डीजीसीआई के परामर्श के बाद एबॉट इंडिया ने ‘डाइजीन सीरप’ के बैच वापस लिए

ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने बीते माह चर्चित एंटासिड 'डाइजीन' सीरप के संबंध में शिकायत मिलने के बाद इसकी जांच की थी. इसने केमिस्ट और थोक विक्रेताओं से भी इसकी बिक्री बंद करने को कहा था.

ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने बीते माह चर्चित एंटासिड ‘डाइजीन’ सीरप के संबंध में शिकायत मिलने के बाद इसकी जांच की थी. इसने केमिस्ट और थोक विक्रेताओं से भी इसकी बिक्री बंद करने को कहा था.

नई दिल्ली: दवा निर्माता एबॉट इंडिया ने चर्चित एंटासिड डाइजीन जेल के कई बैचों को स्वेच्छा से वापस ले लिया है. यह कदम ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) द्वारा उत्पाद के खिलाफ जारी की गई एक परामर्श के बाद उठाया गया है.

रिपोर्ट के अनुसार, डीसीजीआई ने लोगों से कहा था कि वे इस दवा का सेवन न करें क्योंकि यह असुरक्षित हो सकता है. इसने लोगों से यह भी कहा था कि वे अगर कोई प्रतिकूल प्रभाव सामने आए, तो उसके बारे में बताएं.

डीजीसीआई ने कहा, ‘मरीज डाइजीन जेल का इस्तेमाल बंद कर दें जिसका निर्माण गोवा इकाई में हुआ है.’ औषधि प्राधिकरण ने केमिस्ट और थोक विक्रेताओं से इसकी बिक्री रोकने के लिए भी कहा था.

मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, डीसीजीआई ने 9 अगस्त को एक शिकायत मिलने के बाद उत्पाद की जांच की थी. शिकायत में कहा गया था कि एंटासिड से कड़वा स्वाद और तीक्ष्ण गंध आ रही थी.

एबॉट के प्रवक्ता ने कंपनी के फैसले के बारे में मिंट को बताया, ‘एबॉट इंडिया ने स्वाद और गंध को लेकर ग्राहकों की अलग-अलग शिकायतों के कारण स्वेच्छा से अपनी गोवा इकाई पर निर्मित डाइजीन जेल एंटासिड दवा को वापस ले लिया है. किसी रोगी के स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. डाइजीन के अन्य रूप, जैसे टेबलेट और स्टिक पैक, इस फैसले से प्रभावित नहीं हैं और हमारे अन्य उत्पादन स्थल पर निर्मित डाइजीन जेल भी प्रभावित नहीं है और मौजूदा मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहेगा.’