मोदी के ख़िलाफ़ उठने वाले हाथ को ज़रूरत पड़ी तो काट देंगे: बिहार भाजपा अध्यक्ष

बाद में अपनी बात से पलटते हुए भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद ने कहा कि उनके कहने का अर्थ था कि जो देश की सुरक्षा और गौरव पर उंगली उठाएंगे उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी.

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पटना में हुए कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (दाएं से दूसरे) के साथ बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय (बाएं से दूसरे). (फोटो साभार: नित्यानंदराय/ट्विटर)

बाद में अपनी बात से पलटते हुए भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि उनके कहने का अर्थ था कि जो देश की सुरक्षा और गौरव पर उंगली उठाएंगे उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी.

पटना में हुए कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (दाएं से दूसरे) के साथ बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय (बाएं से दूसरे). (फोटो साभार: नित्यानंदराय/ट्विटर)
पटना में हुए कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (दाएं से दूसरे) के साथ बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय (बाएं से दूसरे). (फोटो साभार: नित्यानंदराय/ट्विटर)

पटना: बिहार भाजपा अध्यक्ष और उजियारपुर सीट से सांसद नित्यानंद राय ने एक विवाद बयान दिया है. हालांकि बाद में वह अपनी बात से पलट गए.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक बीते सोमवार को वैश्य और कनु समुदाय के एक कार्यक्रम के दौरान नित्यानंद राय ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कठिन परिस्थितियों से निकलकर देश के प्रधानमंत्री बने हैं. ये हम सब के लिए गर्व की बात होनी चाहिए. गरीब का बेटा… एक-एक व्यक्ति को इसकी इज़्ज़त होनी चाहिए.’

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए वे कहते हैं, ‘उनकी (मोदी) ओर उठने वाली उंगली को, उठने वाले हाथ को… हम सब मिलकर… या तो तोड़ दें या ज़रूरत पड़ी तो काट दें.’

जिस समय मंच पर भाजपा अध्यक्ष ये बयान दे रहे थे उस वक़्त बिहार के उपमुख्यमंत्री और पार्टी नेता सुशील मोदी भी मौजूद थे.

बाद में इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में नित्यानंद राय ने कहा कि उन्होंने उंगली काटने वाली बात को एक मुहावरे की तरह प्रयोग किया था और उनके कहने का अर्थ था कि जो लोग देश की सुरक्षा और गौरव पर उंगली उठाएंगे उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी.

उजियारपुर से सांसद नित्यानंद राय को दिसंबर 2016 में बिहार भाजपा की कमान सौंपी गई थी.

बहरहाल, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव समेत कई विपक्षी नेताओं ने बिहार भाजपा अध्यक्ष के इस बयान की कड़ी निंदा की है. लालू प्रसाद यादव कहते हैं, ‘भाजपा गौरव की बात कैसे कर सकती है, जबकि उसके पास वो है नहीं.’