दिल्ली: बेटे को बचाने की कोशिश में एक व्यक्ति की ईंटों से पीट-पीटकर हत्या

दिल्ली पुलिस ने बताया कि घटना ओखला फेज़-2 स्थित संजय कॉलोनी इलाके की है. मृतक की पहचान मोहम्मद हनीफ़ के रूप में हुई है, जो कुली का काम करते थे. झड़प में उनके दो नाबालिग बेटे भी घायल हुए हैं. पुलिस केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स/Tony Webster/ CC BY-SA 4.0)

दिल्ली पुलिस ने बताया कि घटना ओखला फेज़-2 स्थित संजय कॉलोनी इलाके की है. मृतक की पहचान मोहम्मद हनीफ़ के रूप में हुई है, जो कुली का काम करते थे. झड़प में उनके दो नाबालिग बेटे भी घायल हुए हैं. पुलिस केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स/Tony Webster/ CC BY-SA 4.0)

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लड़कों के एक समूह से अपने बेटे को बचाने की कोशिश करने पर बीते शुक्रवार (8 सितंबर) को एक 38 वर्षीय व्यक्ति की ईंटों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई.

पुलिस ने बताया कि घटना ओखला फेज-2 स्थित संजय कॉलोनी इलाके की है. मृतक की पहचान मोहम्मद हनीफ के रूप में हुई है, जो कुली का काम करते थे. झड़प में उनके दो नाबालिग बेटे भी घायल हुए हैं.

एनडीटीवी में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार रात 11:00 बजे के आसपास हनीफ़ का 14 वर्षीय बेटा अपनी बाइक लेने के लिए बाहर गया था, जो गली में खड़ी थी. उसने देखा कि चार-पांच लड़कों का एक समूह उसका रास्ता रोककर बाइक पर बैठा है. उसने उनसे हटने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. इस पर बहस शुरू हो गई, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई.

हनीफ ने हंगामा सुना तो यह देखने के लिए बाहर भागे कि क्या हो रहा है. उन्होंने अपने बेटे पर लड़कों द्वारा हमला होते देखा और मदद करने की कोशिश की. हालांकि, लड़के उन पर टूट पड़े और उन्हें ईंटों से पीटना शुरू कर दिया.

एसओएस कॉल का जवाब देते हुए पुलिस की एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची और हनीफ को एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश कर रही है.

यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब राष्ट्रीय राजधानी को 18वें जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के मद्देनजर किले में तब्दील कर दिया गया है. इस दौरान शहर पर कड़ी नजर रखने के लिए डॉग स्क्वॉड और घुड़सवार पुलिस के साथ 50,000 से अधिक कर्मचारियों को तैनात किया गया है.