इंडियन एक्सप्रेस ने भारतीय फुटबॉल टीम के कोच इगोर स्टिमैक और दिल्ली के एक ज्योतिषी के बीच हुई कथित चैट के हवाले से बताया है कि मई-जून 2022 में हर मैच से पहले कोच ने टीम को अंतिम रूप देने से पहले ज्योतिषी से सलाह मांगी और खिलाड़ियों की चोट के अपडेट के साथ सबस्टिट्यूट रणनीतियों को साझा किया.
नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम को एक ज्योतिषी की सलाह पर चयन किए जाने की बात सामने आई है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, फुटबॉल टीम के कोच इगोर स्टिमैक मैच से पहले ज्योतिषी को खिलाड़ियों के विवरण दिया करते थे और फिर उनकी सलाह पर टीम चुनी जाती.
अखबार के मुताबिक, 9 जून 2022 को कोलकाता में आयोजित एशिया कप क्वालीफायर के एक अहम मैच, जिसमें भारत का मुकाबला अफगानिस्तान से होना था, से 48 घंटे पहले राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कोच इगोर स्टिमैक ने दिल्ली-एनसीआर के ज्योतिषी भूपेश शर्मा को एक मैसेज भेजा था, जिसमें खिलाड़ियों की सूची देने के साथ ही जवाब देने के लिए अंतिम समयसीमा भी तय की गई थी.
कोच से ज्योतिषी का परिचय अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के एक शीर्ष अधिकारी ने कराया था.
स्टिमैक ने जिस ‘सूची’ का उल्लेख किया था, उसमें मैच के लिए संभावित 11 खिलाड़ियों के नाम थे. खराब फॉर्म और चोटों से जूझ रही भारतीय टीम के लिए एशियन कप के मुकाबले में बने रहने के लिए यह जीत जरूरी थी.
कुछ ही घंटों में ज्योतिषी ने प्रत्येक नाम के सामने अपनी टिप्पणी के साथ उत्तर दिया. किसी नाम के आगे लिखा था, ‘अच्छा’; तो किसी नाम के आगे लिखा था, ‘बहुत अच्छा कर सकते हैं. कहीं ‘अति आत्मविश्वास से बचने की जरूरत है’, ‘दिन औसत से नीचे रहेगा’, ‘उनके लिए बहुत अच्छा दिन है, लेकिन वे अत्यधिक आक्रामक हो सकते हैं’, ‘इस दिन के लिए यह ठीक नहीं है’ जैसी टिप्पणी लिखी थी.
11 जून को मुकाबले से एक घंटे पहले जब मैच के लिए भारतीय टीम की घोषणा की गई थी तो दो स्थापित नाम, जिनके ‘सितारे’ ज्योतिषी के मुताबिक ‘अनुकूल’ नहीं थे, टीम से बाहर बैठा दिए गए.
यह बातचीत केवल एक बार नहीं हुई.
इंडियन एक्सप्रेस का दावा है कि मई-जून 2022 में क्रोएशियाई भारतीय कोच स्टिमैक और शर्मा के बीच कथित तौर पर करीब 100 मैसेज का आदान-प्रदान हुआ था. भारत ने इस अवधि के दौरान चार मैच खेले, जिनमें जॉर्डन के खिलाफ एक दोस्ताना मैच और उसके बाद कंबोडिया, अफगानिस्तान और हांगकांग के खिलाफ तीन एशियन कप क्वालीफायर मैच शामिल थे.
मैसेज से पता चलता है कि प्रत्येक मैच से पहले स्टिमैक शर्मा के संपर्क में थे.
ये मैसेज न सिर्फ भारतीय टीम का चयन प्रक्रिया की ईमानदारी पर सवालिया निशान लगाते हैं, बल्कि यह मुद्दा भी उठाते हैं कि टीम की महत्वपूर्ण जानकारी ‘बाहरी व्यक्ति’ के साथ साझा करने से उसके दुरुपयोग का भी खतरा है.
अखबार ने कथित सभी मैसेज की समीक्षा करते हुए बताया है कि प्रत्येक मैच से पहले स्टिमैक ने अपनी टीम को अंतिम रूप देने से पहले ज्योतिषी से जानकारी मांगी और चोट के अपडेट के साथ-साथ प्रतिस्थापन (सबस्टिट्यूट) रणनीतियों को भी साझा किया.
अखबार के मुताबिक, एक प्रारंभिक बातचीत में स्टिमैक ने लिखा कि ‘आपसे मिलकर और भविष्य के काम पर चर्चा करके खुशी हुई. आपसे मिलकर और भविष्य के काम पर चर्चा करके खुशी हुई! मैं आपसे निम्नलिखित खिलाड़ियों पर राय देने का निवेदन करूंगा.’
उन्होंने फिर चार खिलाड़ियों की जन्मतिथि, जन्म का समय और जन्म स्थान साझा किया, उनमें से तीन ने 2017 फीफा अंडर -17 विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था.
इसी तरह 28 मई 2022 को जॉर्डन के खिलाफ एक दोस्ताना मैच से पहले स्टिमैक ने 24 खिलाड़ियों की सूची भेजी थी. शर्मा द्वारा अपनी सिफारिशें भेजने के बाद स्टिमैक ने दो खिलाड़ियों के फिटनेस संबंधी विवरण साझा किए थे और उनकी चोटों को लेकर चिंता जताई थी.
