कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने गंगाजल पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगा दिया है. यह सरकार की लूट और पाखंड की पराकाष्ठा है. इस पर केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड कहा कि पूजा की वस्तुओं को जीएसटी से छूट दी गई है.
नई दिल्ली: कांग्रेस ने गंगाजल पर केंद्र की मोदी सरकार द्वारा वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने का आरोप लगाया है. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच तीखी नोकझोंक हुई है. इस बीच केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने स्पष्ट किया है कि पूजा की वस्तुओं को जीएसटी से छूट दी गई है.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे के दिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गंगाजल पर कर लगाने का मुद्दा उठाया.
खड़गे ने सोशल साइट एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘मोदी जी, एक आम भारतीय के जन्म से लेकर उसके जीवन के अंत तक मोक्षदायिनी मां गंगा का महत्व बहुत ज्यादा है. यह अच्छी बात है कि आप आज उत्तराखंड में हैं, लेकिन आपकी सरकार ने पवित्र गंगा जल पर ही 18 प्रतिशत जीएसटी लगा दिया है.’
Kharge ji,
It is clearly mentioned, under entry # 99, of Notification 2/2017, that water attracts NIL GST. The GST Council, in its 47th meeting, held on 28th-29th June, 2022, further clarified this.
“Puja Samagri" has been GST-free, since the onset of GST in 2017. No recent… https://t.co/eIEkbkUwjM
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 12, 2023
उन्होंने कहा, ‘आपने एक बार भी नहीं सोचा कि जो लोग अपने घरों में गंगाजल मंगवाते हैं, उन पर कितना बोझ पड़ेगा. यह आपकी सरकार की लूट और पाखंड की पराकाष्ठा है.’
इस मुद्दे को स्पष्ट करते हुए सीबीआईसी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘देश भर के घरों में पूजा में गंगाजल का उपयोग किया जाता है और पूजा सामग्री को जीएसटी के तहत छूट दी गई है. जीएसटी लागू होने के बाद से इन सभी वस्तुओं को छूट दी गई है.’
सीबीआईसी ने कहा कि 18-19 मई, 2017 और 3 जून, 2017 को हुई जीएसटी परिषद की क्रमश: 14वीं और 15वीं बैठक में पूजा वस्तुओं पर जीएसटी पर विस्तार से चर्चा की गई और उन्हें छूट सूची में रखने का निर्णय लिया गया.
Clarification regarding certain media reports on applicability of GST on Gangajal. pic.twitter.com/t598ahN07x
— CBIC (@cbic_india) October 12, 2023
हालांकि, सीबीआईसी के स्पष्टीकरण के बाद खड़गे के कार्यालय से जुड़े दो कांग्रेस पदाधिकारियों ने सीबीआईसी वेबसाइट के स्क्रीनशॉट ऑनलाइन साझा किए, जिसमें दिखाया गया कि गंगाजल को पूजा सामग्री की श्रेणी में सूचीबद्ध नहीं किया गया था. उन्होंने इंडिया पोस्ट सहित गंगाजल के ऑनलाइन ऑर्डर के स्क्रीनशॉट भी साझा किए, जिन पर टैक्स लगाया गया था.
भाजपा ने पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस गलत सूचना फैला रही है.
भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने दावा किया कि अधिसूचना 2/2017 की प्रविष्टि संख्या 99 के तहत यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि पानी पर जीएसटी नहीं लगता है. उन्होंने कहा कि 2017 में जीएसटी की शुरुआत के बाद से ‘पूजा सामग्री’ जीएसटी मुक्त है.
मालवीय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘किसी भी हालिया अधिसूचना ने पैक पानी की बोतलों या गंगाजल पर जीएसटी दर में बदलाव का संकेत नहीं दिया है. कांग्रेस के लिए इन तथ्यों को गलत ढंग से प्रस्तुत करना न केवल एक लापरवाहीपूर्ण भूल है, बल्कि गुमराह करने के लिए जान-बूझकर किया गया दुष्प्रचार है.’
उन्होंने कहा, ‘यह शर्मनाक है कि कांग्रेस अब हिंदुओं के लिए चिंता का दिखावा करती है और गलत सूचना और आधे सच का सहारा लेती है.’