यूपी: भाजपा नेता पर कथित हमले के आरोप में पूर्व डीजीपी के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज

आईपीएस अधिकारी जगमोहन यादव वर्ष 2015 में समाजवादी पार्टी सरकार के समय में राज्य के पुलिस महानिदेशक रहे हैं. अब जौनपुर में भाजपा के स्थानीय नेता चंद्रेश कुमार गुप्ता की शिकायत पर उनके ख़िलाफ़ मारपीट और धमकाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.

जगमोहन यादव का फाइल फोटो. (फोटो साभार: विकिपीडिया)

आईपीएस अधिकारी जगमोहन यादव वर्ष 2015 में समाजवादी पार्टी सरकार के समय में राज्य के पुलिस महानिदेशक रहे हैं. अब जौनपुर में भाजपा के स्थानीय नेता चंद्रेश कुमार गुप्ता की शिकायत पर उनके ख़िलाफ़ मारपीट और धमकाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.

जगमोहन यादव का फाइल फोटो. (फोटो साभार: विकिपीडिया)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पुलिस ने जौनपुर जिले में एक ब्लॉक स्तर के पदाधिकारी के साथ कथित तौर पर मारपीट और धमकी देने के मामले में राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जगमोहन यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

यादव 2015 में सेवानिवृत्त हुए थे. उन्होंने जुलाई 2015 से दिसंबर 2015 तक मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पिछली समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार में डीजीपी के रूप में काम किया था.

ग्राम प्रधान और भाजपा के स्थानीय मंडल अध्यक्ष चंद्रेश कुमार गुप्ता की शिकायत पर मुंगरा बादशाहपुर थाने में यादव के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.

1983 बैच के आईपीएस अधिकारी यादव पर आईपीसी की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया था.

मछलीशहर के क्षेत्राधिकारी (सीओ) अतर सिंह ने बताया कि शिकायत के अनुसार यह घटना तब हुई जब राजस्व टीम और चकबंदी विभाग के अधिकारी सोमवार दोपहर ग्राम सभा ताराहाटी के सचिवालय में भूमि विवाद और शिकायतों के निपटारे के लिए एकत्र हुए थे.

ताराहाटी यादव का पैतृक गांव है जहां उनकी मां कई वर्षों तक ग्राम प्रधान के रूप में कार्यरत रहीं थीं.

गुप्ता ने आरोप लगाया कि सोमवार (11 सितंबर)को जब स्थानीय ग्रामीण ग्राम प्रधान गुप्ता के नेतृत्व में तहसीलदार, लेखपाल, स्थानीय एसएचओ और अन्य की उपस्थिति में राजस्व अधिकारियों के साथ अपनी शिकायतें उठा रहे थे, तो यादव हॉल में घुस आए.

उन्होंने कहा कि जब उन्होंने यादव को देखा तो सम्मान के तौर पर अपनी कुर्सी से उठ गए लेकिन यादव ने उनका अपमान किया और उनकी पहचान जानने के बाद उन्हें हॉल से बाहर जाने के लिए कहा.

पुलिस शिकायत में गुप्ता ने आरोप लगाया है, ‘वह पूरी तरह भड़क गए, उन्होंने मेरा कॉलर पकड़ लिया और मुझे दो बार मारा, और मुझसे पंचायत भवन से जाने के लिए कहा.’

द वायर  से बात करते हुए गुप्ता ने यादव और उनके परिवार पर अवैध रूप से गांव की ज़मीन हड़पने का आरोप लगाया, जिसमें ग्राम सभा की ज़मीन, स्थानीय बालिका विद्यालय की ज़मीन और बंजर भूमि शामिल है.

गुप्ता ने कहा, ‘उन्होंने गांव में बहुत-सी जमीन अवैध रूप से हड़प ली है और ग्रामीण अपनी शिकायतें दर्ज कराने के लिए पंचायत भवन आए थे जब यादव वहां आ पहुंचे.’

यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी यादव के साथ कोई व्यक्तिगत दुश्मनी या विवाद है, गुप्ता ने कहा, ‘मैं उनसे इससे पहले केवल एक बार उनके भाई के निधन के समय मिला था.’

मामले के बारे में पूछने पर सीओ सिंह ने कहा कि जांच की जा रही है. इस बारे में यादव की प्रतिक्रिया नहीं मिली है. उनका जवाब आने पर खबर में जोड़ा जाएगा.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)