केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष सरकार पश्चिम बंगाल की बांकुरा लोकसभा सीट से सांसद हैं, जहां के स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने बीते दिनों उन्हें पार्टी कार्यालय में बंद कर दिया था. अब उन्होंने मंत्री के ‘तानाशाह रवैये’ के ख़िलाफ़ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करते हुए टायर जलाए हैं.
नई दिल्ली: भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार को उनके कार्यालय के अंदर बंद करने के कुछ दिनों बाद, पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले में टायर जलाए और स्थानीय सांसद के ‘तानाशाही रवैये’ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, बांकुरा जिले के सालतोरा में विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रदर्शनकारियों ने बांकुरा के भाजपा अध्यक्ष सुनील रुद्र मंडल के खिलाफ भी नाराजगी व्यक्त की.
12 सितंबर को जब केंद्रीय मंत्री सरकार एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे तब भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें पार्टी कार्यालय में बंद कर दिया था. पार्टी कार्यकर्ताओं की नारेबाजी का सामना कर रहे मंत्री को वहां से निकालने के लिए एक बड़ा पुलिस दल मौके पर भेजा गया था.
बांकुरा के लोकसभा सांसद सुभाष सरकार पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि वह समर्पित पार्टी कार्यकर्ताओं को महत्व नहीं दे रहे हैं और अपने करीबियों को जिला समिति का सदस्य बना रहे हैं.
शनिवार के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले भाजपा नेता राहुल गंगोपाध्याय ने कहा, ‘राज्य पंचायत चुनाव के दौरान हमारे कार्यकर्ताओं पर तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों द्वारा हमला किया गया था. हमारे वाहनों के साथ तोड़फोड़ की गई. तब से केंद्रीय मंत्री समेत हमारे वरिष्ठ नेतृत्व ने हमला झेलने वाले कार्यकर्ताओं का हाल नहीं पूछा. वे हमारे साथ खड़े नहीं हुए या मदद के लिए हाथ नहीं बढ़ाया. अपना विरोध जताने के लिए हमने सड़कों पर उतरने का फैसला किया है. हम उनसे पार्टी के मानदंडों और नियमों के अनुसार काम करने की अपील करते हैं.’
प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि बिना पार्टी कार्यकर्ताओं से चर्चा किए जिला नेतृत्व में कई बदलाव किए गए हैं. अपने खिलाफ विरोध के हालिया दौर पर टिप्पणी करने के लिए केंद्रीय मंत्री उपलब्ध नहीं हो सके.
विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिक्रिया देते हुए पार्टी प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘राज्य का पार्टी नेतृत्व इस मामले को जरूर देखेगा और पार्टी कार्यकर्ताओं की शिकायतों के समाधान के लिए कदम उठाएगा.’
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पार्टी के भीतर बढ़ती अंदरूनी कलह को नियंत्रित करने में विफल रहने के लिए भाजपा की आलोचना की है.
वरिष्ठ टीएमसी नेता और राज्य मंत्री सोवनदेब चट्टोपध्याय ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि सुभाष सरकार भाजपा के चहेते हैं या नहीं. इससे पहले भी भाजपा कार्यकर्ताओं के एक वर्ग द्वारा उनके खिलाफ प्रदर्शन किए गए थे. उनके खिलाफ कई आरोप हैं. फिर भी, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. इस घटना से भाजपा शर्मिंदा है और उन्हें इस मुद्दे के समाधान के लिए कुछ करना चाहिए.’
सत्तारूढ़ दल ने ट्विटर पर विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो भी ट्वीट किया और लिखा, ‘भाजपा खुद को अराजकता के कगार पर खड़ी लड़खड़ाते हुए पाती है. पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में पड़ी दरारें बढ़ती जा रही हैं. आज बांकुरा के भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए, टायर जलाए और केंद्रीय मंत्री डॉ. सुभाष सरकार के खिलाफ उग्र विरोध प्रदर्शन किया, जिनकी उपस्थिति विवाद का विषय बन गई है और बार-बार उनकी अपनी ही पार्टी के सदस्यों के बीच आक्रोश और असंतोष भड़क रहा है. अनुशासन का दंभ भरने वाली पार्टी आज अंतर्कलह का उदाहरण बन गई है.’