भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए याविपक्ष के ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल होने की संभावना से इनकार करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि दोनों गठबंधनों में अधिकतर ग़रीब-विरोधी, जातिवादी, सांप्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं जिनकी नीतियों के विरुद्ध बसपा अनवरत संघर्षरत है.
नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बुधवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) या विपक्ष के ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल होने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि उनकी पार्टी आगामी 2024 में अकेले चुनाव लड़ेगी.
मालूम हो कि अगले सालभर में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ चार राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं.
मायावती ने ट्विटर पोस्ट में कहा कि दोनों गठबंधनों में ज्यादातर ऐसी पार्टियां शामिल हैं जो गरीब विरोधी, जातिवादी, सांप्रदायिक, अमीर समर्थक और पूंजीवादी हैं, जिनकी नीतियों के खिलाफ बसपा हमेशा लड़ती रही है.
2. बीएसपी, विरोधियों के जुगाड/जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे/बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़कर उनकेे गठबंधन से सन 2007 की तरह अकेले आगामी लोकसभा तथा चार राज्यों में विधानसभा का आमचुनाव लडे़गी। मीडिया बार-बार भ्रान्तियाँ न फैलाए।
— Mayawati (@Mayawati) August 30, 2023
मायावती ने कहा, ‘इसलिए उनसे गठबंधन कर चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं उठता.’
उन्होंने कहा, ‘बसपा विरोधियों के जुगाड़/जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे/बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़कर उनकेे गठबंधन से सन 2007 की तरह अकेले आगामी लोकसभा तथा चार राज्यों में विधानसभा का आमचुनाव लडे़गी. मीडिया बार-बार भ्रांतियां न फैलाए.’
उन्होंने मीडिया से यह भी कहा कि बसपा के किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करने के बारे में फर्जी खबर या गलत धारणाएं न फैलाएं.
4. इसके अलावा, बीएसपी से निकाले जाने पर सहारनपुर के पूर्व विधायक कांग्रेस व उस पार्टी के शीर्ष नेताओं की प्रशंसा में व्यस्त हैं, जिससे लोगों में यह सवाल स्वाभाविक है कि उन्होंने पहले यह पार्टी छोड़ी क्यों और फिर दूसरी पार्टी में गए ही क्यों? ऐसे लोगों पर जनता कैसे भरोसा करे?
— Mayawati (@Mayawati) August 30, 2023
एनडीए का नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कर रही है और इसमें ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके), लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास पासवान), नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और अन्य पार्टियां शामिल हैं. इंडिया गठबंधन भाजपा को चुनौती देने के लिए गठित कई विपक्षी दलों का एक समूह है और इसमें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके), आम आदमी पार्टी (आप) एनसीपी, शिवसेना (यूबीटी) और अन्य पार्टियां शामिल हैं.
बसपा प्रमुख का यह बयान कथित अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर पश्चिमी यूपी के प्रमुख मुस्लिम नेता इमरान मसूद को बसपा से निष्कासित किए जाने के कुछ दिनों बाद आया है. बसपा नेता ने कहा था कि उनकी पार्टी उनके द्वारा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की प्रशंसा करने वाली टिप्पणी और बसपा को ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल होने के आह्वान से नाराज है.
इससे पहले मायावती ने 23 अगस्त को कहा था कि उनकी पार्टी ने अगले साल उत्तर प्रदेश में अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है, क्योंकि पिछले अनुभव से पता चलता है कि गठबंधन करने से उसे कुछ हासिल नहीं होता है.
उन्होंने दावा किया था कि जब भी बसपा यूपी में किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ती है, तो उसके वोट गठबंधन साझेदार को मिल जाते हैं, लेकिन इसका उलटा नहीं होता है.