हमास के हमले में लगभग 250 की मौत, इज़रायली कार्रवाई में गाज़ा में 300 से अधिक लोग मारे गए

फिलीस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के लड़ाकों द्वारा गाज़ा की सीमा से लगे इज़रायल के भीतर सैकड़ों मिसाइलें दागी गईं और सैन्य एवं नागरिक ठिकानों पर क़ब्ज़ा कर लिया गया, जिसके बाद इज़रायल ने जवाबी कार्रवाई की है. इस बीच यरुशलम गए मेघालय के रहने वाले 27 भारतीय इस युद्ध की वजह से वहां फंस गए हैं.

इजरायल और हमास के बीच छिड़े युद्ध की कुछ तस्वीरें. (प्रतीकात्मक फोटो साभार: ट्विटर वीडियोग्रैब)

फिलीस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के लड़ाकों द्वारा गाज़ा की सीमा से लगे इज़रायल के भीतर सैकड़ों मिसाइलें दागी गईं और सैन्य एवं नागरिक ठिकानों पर क़ब्ज़ा कर लिया गया, जिसके बाद इज़रायल ने जवाबी कार्रवाई की है. इस बीच यरुशलम गए मेघालय के रहने वाले 27 भारतीय इस युद्ध की वजह से वहां फंस गए हैं.

(फोटो साभार: एक्स से लिया गया स्क्रीनशॉट)

नई दिल्ली: इजरायल और हमास के बीच भीषण लड़ाई और हवाई हमलों में सैकड़ों इजरायली और फिलिस्तीनी
लोग मारे गए हैं. शुरुआत फिलीस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के लड़ाकों द्वारा गाजा की सीमा से लगे इजरायल के भीतर सैकड़ों मिसाइलें दागने और सैन्य एवं नागरिक ठिकानों पर कब्जा करने से हुई और फिर इजरायली सेना ने गाजा शहर पर मिसाइलें और बमों की बारिश कर दी.

इजरायली अखबार हारेत्ज ने रविवार सुबह अपनी रिपोर्ट में बताया कि दक्षिणी और मध्य इजरायल पर हमास के हमले में कम से कम 250 इजरायली लोग मारे गए और दर्जनों को पकड़ लिया गया. 1,000 से अधिक इजरायली घायल हुए हैं.

वहीं, फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों का हवाला देते हुए समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि इजरायली प्रतिक्रिया में गाजा में कम से कम 313 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि करीब 2,000 के घायल होने की खबर है.

समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (एपी) ने बताया है कि एक इजरायली सैन्य अधिकारी के मुताबिक गाजा और दक्षिणी इजरायल में हमास आतंकवादियों के साथ चल रही लड़ाई के बीच ‘सैकड़ों आतंकवादी’ मारे गए हैं और दर्जनों को पकड़ लिया गया है.

हमास नेताओं ने कहा है कि उनका हमला, जिसे ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया गया है, कब्जाए गए वेस्ट बैंक में इजरायली निवासियों द्वारा फिलिस्तीनी नागरिकों पर जारी हमलों के साथ-साथ कब्जे वाले यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद की स्थिति को बदलने के इजरायली प्रयासों का जवाब है.

बता दें कि पिछले कुछ महीनों में वेस्ट बैंक में भारी संघर्ष देखा गया है और इस साल इजरायली सैन्य हमलों में लगभग 200 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. इजरायल का कहना है कि छापेमारी आतंकवादियों को निशाना बनाकर की गई है, लेकिन पथराव करने वाले प्रदर्शनकारी और हिंसा में शामिल नहीं रहे लोग भी मारे गए हैं.

इस बीच, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार (7 अक्टूबर) को हमास आतंकवादी समूह द्वारा दक्षिण में कई स्थानों पर घुसपैठ करने और गाजा पट्टी पर हजारों रॉकेट दागने के बाद युद्ध की स्थिति की घोषणा की.

नेतन्याहू ने एक वीडियो बयान में कहा, ‘इजरायल के नागरिकों, हम युद्ध में हैं.’

इस बीच, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा ने सोशल साइट एक्स (ट्विटर) पर लिखा कि तीर्थयात्रा के लिए यरुशलम गए मेघालय के रहने वाले 27 भारतीय बेथलहम में फंस गए हैं.

