उत्तर प्रदेश: लखनऊ में केंद्रीय मंत्री के बेटे के घर पर शव मिला, तीन गिरफ़्तार

लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के बेटे विकास किशोर के क़रीबी सहयोगी विनय श्रीवास्तव की शुक्रवार दिन में गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि शव के पास से एक लाइसेंसी पिस्तौल मिली, जो विकास किशोर की थी. मृतक के भाई ने मंत्री के बेटे की संलिप्पता का आरोप लगाया है.

केंद्रीय शहरी आवास राज्यमंत्री कौशल किशोर. (फोटो साभार: फेसबुक)

लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के बेटे विकास किशोर के क़रीबी सहयोगी विनय श्रीवास्तव की शुक्रवार दिन में गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि शव के पास से एक लाइसेंसी पिस्तौल मिली, जो विकास किशोर की थी. मृतक के भाई ने मंत्री के बेटे की संलिप्पता का आरोप लगाया है.

केंद्रीय शहरी आवास राज्यमंत्री कौशल किशोर. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के बेटे विकास किशोर के आवास पर 28 वर्षीय व्यक्ति की हत्या के मामले में पुलिस ने शुक्रवार रात तीन लोगों को गिरफ्तार किया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि मंत्री के बेटे के करीबी सहयोगी विनय श्रीवास्तव की शुक्रवार दिन में गोली मारकर हत्या कर दी गई. शव के पास से एक लाइसेंसी पिस्तौल मिली, जो विकास किशोर की थी.

पीड़ित के बड़े भाई विकास श्रीवास्तव द्वारा इसे ‘सुनियोजित हत्या’ बताए जाने और मंत्री के बेटे की संभावित संलिप्तता का आरोप लगाने के कुछ घंटों बाद पुलिस ने मामले को सुलझाने का दावा किया.

मोहनलालगंज से सांसद और आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर ने अपने बेटे की संलिप्तता के आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि घटना के वक्त वह (बेटे विकास किशोर) लखनऊ में मौजूद नहीं थे.

उन्होंने इससे पहले दिन में कहा था, ‘वह गुरुवार शाम करीब 4:50 बजे दिल्ली के लिए रवाना हुआ. मेरा बेटा अपना हथियार घर पर रखता था, क्योंकि वह इसे दिल्ली नहीं ले जा सकता था.’

मंत्री ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि घटना कैसे हुई, लेकिन मौत की जानकारी मिलने के बाद मैंने तुरंत पुलिस कमिश्नर को बताया. पुलिस जांच कर रही है और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने उस वक्त घर में मौजूद लोगों को हिरासत में ले लिया है. जांच जारी है.’

उन्होंने कहा कि मृतक, मंत्री के बेटे का दोस्त और परिवार के सदस्य की तरह था. पुलिस ने बताया कि हत्या जुए को लेकर हुई है.

आरोपियों की पहचान अजय रावत, अंकित वर्मा, शमीम उर्फ बाबा के रूप में करते हुए लखनऊ के डीसीपी राहुल राज ने कहा कि ये तीनों मंत्री के बेटे के भी परिचित थे. उन्होंने कहा, ‘गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों ने अपराध कबूल कर लिया है. मंत्री के बेटे के हथियार का लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया नियमों के अनुसार की जाएगी.’

पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच के दौरान उन्हें पता चला कि गुरुवार (31 अगस्त) शाम छह लोग – तीन आरोपी, मृतक विनय और दो अन्य, जिनकी पहचान सौरभ रावत और अरुण प्रताप सिंह के रूप में हुई है – ने शराब पी और विकास किशोर के घर पर ताश खेल रहे थे.

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘विनय जुए में लगभग 12,000 रुपये हार गया. लगभग 3:30 बजे अजय रावत, अंकित वर्मा और शमीम ने खेल बंद कर दिया, जिसके बाद सौरभ और अरुण जीते हुए पैसे लेकर वहां से चले गए. विनय इस बात पर अजय, अंकित और शमीम से नाराज हो गया और आरोप लगाया कि जब वह हार रहा था तो उन्होंने जान-बूझकर खेल बंद कर दिया. उन्होंने तीनों पर उनके खिलाफ साजिश रचने और सौरभ और अरुण को वहां से जाने देने का आरोप लगाया.’

अधिकारी ने कहा, ‘विनय ने तीनों आरोपियों के साथ बहस की और दावा किया कि अगर खेल कुछ और समय तक जारी रहता तो वह अपने पैसे वापस जीत सकता था. बहस के बाद उनके बीच हाथापाई हुई, जिसमें मृतक की शर्ट फट गई.’

अधिकारी ने कहा, ‘जब विनय ने तीनों को गाली देनी शुरू कर दी, तो अंकित ने अचानक तकिये के नीचे रखी विकास किशोर की पिस्तौल निकाल ली. इसके बाद दो अन्य आरोपियों ने विनय को नीचे गिरा दिया और उसके सिर में गोली मार दी गई.’

पुलिस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से पुष्टि हुई है कि घटना के वक्त विनय समेत चार लोग मौके पर मौजूद थे. पुलिस को दी अपनी शिकायत में विनय के भाई ने अजय, अंकित और शमीम की संलिप्तता का भी आरोप लगाया.

सहायक पुलिस आयुक्त (ठाकुरगंज) सुनील कुमार शर्मा ने कहा कि पुलिस को शुक्रवार तड़के शव के बारे में सूचना मिली और तुरंत एक टीम वहां भेजी गई. उन्हें एक कमरे में विनय का शव और उसके पास पिस्तौल मिली.

डीसीपी राहुल राज ने बताया कि गोली के घाव के अलावा विनय के सिर पर चोट का एक और निशान भी मिला है. उन्होंने कहा कि मौत संभवत: सुबह चार बजे के आसपास हुई.

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए विनय के भाई विकास ने आरोप लगाया, ‘लगभग 4:30 बजे मुझे मेरे भाई की मौत के बारे में अंकित का फोन आया. मैं मौके पर पहुंचा और देखा कि विनय का शव फर्श पर पड़ा है. मेरे भाई को योजनाबद्ध तरीके से मार दिया गया और मुझे संदेह है कि इसमें विकास किशोर शामिल है.’

उन्होंने दावा किया कि विकास जहां भी जाता था उनके भाई को साथ ले जाता था. उन्होंने कहा, ‘लेकिन वह मेरे भाई को दिल्ली नहीं ले गया और अपनी पिस्तौल भी (अपने साथ) नहीं ले गया. इससे पता चलता है कि हत्या की योजना बनाई गई थी.’

10वीं कक्षा तक पढ़ा विनय अविवाहित था.