जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास एक चौकी पर बुधवार सुबह एक अग्निवीर की कथित तौर पर गोली लगने से मौत हो गई. मृतक की पहचान अमृतपाल सिंह के रूप में की गई है. अग्निवीर योजना लागू होने के बाद किसी सैनिक की गोली लगने से मौत की यह पहली घटना है.
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास एक अग्रिम चौकी पर बुधवार (11 अक्टूबर) सुबह एक अग्निवीर की कथित तौर पर गोली लगने से मौत हो गई.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक की पहचान अमृतपाल सिंह के रूप में की गई है, उन्हें हाल ही में छह महीने के प्रशिक्षण के बाद सीमा पर तैनात किया गया था.
पुलिस के अनुसार, यह पता लगाने के लिए जांच कार्यवाही शुरू कर दी गई है कि क्या यह मृतक के अपने हथियार से दुर्घटनावश फायरिंग थी या आत्महत्या की घटना थी.
केंद्र सरकार ने पिछले साल छह महीने के प्रशिक्षण के बाद चार साल की अवधि के लिए सैनिकों की भर्ती के लिए अग्निवीर योजना शुरू की थी. यह योजना लागू होने के बाद किसी अग्निवीर की गोली लगने से मौत की यह पहली घटना है.
ग्रेटर कश्मीर की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा कि सिपाही (अग्निवीर) अमृतपाल सिंह, जो वर्तमान में पुंछ जिले के मेंढर उपमंडल के मनकोट इलाके में नियंत्रण रेखा के पास तैनात थे, घटना के समय संतरी की ड्यूटी कर रहे थे.
उन्होंने बताया कि उनकी मौके पर ही मौत हो गई. बाद में एक पुलिस दल ने घटनास्थल का दौरा किया और सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल ले जाया गया.