बड़े पैमाने पर शादियों के चलते राजस्थान में मतदान की तारीख़ बदलने समेत अन्य ख़बरें

द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.

(फोटो: द वायर)

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निर्वाचन आयोग ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख 23 नवंबर से बदलकर 25 नवंबर कर दी है. रिपोर्ट के अनुसार, एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह निर्णय उस दिन होने वाले ‘बड़े पैमाने पर विवाह समारोहों और सामाजिक आयोजनों’ के मद्देनज़र लिया गया. राज्य में एक ही चरण में मतदान होना है. आयोग ने एक बयान में कहा कि विभिन्न ‘राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों’ से उठी मांगों के चलते यह फैसला लिया गया है. राज्य के पाली से भाजपा सांसद पीपी चौधरी ने भी इस बाबत चुनाव आयुक्त को पत्र भी लिखा था. 23 नवंबर को हिंदू पंचांग के अनुसार ‘देवोत्थान एकादशी’ है, जिस दिन हिंदू मान्यताओं के मुताबिक विवाह समारोह और कई धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं. आयोग के अनुसार, इसके चलते लोगों की मतदान में भागीदारी पर प्रभाव पड़ सकता था.

न्यूज़क्लिक के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बाद बुधवार को सीबीआई की एक टीम गिरफ़्तार संपादक प्रबीर पुरकायस्थ के घर और दफ्तर की तलाशी के लिए पहुंची थी. द हिंदू के अनुसार, एजेंसी ने विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करने के बाद यह कार्रवाई की. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीबीआई की एफआईआर में आरोपियों के रूप में नामजद लोगों में पीपीके न्यूज़क्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड और इसके निदेशक पुरकायस्थ; वर्ल्डवाइड मीडिया होल्डिंग्स के प्रबंधक जेसन फ़ेचर, जिन्होंने न्यूज़क्लिक में निवेश किया है; और शंघाई के अमेरिकी कारोबारी नेविल रॉय सिंघम, जिनकी फाउंडेशन वर्ल्डवाइड मीडिया होल्डिंग्स की मालिक है, शामिल हैं. पुरकायस्थ और न्यूज़क्लिक के एचआर प्रमुख अमित चक्रवर्ती फिलहाल दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज यूएपीए मामले में न्यायिक हिरासत में हैं.

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार को समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उनकी सरकार द्वारा बनवाए और अब अधूरे पड़े जेपी इंटरनेशनल सेंटर पहुंचे थे, लेकिन यहां लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा ताला बंद किए जाने  के बाद वे गेट के ऊपर से कूदकर परिसर में दाखिल हुए और जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘… सपा को माल्यार्पण करने से रोकने के लिए ये टिन की चद्दरें लगाकर रास्ता रोका जा रहा है. सच ये है कि भाजपा लोकनायक जयप्रकाश जी के भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई के ख़िलाफ़ छेड़े गए आंदोलन की स्मृति को दोहराने से डर रही है क्योंकि भाजपा के राज में तो भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई तब से कई गुना ज़्यादा है. अब क्या माल्यार्पण के लिए भी जयप्रकाश नारायण जी की तरह ‘संपूर्ण क्रांति’ का आह्वान करना पड़ेगा. अगर भाजपा को यही मंज़ूर है तो यही सही.’ उन्होंने आगे यह भी लिखा कि ‘जब लोकतंत्र में लोकनायक के माल्यार्पण के लिए बाधाएं खड़ी की जाएं, तो लोकतंत्र किस काम का.’

पुदुचेरी की एकमात्र महिला मंत्री एस. चंदिरा प्रियंगा ने जाति, लिंग आधारित भेदभाव का हवाला देते हुए इस्तीफ़ा दे दिया है. डेक्कन हेराल्ड के अनुसार, केंद्रशासित राज्य की ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस-भाजपा गठबंधन सरकार में परिवहन मंत्री प्रियंगा का कहना था कि उन्हें ऐसा लग रहा था कि लगातार जाति और लिंग के आधार पर उन्हें पूर्वाग्रह का शिकार बनाया जा रहा है.’ वे दलित समुदाय से ताल्लुक रखती हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं लोगों के विश्वास के कारण विधानसभा में पहुंची, लेकिन मुझे एहसास हुआ कि साजिश की राजनीति से पार पाना इतना आसान नहीं है. मैं धनबल के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी नहीं रख सकी. मैं नहीं जानती थी कि मेरे अपनी दलित पहचान पर गर्व करने से दूसरों को समस्या होगी.’

गुजरात के मोरबी में पिछले साल पुल ढहने की घटना की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने कहा है कि हादसा गंभीर तकनीकी ख़ामियों और ओरेवा कंपनी की चूक के कारण हुआ. एनडीटीवी के मुताबिक, गुजरात हाईकोर्ट में पेश अपनी रिपोर्ट में एसआईटी ने कहा कि मोरबी नगर पालिका ने पुल की मरम्मत का काम ओरेवा कंपनी को दिया था जिसने उसे एक ‘अक्षम एजेंसी’ को सौंप दिया और बिना तकनीकी विशेषज्ञों के परामर्श के काम किया गया. इसमें पुल के नवीनीकरण के बाद के कामों में कई डिजाइन भी दोषपूर्ण पाए गए, जिसके कारण यह ढहा. ज्ञात हो कि  माच्छू नदी पर बना ब्रिटिश काल का केबल पुल अक्टूबर 2022 में ढह गया था, जिसमें 47 बच्चों सहित 135 लोग मारे गए थे.

सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ बुधवार को एक महिला की 26 सप्ताह की गर्भावस्था को चिकित्सीय तरीके से खत्म करने के अनुरोध को स्वीकार करने में विफल रही. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार,  जस्टिस नागरत्ना गर्भपात के पक्ष में थीं, वहीं जस्टिस कोहली का कहना था कि उनकी अंतरात्मा उन्हें इजाज़त देने नहीं दे रही क्योंकि महिला की मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया है कि भ्रूण के जीवित रहने की बहुत अधिक संभावना है. इससलए पहले 9 अक्टूबर को पीठ ने गर्भपात की अनुमति दे दी थी, हालांकि एम्स के अधिकारियों ने सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहीं एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी को लिखा था कि भ्रूण की जीने के संभावना दिख रही है, जिसके बाद भाटी ने इस आदेश को वापस लेने की अर्जी दाखिल की थी. इसे लेकर जस्टिस कोहली ने कहा कि कोई भी अदालत किसी ऐसे भ्रूण को ख़त्म करने की अनुमति नहीं देगी. उन्होंने नई मेडिकल रिपोर्ट को लेकर महिला को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन उन्होंने गर्भ रखने को लेकर अनिच्छा जाहिर की है.

राजस्थान राइफल एसोसिएशन के कोच पर खिलाड़ियों से बलात्कार और छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया है. एनडीटीवी के मुताबिक, एसोसिएशन के कोच शशिकांत शर्मा पर पिछले कुछ सालों में दो खिलाड़ियों से बलात्कार और तीन अन्य के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा है. पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच इशारा करती है कि पीड़ितों की संख्या अधिक हो सकती है. एक खिलाड़ी के नाबालिग होने के चलते पॉक्सो की धाराएं भी जोड़ी गई हैं. पुलिस ने बताया कि ज्यादातर कथित घटनाएं जयपुर में हुई हैं, जबकि कुछ जयपुर के बाहर और विदेशों में, जहां निशानेबाज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेलने गए थे.