असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने एक बार फिर उन आरोपों का खंडन किया है कि उनके परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाली कंपनी को केंद्र सरकार से 10 करोड़ रुपये की सब्सिडी मिली है. कंपनी के मालिकों में से एक उनकी पत्नी रिनिकी भुइयां शर्मा ने कहा कि वह भ्रष्टाचार के कथित मुद्दे को उजागर करने वाले कांग्रेस नेता गौरव गोगोई के ख़िलाफ़ मानहानि का मुक़दमा दायर करेंगी.
नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने उन आरोपों का फिर खंडन किया है कि उनके परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाली कंपनी को केंद्र सरकार से 10 करोड़ रुपये की सब्सिडी मिली है.
साथ ही कंपनी के मालिकों में से एक उनकी पत्नी रिनिकी भुइयां शर्मा ने कहा कि वह भ्रष्टाचार के कथित मुद्दे को उजागर करने वाले कांग्रेस नेता गौरव गोगोई के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगी.
इससे पहले बीते गुरुवार (14 सितंबर) को शर्मा ने दावा किया था कि उनके परिवार के सदस्यों की कंपनी प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड है. कंपनी ने केंद्र सरकार की किसान संपदा योजना के तहत न तो कोई सब्सिडी का दावा किया है और न ही उसे प्राप्त किया है.
यह इस तथ्य के बावजूद है कि कई राजनीतिक नेताओं और समाचार एजेंसियों ने केंद्र सरकार के आधिकारिक दस्तावेज पेश किए हैं, जिसमें दिखाया गया है कि कंपनी को असम के नगांव जिले में खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र के लिए 10 करोड़ रुपये दिए गए थे.
शर्मा ने दावा किया कि कंपनी को कोई सब्सिडी नहीं मिली है. हालांकि, गोगोई ने गुरुवार को एक और दस्तावेज पेश किया, जिसमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद पल्लभ लोचन दास के लोकसभा में पूछ गए एक प्रश्न के जवाब में प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड को पीएम किसान सम्पदा योजना के लाभार्थियों में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया था.
22 मार्च 2023 को गोयल द्वारा लोकसभा में दी गई जानकारी में केंद्र सरकार की योजना के लाभार्थियों के रूप में कई ऐसी कंपनियों को सूचीबद्ध किया गया है, जिनमें से एक प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड है, जिसे 10 करोड़ रुपये का अनुदान मिलने का दावा किया गया है.
इन आरोपों ने मुख्यमंत्री शर्मा को भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़े एक और विवाद में डाल दिया है.
असमिया समाचार वेबसाइट क्रॉस करेंट ने पहले बताया था कि प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड – जिसका स्वामित्व मुख्यमंत्री के परिवार के पास है, जिसमें उनकी पत्नी रिनिकी भुइयां शर्मा, उनकी मां मृणालिनी देवी, उनके बेटे नंदिल बिस्वा शर्मा और उनकी बेटी सुकन्या शर्मा शामिल हैं, ने फरवरी 2022 में 56 बीघे कृषि भूमि खरीदी थी, जिसमें से 54 बीघे केवल कृषि उपयोग के लिए थी.
हालांकि, अप्रैल 2022 में भूमि को ‘औद्योगिक’ उपयोग के रूप में पुनर्वर्गीकृत किया गया, जिससे प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड को एक खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र का प्रस्ताव रखने की अनुमति मिल गई.
जब से यह मामला सामने आया है, असम कांग्रेस राज्य विधानसभा में मुख्यमंत्री से विस्तृत स्पष्टीकरण की मांग कर रही है. गोगोई ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मामले पर स्पष्टीकरण से बचने के लिए विधानसभा से अनुपस्थित रहे हैं और आरोपों से केवल ‘इनकार’ से स्थिति स्पष्ट नहीं होगी.
गोगोई द्वारा सोशल साइट एक्स (पूर्व नाम ट्विटर) पर गोयल की प्रतिक्रिया साझा करने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अगर ये आरोप सही साबित हुए तो वह सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लेंगे और कहा कि उनके परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी को केंद्र सरकार से कोई अनुदान नहीं मिला है. हालांकि, उनका बचाव इस धारणा पर निर्भर करता है कि या तो केंद्र सरकार ने अनुदान जारी नहीं किया है या कंपनी को यह प्राप्त नहीं हुआ है.
उन्होंने यह भी दावा किया कि कंपनी ने केंद्र सरकार से किसी सब्सिडी की मांग या दावा नहीं किया है.
The reply itself clarifies the fact that the Government of India has not released any funds to the mentioned company. I want to emphasize once again that neither my wife nor the company she is associated with has received or claimed any amount from the Government of India. If… https://t.co/70zQ1DGHTe
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 14, 2023
उन्होंने कहा, ‘मैं फिर इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि न तो मेरी पत्नी और न ही कंपनी (जिससे वह जुड़ी हैं) ने भारत सरकार से कोई राशि प्राप्त की है या इसका दावा किया है. अगर कोई व्यक्ति सबूत दे सके तो मैं सार्वजनिक जीवन से संन्यास सहित कोई भी सजा स्वीकार करने को तैयार हूं.’
हालांकि, विपक्षी नेताओं और समाचार रिपोर्टों ने लोकसभा और केंद्र सरकार के दस्तावेजों का हवाला देते हुए दावा किया है कि प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड एक केंद्रीय योजना का लाभार्थी है. इस पृष्ठभूमि में मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया तमाम सवालों का जवाब नहीं देती है.
इस बीच, मुख्यमंत्री की पत्नी, रिनिकी भुइयां शर्मा ने एक बयान जारी किया जिसमें केवल मुख्यमंत्री के दावों को दोहराया गया.
उनके बयान में कहा गया है, ‘यह (प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड) एक कानून का पालन करने वाली कंपनी है, जिसके सभी वित्तीय रिकॉर्ड सार्वजनिक हैं. एक लंबे और सफल बिजनेस ट्रैक रिकॉर्ड के साथ कंपनी किसी भी अन्य योग्य उद्यम की तरह सरकार समर्थित कार्यक्रमों/प्रोत्साहन योजनाओं में भाग लेने के लिए पात्र है. हालांकि, वर्तमान मामले में पीएम किसान सम्पदा योजना से संबंधित कंपनी ने सभी पात्रता मानदंडों को पूरा करने के बावजूद न तो सरकारी सब्सिडी के एक भी पैसे पर दावा किया है और न ही इसे प्राप्त किया है.’
इसमें कहा, ‘यह और कुछ नहीं बल्कि एक 17 साल पुराने असमिया उद्यम को बदनाम करने के लिए किया गया हमला है, जिसने कानून के हर पहलू का पालन किया है, जिसकी अध्यक्षता एक महिला उद्यमी करती है. सांसद गौरव गोगोई के इस निंदनीय अभियान से हमारे मेहनती कर्मचारियों की प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए मैं अदालत में उनके खिलाफ 10 करोड़ रुपये की मानहानि का मामला दायर करने के लिए बाध्य हूं.’
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