मणिपुर के मुख्यमंत्री के पैतृक आवास पर भीड़ ने हमला करने की कोशिश की

मणिपुर की इंफाल घाटी में सुरक्षा व्यवस्था और कर्फ्यू के बावजूद भीड़ ने बृहस्पतिवार रात मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के ख़ाली पड़े पैतृक आवास पर हमला करने की कोशिश की. यह घटना दो मेईतेई छात्रों के शव की तस्वीरें सामने आने के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शन के बीच हुई है. दोनों दो महीने से अधिक समय से लापता थे.

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह. (फोटो साभार: फेसबुक)

मणिपुर की इंफाल घाटी में सुरक्षा व्यवस्था और कर्फ्यू के बावजूद भीड़ ने बृहस्पतिवार रात मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के ख़ाली पड़े पैतृक आवास पर हमला करने की कोशिश की. यह घटना दो मेईतेई छात्रों के शव की तस्वीरें सामने आने के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शन के बीच हुई है. दोनों दो महीने से अधिक समय से लापता थे.

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: मणिपुर की इंफाल घाटी में सुरक्षा व्यवस्था और कर्फ्यू के बावजूद भीड़ ने बृहस्पतिवार (28 सितंबर) रात मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के खाली पड़े पैतृक आवास पर हमला करने की कोशिश की.

हालांकि, पुलिस ने कहा कि यह एक खाली घर था और मुख्यमंत्री वहां नहीं रहते हैं. वह राज्य की राजधानी में अपने सरकारी आवास में ही रहते हैं. बाद में मणिपुर पुलिस ने ट्वीट किया कि आवास पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने की खबर झूठी और भ्रामक है.

यह घटना इंफाल घाटी में सुरक्षा प्रतिबंध और कर्फ्यू के बावजूद हुई.

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, हिंसक विरोध प्रदर्शन के कारण बीते बुधवार (27 सितंबर) को दो जिलों – इंफाल पूर्व और पश्चिम – में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया था. 26 सितंबर को हुए इस हिंसक प्रदर्शन में से 65 लोग घायल हो गए थे.

समाचार एजेंसी ने बताया कि एक अलग घटना में गुरुवार तड़के भीड़ ने इंफाल पश्चिम जिले में डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय में तोड़फोड़ की और दो चार पहिया वाहनों को आग लगा दी थी.

इससे पहले बुधवार की रात में थौबल स्थित भाजपा कार्यालय में आग लगा दी गई और पार्टी की राज्य अध्यक्ष शारदा देवी के आवास पर हमला हुआ था.

यह घटनाएं दो मेईतेई छात्रों – लुवांगबी लिनथोइंगंबी हिजाम और फिजाम हेमनजीत सिंह के शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हुई.

वायरल हुईं तस्वीरों में से एक में एक लड़का 20 वर्षीय फिजाम और और एक लड़की 17 वर्षीय हिजाम एक-दूसरे के बगल में बैठे हुए हैं, जबकि उनके पीछे हथियार लिए दो लोगों को खड़े देखा जा सकता है. दूसरी तस्वीर में उन्हें एक-दूसरे के बगल में जमीन पर गिरा हुआ दिखाया गया है, जिसमें हेमजीत का सिर गायब है.

मुख्यमंत्री कार्यालय ने उनके अपहरण और हत्या में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि इस मामले की जांच पहले से ही राज्य एजेंसियों के सहयोग से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा की जा रही है.

इस बीच, मणिपुर पुलिस ने छात्रों से राज्य में शांति बनाए रखने में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग करने की अपील की है.

पुलिस ने कहा, ‘मौजूदा स्थिति का फायदा उठाने वाले किसी भी शरारती तत्व से पुलिस सख्ती से निपटेगी. संयुक्त सुरक्षा बल सभी मामलों की शीघ्र जांच के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं.’

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