उन्होंने कहा, ‘मैं उनकी सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय के संपर्क में हूं.’

जहां अमेरिका और अधिकांश पश्चिमी शक्तियों ने तुरंत हमास की निंदा की और इजरायल के लिए समर्थन की घोषणा की, वहीं रूस, संयुक्त राष्ट्र और क्षेत्र के देशों ने संयम बरतने और तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया.

हिंसा पर भारतीय प्रतिक्रिया शनिवार शाम को आई, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के साथ एकजुटता दिखाते हुए ट्वीट किया, ‘इजरायल में आतंकवादी हमलों की खबर से गहरा सदमा लगा. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं. हम इस कठिन समय में इजरायल के साथ एकजुटता से खड़े हैं.’

हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानियेह ने इजरायल पर हमले के संबंध में एक बयान जारी करते हुए कहा कि आतंकवादी ‘यरुशलम की अल-अक्सा मस्जिद, पवित्र स्थानों और (फिलिस्तीनी) कैदियों की रक्षा करने के उद्देश्य से एक साहसिक अभियान चला रहे हैं.’

इससे पहले, शनिवार को इजरायली सेना ने दावा किया था कि फिलिस्तीनी क्षेत्र से कई रॉकेट दागे जाने के बाद गाजा से ‘कई आतंकवादियों ने इजरायल में घुसपैठ की है.’

सेना ने कहा कि गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी आतंकवादियों ने इजरायल पर दर्जनों रॉकेट दागे. इससे तेल अवीव समेत देश भर के कई शहरों में सायरन बज उठा.

इजरायली मीडिया ने कहा कि आतंकवादियों ने कई शहरों में नागरिकों को बंदी बना लिया है और कुछ मामलों में उन्हें वापस गाजा ले गए हैं. रिपोर्टों को तुरंत सत्यापित नहीं किया जा सका.

इजरायल रक्षा बलों के प्रवक्ता ने कहा कि गाजा पट्टी से लगभग 2,200 रॉकेट लॉन्च किए गए और आतंकवादियों ने ‘समुद्र, हवा और जमीन’ से घुसपैठ की.

सेना ने कहा, ‘गाजा पट्टी के आसपास के क्षेत्र के निवासियों को अपने घरों में रहने के लिए कहा गया है.’

हमास को जर्मन सरकार, यूरोपीय संघ, अमेरिका और कुछ अरब राज्यों द्वारा एक आतंकवादी संगठन के रूप में मान्यता प्राप्त है. हमास के वरिष्ठ कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा कि 5,000 रॉकेट लॉन्च किए गए हैं. एसोसिएटेड प्रेस ने दीफ के हवाले से कहा, ‘हमने यह कहने का फैसला किया है कि अब बस बहुत हो गया.’

इजरायली सेना ने कहा कि उसने गाजा पट्टी पर हमला करके जवाबी कार्रवाई की है.

डीपीए की एक रिपोर्ट के अनुसार, रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने रिजर्व सैनिकों की लामबंदी को मंजूरी दे दी है.

गैलेंट ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘आईडीएफ के जवान हर स्थान पर दुश्मन से लड़ रहे हैं. मैं इजरायल के सभी नागरिकों से सुरक्षा निर्देशों का पालन करने का आह्वान करता हूं. इजरायल इस युद्ध को जीतेगा.’

लगभग सभी इजरायली निवासी जिन्होंने सैन्य सेवा पूरी कर ली है, उन्हें आपात स्थिति के दौरान मजबूती प्रदान करने के लिए रिजर्व बल में नियुक्त किया गया है.

विश्लेषकों ने कहा कि हमास द्वारा अचानक किया गया हमला एक बड़ी खुफिया विफलता को दर्शाता है.

हालांकि, इजरायली सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि सुरक्षा बल सामरिक रूप से लेकिन ‘संयमित तरीके से’ जवाब दे रहे हैं और ‘युद्ध के लिए तैयार’ स्थिति में हैं.

इस बीच, भारतीय दूतावास ने सभी भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों की सलाह के अनुसार सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी है.

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