जिले के न्यू लाम्बुलाने इलाके में अज्ञात लोगों ने तीन ख़ाली पड़े घरों में आग लगा दी थी. वहीं, सगोलबंद बिजॉय गोविंदा इलाके में अज्ञात लोगों ने राज्य के पूर्व स्वास्थ्य निदेशक के. राजो के सुरक्षा गार्डों से दो असॉल्ट राइफलें और एक कार्बाइन छीन ली थी. आगजनी और हथियारों की लूटपाट का असर मंगलवार (29 अगस्त) को होने वाले राज्य विधानसभा के एक दिवसीय मानसून सत्र पर भी पड़ने की संभावना है. ज्ञात हो कि मेईतेई और आदिवासियों के बीच संघर्ष के बीच राज्य के 10 कुकी-ज़ो विधायकों ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि मेईतेई-प्रभुत्व वाले इंफाल में उनकी सुरक्षा को लेकर चिंताओं के कारण वे सत्र में भाग नहीं लेंगे.
जम्मू कश्मीर के एक स्कूल में ब्लैकबोर्ड पर ‘जय श्री राम’ लिखने पर दसवीं कक्षा के छात्र को पीटने के मामले में आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है. डेक्कन हेराल्ड के अनुसार, पुलिस ने बताया कि घटना शुक्रवार को कठुआ के बानी इलाके के सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में सामने आई और शनिवार को केस दर्ज किया गया. आरोपी शिक्षक की पहचान फारूक अहमद के रूप में हुई. मामले में स्कूल के प्रिंसिपल मोहम्मद हफीज पर भी मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने बताया कि अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि प्रिंसिपल फरार हैं.