पहले पॉडकास्ट में तमिलनाडु सीएम ने केंद्र पर कमियां छिपाने के लिए धर्म के उपयोग का आरोप लगाया

2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अपने राजनीतिक अभियान के तहत ‘स्पीकिंग फॉर इंडिया’ नामक पॉडकास्ट में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने लोगों के अधिकारों के उल्लंघन और राज्यों की पहचान और अधिकारों को नष्ट करने के केंद्र सरकार के प्रयासों को लेकर उस पर निशाना साधा.

एमके स्टालिन. (फोटो साभार: फेसबुक)

2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अपने राजनीतिक अभियान के तहत ‘स्पीकिंग फॉर इंडिया’ नामक पॉडकास्ट में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने लोगों के अधिकारों के उल्लंघन और राज्यों की पहचान और अधिकारों को नष्ट करने के केंद्र सरकार के प्रयासों को लेकर उस पर निशाना साधा.

एमके स्टालिन. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 2024 में आम चुनाव के लिए अपने राजनीतिक अभियान के तहत ‘स्पीकिंग फॉर इंडिया’ पॉडकास्ट शुरू कर दिया है. तमिल, कन्नड, मलयालम, हिंदी और अंग्रेजी में प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य तमिलनाडु के बाहर ‘द्रविड़ मॉडल’ की सफलताओं को पेश करना है.

दिल्ली में डीएमके कार्यालय के उद्घाटन की तरह यह कार्यक्रम पार्टी की ओर से यह संकेत देने का प्रयास है कि वह दिल्ली में सत्ता के लिए समर्थन करने वाली पार्टियों के जैसी सिर्फ एक और क्षेत्रीय पार्टी नहीं है, बल्कि वह भाजपा को हराने के लिए लड़ने वाले किसी भी विकल्प पर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ना चाहती है.

द न्यूज मिनट की रिपोर्ट के अनुसार, ‘यह पॉडकास्ट कार्यक्रम डीएमके मुखपत्र ‘मुरासोली’ में जनता के नाम मुख्यमंत्री के पत्र – उंगलिल ओरुवन – का विस्तार है. उंगलिल ओरुवन स्टालिन की आत्मकथा का शीर्षक भी है, जिसका (तमिल से) अंग्रेजी में ‘वन अमंग यू’ के रूप में अनुवाद किया गया है.’

‘स्पीकिंग फॉर इंडिया’ का निर्माण पॉपुलस एम्पावरमेंट नेटवर्क द्वारा किया गया है, जो डीएमके के राजनीतिक मामलों और आउटरीच कार्यक्रमों की भी देखभाल करता है. इसकी स्थापना स्टालिन के दामाद सबरीसन ने की है.

नेटवर्क के एक प्रतिनिधि ने बताया, ‘इसे 2024 के चुनावों के लिए प्रचार की शुरुआत मानें.’

सूत्रों का कहना है कि इस पॉडकास्ट का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाक्षिक रेडियो शो ‘मन की बात’ का जवाब देना है. इसके अलावा इसका उद्देश्य भारत के भीतर स्टालिन और डीएमके को अपने लिए जगह बनाने में मदद करना और सामाजिक न्याय के द्रविड़ मॉडल का उपयोग करके स्पष्ट रूप से उनके लिए पहचान बनाना है.

मुख्यमंत्री ने इसकी शुरुआत करते हुए कहा, ‘इस पॉडकास्ट शृंखला का उद्देश्य यह है कि मैं मुथुवेल करुणानिधि स्टालिन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और संसद में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी डीएमके के नेता के रूप में और सबसे महत्वपूर्ण बात एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जो आप में से एक है, चाहता हूं भारत के लिए बोलें.’

बीते सोमवार (4 सितंबर) को प्रसारित पहले पॉडकास्ट में 2014 के बाद से भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की विफलताओं पर प्रहार किया गया. स्टालिन ने लोगों के अधिकारों के उल्लंघन और केंद्र सरकार द्वारा राज्यों की पहचान और अधिकारों को नष्ट करने के प्रयासों को लेकर उस पर  निशाना साधा.

उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर अपनी विफलताओं और कमियों को छिपाने के लिए धर्म का उपयोग करने का आरोप लगाया, क्योंकि वह चुनावी वादों को पूरा करने या कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में सफल नहीं रही है.

विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को लेकर उन्होंने कहा कि इसका गठन भारत को पुनर्स्थापित करने के लिए किया गया है, जहां सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्ष राजनीति, समाजवाद, समानता, सामाजिक सद्भाव, राज्य स्वायत्तता, संघवाद और विविधता में एकता अपनी पूरी प्रतिष्ठा के साथ पनपती है.

स्टालिन ने कहा, ‘यह इंडिया गठबंधन है, जो भारत को बचाने जा रहा है. अगर हम पूरे भारत को मणिपुर और हरियाणा बनने से रोकना चाहते हैं, जो दुर्भाग्य से भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति और नफरत फैलाने वाली नीतियों का शिकार हो गए, तो इंडिया गठबंधन को जीतना होगा.’

द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा है कि भाजपा शासन के इन नौ वर्षों में तमिलनाडु को एक भी विशेष योजना नहीं दी गई है. स्टालिन ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार केवल राज्य सरकारों के खिलाफ प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है.

उन्होंने कहा, ‘वे केवल राज्य सरकारों की संप्रभुता को नष्ट करना चाहते हैं, जो सीधे तौर पर लोगों के कल्याण के लिए जिम्मेदार हैं.’

पॉपुलस एम्पावरमेंट नेटवर्क के प्रतिनिधि ने द न्यूज़ मिनट को बताया, ‘भविष्य के एपिसोड में हम अतिथि वक्ताओं को लाने की योजना बना रहे हैं. हम पिछले एपिसोड पर जनता और मीडिया की प्रतिक्रियाओं को भी शामिल करेंगे. एपिसोड साप्ताहिक या पाक्षिक आधार पर प्रसारित होंगे या नहीं, यह अभी तय नहीं हुआ है. चुनाव कितने नजदीक हैं, जैसे कारकों के आधार पर यह बदल भी सकता है.’

उन्होंने यह भी कहा कि पॉडकास्ट का उद्देश्य युवा छात्रों और पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए स्पाटीफाई, यूट्यूब, साउंटक्लाउड और अमेजॉन म्यूजिक जैसे डिजिटल प्लेटफार्मों के जरिये उन तक पहुंचना है.

लोग तमिल चैनलों और स्टालिन के निजी सोशल मीडिया हैंडल पर सुबह की खबरों का पॉडकास्ट भी सुन सकेंगे.

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