अशनीर ग्रोवर की इंदौर को सबसे स्वच्छ शहर घोषित किए जाने पर की टिप्पणी पर विवाद

भारतपे के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर इंदौर को भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किए जाने के बारे में की गई टिप्पणियों को लेकर इंदौर नगर निगम द्वारा दायर शिकायत के आधार पर मध्य प्रदेश पुलिस ने उनके ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की है.

अशनीर ग्रोवर. (फोटो साभार: फेसबुक)

भारतपे के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर इंदौर को भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किए जाने के बारे में की गई टिप्पणियों को लेकर इंदौर नगर निगम द्वारा दायर शिकायत के आधार पर मध्य प्रदेश पुलिस ने उनके ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की है.

अशनीर ग्रोवर. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: डिजिटल पेमेंट कंपनी भारतपे (BharatPe) के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर इंदौर को भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किए जाने के बारे में की गई टिप्पणी को लेकर विवाद के केंद्र में आ गए हैं. अब मध्य प्रदेश पुलिस ने उनके खिलाफ एक गैर-संज्ञेय रिपोर्ट दर्ज की है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते रविवार (10 सितंबर) को इंदौर में एक कार्यक्रम का ग्रोवर का एक वीडियो सामने आया है जिसमें ग्रोवर यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, ‘मेरे साथ समस्या यह है कि तीन-चार साल से मैं सुन रहा हूं कि इंदौर सबसे साफ शहर है. इन्होंने सर्वे खरीदा है, सीधी-सी बात है.’

वो आगे कहते हैं, ‘सबसे साफ (क्लीनेस्ट) में केवल चिप्स के पैकेट को नहीं गिनते, मलबे को भी गिनते हैं… मैं ये नहीं कह रहा कि गंदगी है लेकिन उधर बहुत कंस्ट्रक्शन चलता है.’

गौरतलब है कि केंद्र के शहरी क्षेत्रों के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर को पिछले छह वर्षों से लगातार सबसे स्वच्छ शहर का दर्जा दिया गया है.

ग्रोवर की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा है कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी.

भार्गव ने संवाददाताओं से कहा, ‘यह इंदौर, उसकी कड़ी मेहनत और उसके सफाई कर्मचारियों का अपमान है और हम इसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे. हम नोटिस भेजेंगे. आयोजकों (उस कार्यक्रम के जहां ग्रोवर बोल रहे थे) को ऐसे लोगों को बुलाने से पहले जांच करनी चाहिए.’

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी ग्रोवर की टिप्पणियों की आलोचना की और कहा, ‘पूरे देश को इंदौर की स्वच्छता संस्कृति और इंदौर के लोगों पर गर्व है.’

पुलिस ने कहा कि उन्होंने इंदौर नगर निगम द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर ग्रोवर के खिलाफ आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत एक गैर-संज्ञेय रिपोर्ट दर्ज की है, जो मानहानि से संबंधित हैं.

ग्रोवर ने सोमवार (11 सितंबर) रात को एक पोस्ट करते हुए वीडियो साझा किया और लिखा, ‘इंदौर के लिए क्षमा करें. आपके पास महान लोग और शहर है. लेकिन हर जगह के नेता शांत नहीं रह सके! भोपाल बनाम इंदौर पर हंसी-मजाक में दिए गए बयान पर अनावश्यक राजनीति हो रही है. जहां दर्शकों ने इसका आनंद लिया, इसमें कोई अपराध नहीं था. नाराज होने वाला कोई भी व्यक्ति कमरे में मौजूद भी नहीं था.’

उन्होंने आगे कहा, ‘किसी भी नेता से माफ़ी नहीं है. कभी! किसी को भी नहीं. कोई भी पक्ष. एफआईआर करा लो. केस कर लो. कोई फर्क नहीं पड़ता – मैं कोई दबने वाला नहीं हूं – मुझे धमकाया नहीं जा सकता.’

हालांकि, अब यह ट्वीट उनकी टाइमलाइन पर दिख नहीं रहा है.