द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सरकारी अधिकारियों को सीवर की सफाई के दौरान मरने वालों के परिजनों को मुआवजे के तौर पर 30 लाख रुपये देने होंगे. हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस एस. रवींद्र भट और अरविंद कुमार की पीठ ने यह भी कहा कि सीवर की सफाई के दौरान स्थायी विकलांगता का शिकार होने वालों को न्यूनतम 20 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. इसके अतिरिक्त सीवर सफाई के दौरान किसी अन्य प्रकार की विकलांगता का सामना करने वालों को 10 लाख रुपये की राशि दी जाएगी. 2022 में लोकसभा के समक्ष साझा किए गए सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले पांच वर्षों में सीवरों में लगभग 350 लोगों की मौत हुई हैं, जिनमें से 40% मौतें उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और दिल्ली में हुईं.
दिल्ली की एक अदालत ने कहा है कि पत्रकारों के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को लंबे समय तक ज़ब्त रखना प्रेस की आज़ादी पर आघात है. रिपोर्ट के अनुसार, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश पवन सिंह राजावत ने निचली अदालत के आदेश को बरक़रार रखते हुए यह टिप्पणी की, जिसमें दिल्ली पुलिस को द वायर के कर्मचारियों से ज़ब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को वापस करने के लिए कहा गया था. बीते सितंबर में दिल्ली की तीस हजारी अदालत ने फैसला दिया था कि पुलिस के पास इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को उनके पास रखने का कोई उचित आधार नहीं है, क्योंकि जांच अधिकारी के पास डिवाइस बहुत लंबे समय से थे और अदालत को बताया गया था कि फॉरेंसिक लैब ने आगे की जांच के लिए पहले ही मिरर इमेज (डिवाइस के डेटा की कॉपी) ले ली थी. ज्ञात हो कि भाजपा के एक नेता द्वारा द वायर के ख़िलाफ़ शिकायत के बाद अक्टूबर 2022 में पुलिस ने इन उपकरणों को ज़ब्त किया था. ‘
कनाडा ने बताया है कि नई दिल्ली द्वारा राजनयिक प्रतिनिधित्व पर ‘समानता’ की मांग के बाद उसके 41 राजनयिकों ने भारत छोड़ दिया है. रिपोर्ट के अनुसार, नतीजन अब कनाडा मुंबई, चंडीगढ़ और बेंगलुरु में अपने तीनों वाणिज्य दूतावासों में व्यक्तिगत वीज़ा सेवाएं बंद कर देगा, जिसके चलते भारतीय नागरिकों के लिए वीज़ा प्रोसेसिंग में लगने वाला समय बढ़ जाएगा. यह संभवतः पहली बार है जब कनाडा द्वारा एक ही समय में किसी एक ही देश से इतनी बड़ी संख्या में राजनयिकों को हटाया गया है. राजनयिकों की वापसी की घोषणा के बाद कनाडा ने अपने नागरिकों को ‘कनाडा विरोधी प्रदर्शन’ के साथ-साथ ‘धमकी या उत्पीड़न’ की संभावना के बारे में चेताते हुए एक ट्रेवल एडवाइजरी अपडेट की. है.
इज़रायल और फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष के बीच तेल अवीव के दौरे से लौटे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्र के नाम एक संबोधन में कहा कि हमास की तुलना रूस से की. अपने बयान में बाइडेन ने कहा कि हमास और पुतिन का आतंक और अत्याचार अलग-अलग खतरे हैं,, लेकिन वे दोनों अपने पड़ोसी लोकतंत्र को पूरी तरह से बर्बाद कर देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्टार पर इस तरह की आक्रामकता जारी रही तो ‘दुनिया के अन्य हिस्सों में भी संघर्ष और अव्यवस्था फैल सकती है.’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने जोड़ा कि वे कांग्रेस से यूक्रेन और इजरायल की मदद के लिए बड़े पैमाने पर फंडिंग को मंजूरी देने के लिए कहेंगे. उन्होंने तर्क दिया कि एक वैश्विक अगुवा के रूप में यह संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के भविष्य के लिए एक निवेश है.
कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा है कि किशोर लड़कियों को उनकी यौन इच्छाओं पर नियंत्रण रखना चाहिए और किशोर लड़कों को युवा लड़कियों का सम्मान करना चाहिए. इंडिया टुडे के अनुसार, अदालत ने यह टिप्पणी तब आई जब उसने एक नाबालिग के बलात्कार के दोषी ठहराए गए युवक को बरी किया. लड़के ने बताया था कि वे उस लड़की के साथ रिश्ते में थे और यह सहमति से बनाया गया संबंध था. सुनवाई के दौरान जस्टिस चित्तरंजन दास और जस्टिस पार्थ सारथी सेन की पीठ ने कहा, ‘किशोर लड़कियों को दो मिनट के सुख के बजाय अपनी यौन इच्छाओं पर नियंत्रण रखना चाहिए. किशोर लड़कों को युवा लड़कियों और महिलाओं और उनकी गरिमा का सम्मान करना चाहिए.’
कर्नाटक में मुस्लिम व्यापारियों के बहिष्कार का आह्वान करने पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, मंगलुरु के मंगलादेवी मंदिर में मुस्लिम विक्रेताओं का बहिष्कार करने और हिंदू विक्रेताओं द्वारा संचालित दुकानों पर भगवा झंडे लगाने के लिए विहिप के प्रांतीय संयुक्त सचिव शरण पंपवेल के खिलाफ एफआईआर हुई है. मंगलादेवी मंदिर समिति, जो 15 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक दशहरा उत्सव मेले का आयोजन कर रही है, ने नीलामी के जरिये केवल हिंदू समुदाय के विक्रेताओं को दुकानें आवंटित की थीं, हालांकि विरोध के बाद कुछ मुस्लिम वेंडर्स को भी अनुमति मिली थी. इसके बाद 16 अक्टूबर को विहिप नेताओं ने हिंदू विक्रेताओं के स्टालों पर भगवा झंडे लगा दिए थे.