सरपंच के पति ने दलित चौकीदार पर पेशाब किया: मध्य प्रदेश पुलिस

मध्य प्रदेश के भोपाल ज़िले के चौपड़कला गांव का मामला. दलित चौकीदार द्वारा सरकारी ज़मीन पर बाड़ लगाने से रोकने के कारण गांव के सरपंच के पति और उनके सहयोगियों ने कथित तौर पर उनका अपहरण कर लिया था. आरोप है कि इस दौरान उन्हें बेरहमी से पीटने के साथ सरपंच पति ने उन पर पेशाब कर दिया था.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

मध्य प्रदेश के भोपाल ज़िले के चौपड़कला गांव का मामला. दलित चौकीदार द्वारा सरकारी ज़मीन पर बाड़ लगाने से रोकने के कारण गांव के सरपंच के पति और उनके सहयोगियों ने कथित तौर पर उनका अपहरण कर लिया था. आरोप है कि इस दौरान उन्हें बेरहमी से पीटने के साथ सरपंच पति ने उन पर पेशाब कर दिया था.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक आदिवासी युवक पर पेशाब किए जाने की घटना के बाद भोपाल के चौपड़कला गांव के एक दलित चौकीदार पर कथित तौर पर सरपंच के पति द्वारा पेशाब किए जाने का मामला सामने आया है.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 10 सितंबर को दर्ज एफआईआर में कहा गया कि गांव के सरपंच के पति शेरु मीणा और उनके सहयोगियों ने दलित समुदाय से आने वाले चौकीदार राम स्वरूप अहिरवार द्वारा सरकारी जमीन पर बाड़ लगाने से रोकने के कारण उनका अपहरण कर लिया था. इस दौरान उनके साथ मारपीट की गई. मीणा ने कैद में घायल अहिरवार पर कथित तौर पर पेशाब भी किया था.

अहिरवार द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि पटवारी अरुण मुद्गल ने बीते 10 सितंबर को
उनसे मीणा और उनके सहयोगियों द्वारा सरकारी भूमि पर बाड़ लगाने से रोकने के लिए कहा था.

बाड़ लगाने से रोकने के लिए जब अहिरवार वहां पहुंचे तो मीणा और उनके सहयोगियों ने कथित तौर पर एक एसयूवी में उनका अपहरण कर लिया और उन्हें एक फार्महाउस ले गए, जहां उनकी पिटाई की गई. वहां मीणा ने कथित तौर पर उन पर पेशाब कर दिया.

अहिरवार के दाहिने पैर में फ्रैक्चर हो गया, इसके अलावा छाती, पीठ, कान और सिर सहित शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आई हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में सात लोगों के खिलाफ एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.

एसपी (भोपाल ग्रामीण) प्रमोद सिन्हा ने कहा, ‘शेरु मीणा समेत सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.’

रिपोर्ट के अनुसार, मीणा कथित तौर पर भाजपा नेता हैं और दूसरी बार के भाजपा विधायक और विधानसभा के पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा के प्रमुख समर्थक हैं.

रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मीणा और अहिरवार दोनों उनके समर्थक और अच्छे दोस्त हैं. शर्मा ने कहा, ‘मैंने आरोपियों को बचाने की कोशिश नहीं की है, कोई भी मेरे साथ खींची गईं तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कर सकता है.’

वहीं, कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि इस घटना ने फिर से उजागर कर दिया है कि कैसे भाजपा नेता और उनके समर्थक, अहंकार और सत्ता के नशे में दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार कर रहे हैं. आने वाले चुनाव में जनता उन्हें करारा सबक सिखाएगी.

मालूम हो कि बीते जुलाई महीने में मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक आदिवासी युवक पर पेशाब करने का एक बेहद अमानवीय घटनाक्रम सामने आया था. आरोपी की पहचान प्रवेश शुक्ला के रूप में हुई थी और उनके भाजपा से संबंद्ध होने की बात कही जा रही थी. वह सीधी के भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ल के विधायक प्रतिनिधि भी रहे थे.

हालांकि सीधी विधायक केदार नाथ शुक्ला ने आरोपी से किसी भी प्रकार का ताल्लुक होने से इनकार किया है. वहीं आरोपी के पिता ने दावा किया था कि उनका बेटा भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ल का प्रतिनिधि है.

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