एक अन्य बातचीत में ज्योतिषी शर्मा ने स्टिमैक से एक अटैकिंग फील्डर के नाम जिक्र करते हुए कहा कि यह समय उसके लिए आदर्श नहीं है. इसके बाद स्टिमैक ने शर्मा से इस खिलाड़ी के सितारों की तुलना तीन अन्य अटैकिंग मिडफील्डर से करने का अनुरोध किया. शर्मा ने कुछ ही मिनटों में उत्तर दिया और संबंधित खिलाड़ी को अपने वरीयता क्रम में तीसरे स्थान पर रखा.
उस खिलाड़ी ने जॉर्डन के खिलाफ मैच में शुरुआत नहीं की और दूसरे हाफ में सबस्टिट्यूट के रूप में मैदान में आया.
28 मई के उस मैच में भारत की हार हुई, जिसके बाद स्टिमैक ने कुछ खिलाड़ियों के व्यक्तिगत प्रदर्शन पर चर्चा की और एशियन कप क्वालीफायर के लिए टीम में बदलाव का संकेत दिया.
इसके बाद 8 से 14 जून तक कोलकाता में एशियन कप क्वालीफायर के लिए कोच स्टिमैक और ज्योतिषी शर्मा ने हर मैच से ‘दो दिन पहले’ मिलने और चर्चा करने का फैसला किया. वे टूर्नामेंट के दौरान लगातार संपर्क में रहे. भारत ने उस टूर्नामेंट के माध्यम से एशियन कप के लिए क्वालीफाई कर लिया था.
अख़बार द्वारा संपर्क करने पर शर्मा की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला. हालांकि, उस अवधि में एआईएफएफ के अध्यक्ष रहे प्रफुल्ल पटेल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ‘उन्हें न इस बारे में कुछ पता था और न ही बताया गया था.’
एआईएफएफ के तत्कालीन महासचिव कुशल दास ने स्वीकार किया कि उन्होंने मई 2022 में स्टिमैक को शर्मा से मिलवाया था.
दास ने अखबार से बतचीत में कहा, ‘मैं उनसे एक बैठक में मिला था. उन्होंने (शर्मा) कई टेलीकॉम कंपनियों और बॉलीवुड हस्तियों के लिए काम किया था. उनका कहना था कि ज्योतिषीय समय और खिलाड़ियों का वर्तमान फेज लोगों को सही निर्णय लेने में मदद कर सकता है.’
उन्होंने आगे कहा कि, ‘पूरी ईमानदारी से कहूं तो उस समय मुझे और इगोर को भी चिंता थी कि क्या भारत एशियन कप के लिए क्वालीफाई कर पाएगा. मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण यह था कि भारत क्वालीफाई करे. इसलिए मैंने उनसे (शर्मा) कहा कि मैं आपको कोच के संपर्क में रखूंगा और अगर उन्हें सही लगता है कि आपकी सेवाओं का उपयोग किया जा सकता है, तो वह मुझसे संपर्क कर सकते हैं. इगोर बहुत आश्वस्त थे और दोनों पूरे समय कोलकाता में साथ थे.’
स्टिमैक से यह पूछे जाने पर कि उन्होंने ज्योतिषी का सहारा क्यों लिया और उसकी सलाह पर काम क्यों किया. इस पर उन्होंने कहा, ‘भूपेश की सिफारिश मुझसे की गई थी और मुझे (अन्य लोगों द्वारा) आश्वस्त किया गया था कि मुझे खेल में उसके संभावित प्रभावों की जांच करनी होगी… इससे ज्यादा कुछ नहीं. मैंने एक और विदेशी सहायक कोच के लिए अनुरोध किया था, जिस पर कभी विचार तक नहीं किया गया और जब मुझे भूपेश के अनुबंध के बारे में पता चला तो मैं हैरान रह गया…’
शर्मा के अनुबंध के बारे में पूछे जाने पर दास ने कहा, ‘चूंकि हमने दो महीने के लिए उनकी पेशेवर सेवाएं ली थीं, इसलिए हमने उन्हें लगभग 12-15 लाख रुपये का भुगतान किया. और चूंकि भारत ने एशियन कप के लिए क्वालीफाई कर लिया है इसलिए यह कोई बड़ी रकम नहीं लगती.’
स्टिमैक और शर्मा के बीच हुई बातचीत के बारे में दास ने कहा कि उन्हें बातचीत के विवरण के बारे में मालूम नहीं है. दास ने जोड़ा, ‘एआईएफएफ के साथ अपने 12 वर्षों में मैंने कभी भी कोच या किसी अन्य के साथ टीम चयन पर चर्चा नहीं की.’
उल्लेखनीय है कि एआईएफएफ के प्रमुख के तौर पर पटेल का कार्यकाल उथल-पुथल भरे दौर, जिस दौरान भारत को प्रशासनिक मुद्दों के कारण फीफा द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था, के बाद पिछले साल ख़त्म हो गया था. एक दशक से अधिक समय तक महासचिव रहे दास ने मेडिकल कारणों का हवाला देते हुए उसी समय इस्तीफा दे दिया था.
वर्तमान एआईएफएफ अध्यक्ष कल्याण चौबे ने अख़बार के प्रतिक्रिया मांगने पर जवाब नहीं दिया, वहीं महासचिव शाजी प्रभाकरन ने ज्योतिषी और कोच के बीच हुई चैट के बारे में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.